इस बात में कोई शक नहीं है कि कलरिस्म एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में मौजूद है। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि आज भी ऐसे कई फिल्ममेकर्स और प्रोड्यूसर्स हैं जो फेयरनेस को पसंद करते हैं। टीवी इंडस्ट्री में हिना खान से लेकर निया शर्मा तक ऐसी कई एक्ट्रेस हैं, जिन्हें अपने डार्क स्किन टोन की वजह से रिजेक्शन का सामना करना पड़ा है। यहां डिटेल में जानें –
हिना खान
हिना खान ने बताया था कि एक बार उन्हें कशमीरी का किरदार निभाने से इसलिए मना कर दिया गया था क्योंकि उनका स्किन टोन डार्क है। कशमीरी भाषा में अच्छा होने के बाद भी उन्हें इस रोल के लिए सिलेक्ट नहीं किया गया था क्योंकि उनका कलर इतना साफ नहीं है।
निया शर्मा
एक्ट्रेस को भी अपने डार्क कॉम्प्लेक्शन की वजह से रेसिसम का सामना करना पड़ा है। हालांकि, उन्हें कभी इस बात से फर्क नहीं पड़ा है कि उनकी स्किन का कलर कौन सा है। उन्होंने कहा था कि वह कभी किसी डॉक्टर के पास यह कहने नहीं गई हैं कि वह चाहती हैं कि उनकी स्किन का कलर फेयर हो जाए।
कशमीरा शाह
कशमीरा शाह ने एक बार बताया था कि उन्हें उनके डार्क कॉम्प्लेक्शन के लिए टार्गेट किया गया था। उन्होंने कहा था कि मेकअप मैन ने उन्हें फेयर लुक देने के लिए उनके चेहरे पर काफी मेकअप लगाया था। हालांकि, हम खुश हैं कि उन्होंने इससे खुद को अफेक्ट नहीं होने दिया।
उल्का गुप्ता
उल्का गुप्ता ने बताया था कि उन्हें अपनी डार्क स्किन टोन की वजह से कई बार रिजेक्शन का सामना करना पड़ा था। यहां तक कि अपने कॉम्प्लेक्शन की वजह से उन्हें सात फेरे में सलोनी की बेटी का किरदार निभाने के लिए मिला था। उन्होंने बताया था कि उनके कास्टिंग एजेंट्स के पास जो रिक्वायरमेंट आती हैं, उनमें लिखा होता है कि ‘हमें फेयर कॉम्प्लेक्शन वाली लड़की’ चाहिए।
नैना सिंह
नैना सिंह ने भी स्किन कलर की वजह से इंडस्ट्री में रेसिसम का सामना करने के बारे में खुलासा किया था। उन्होंने बताया था कि उन्हें फेयर स्किन वालों के साथ डिफ्रेंशियेट किया जाता है और उन्हें यह भी बताया गया था कि लीड रोल के लिए फेयर और खूबसूरत होना जरूरी है।