गाने सुनने से आपका शरीर और दिमाग कई तरह से प्रतिक्रिया देता है। इस वजह से आज के समय में कुछ थेरेपी म्यूजिक के जरिए सामान्य परेशानी का इलाज करने लगी हैं। म्यूजिक थेरेपी से लेकर साउंड बाथ तक बहुत सी प्रकार की थेरेपी आज के समय में आपकी मदद कर सकती है। ये एक प्रकार की सेंसर थेरेपी होती है, जो काफी हद तक मसाज थेरेपी के जैसे होती है, जिसकी मदद से आपका दिमाग शांत या मन शांत (Relax your Mind) होता है। तो चलिए हम आज आपको साउंड थेरेपी (Sound Therapy) के कुछ फायदे बताते हैं और इसे कैसे करते हैं ये भी।
साउंड थेरेपी के प्रकार – Types of Sound Therapy
साउंड थेरेपी के भी बाकी थेरेपी की तरह कई प्रकार होते हैं। इनमें सबसे अधिक सामान्य साउंड बाथ है, जिसमें आप बाउल की मदद से साउंड क्रिएट करते हैं। इसके अलावा ऐसी म्यूजिक थेरेपी भी होती हैं, जिनमें थेरेपिस्ट द्वारा गाइड किए गए साउंड की मदद से आपको रिलैक्स किया जाता है। बाइनॉरल बीट्स भी इसका एक प्रकार है। इसमें आप दो अलग-अलग पत्थर को एक दूसरे के साथ बजाते हैं, और ये आपके दिमाग को शांत करने में मदद करता है।
कैसे काम करती है साउंड थेरेपी
थेरेपी सेशन आपके प्रैक्टिशनर के अनुसार अलग-अलग हो सकते हैं। कई लोग सांस की एक्सरसाइज के साथ अपने दिमाग को शांत करते हैं और फिर सुनने पर ध्यान लगाते हैं। पेशेंट साउंड बाथ के दौरान लेट जाता है या फिर बैठ जाता है और साथ में वो अपनी आंखों पर मास्क लगा कर शांत होने की कोशिश करता है। बाउल का इस्तेमाल कई बार शरीर पर और कई बार सिर के आस-पास किया जाता है। तिब्बती साउंड बाउल, क्रिस्टल बाउल, गोंग्स, ट्यूनिंग फोर्क, चाइम आदि साउंड थेरेपी के जाने माने इंस्ट्रूमेंट्स हैं। सेशन के लिए प्रैक्टिशनर सही इंस्ट्रूमेंट, टोन और फ्रीक्वेंसी का चुनाव करता है।