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प्रेग्नेंसी में ऑयली स्किन से हैं परेशान, ये टिप्स दिलाएंगी राहत

Mona Narang  |  May 31, 2022
प्रेग्नेंसी में ऑयली स्किन

प्रेग्नेंसी पीरियड में महिलाओं को कई शारीरिक और मानासिक समस्याओं से जूझना पड़ता है. वहीं, इस बीच कुछ महिलाओं को स्किन संबंधी शिकायतें भी होने लगती हैं, जैसे त्वचा पर दाने, रैशेज, काले धब्बे, डार्क सर्कल आदि। इस लेख में हम बात करेंगे प्रेग्नेंसी में ऑयली स्किन की समस्या के बारे में। 

अगर आप अपने प्रेग्नेंसी पीरियड में हैं और आपकी स्किन जरूरत से ज्यादा ऑयली हो रही है, तो इस लेख में कुछ असरदार उपाय शेयर कर रहे हैं। चलिए बिना देर किए जानते हैं उन कारगार नुस्खों के बारे में जो आपको ऑयली स्किन से छुटकारा दिला सकते हैं।

प्रेग्नेंसी में ऑयली स्किन की समस्या क्यों होती है? 

प्रेग्नेंसी के दौरान महिला के शरीर में कई हार्मोनल चेंजेज आते हैं। इसके कारण सीबम का उत्पादन बढ़ सकता है। ऐसे में प्रेग्नेंसी में त्वचा के ऑयली होने का एक कारण हार्मोन में बदलाव हो सकता है। 

वहीं, गर्भावस्था में ऑयली स्किन की एक वजह शरीर में खून के बहाव का तेज होना हो सकता है। दरअसल, इससे ऑयल ग्लैंड उत्तेजित होते हैं। ऐसे में ऑयली स्किन की समस्या हो सकती है।

प्रेग्नेंसी में ऑयली स्किन की केयर कैसे करें?

त्वचा की सही देखभाल और अच्छा स्किन केयर रुटीन ऑयली स्किन की समस्या को काफी हद तक नियंत्रित कर सकता है। चलिए जानते हैं प्रेग्नेंसी में ऑयली स्किन की देखभाल के लिए जरूरी टिप्स:

1. चेहरे को करें साफ

फेस वॉश

दिन में दो बार सुबह और शाम को जेल बेस्ड क्लींजर से चेहरे को साफ करें। हमेशा डाई एंड फ्रेग्रेंस फ्री फेसवॉश का चुनाव करें। चेहरे को साफ करने के लिए गुनगुने पानी का इस्तेमाल करें। प्रेग्नेंसी में ऑयली स्किन होने पर मिल्की व एक्ने वॉश से परहेज करें। 

2. मॉइश्चराइज

कई महिलाएं सोचती हैं कि चेहरे पर ऑयल का मतलब उन्हें मॉइश्चराइजर की जरूरत नहीं। लेकिन ऐसा नहीं है। ऑयली स्किन को भी हाइड्रेट रखने की जरूरत होती है। ध्यान रखें हमेशा ऑयल फ्री मॉइश्चराइजर का चुनाव करें। आपके मॉइश्चराइजर में हयालूरोनिक एसिड और नियासिनामाइड होना चाहिए। यदि किसी मॉइश्चराइजर की सामग्रियों में किसी ऑयल का नाम शामिल है, तो उसे एवॉइड करें।

ऑयली स्किन के लिए आप ‘द मॉम्स को’ का विटामिन-सी ऑयल फ्री मॉइश्चराइजर का इस्तेमाल लाभकारी हो सकता है। इसमें मौजूद विटामिन-सी त्वचा को चमकदार बनाता है और हयालूरोनिक एसिड त्वचा को हाइड्रेट करता है। इसके अलावा, इसमें एलोवेरा होता है, जो त्वचा को हील करने व इरिटेशन से बचाव करता है। साथ ही इसमें नियासिनामाइड और ग्रीन टी का इस्तेमाल किया गया है। ये दोनों त्वचा के बड़े पोर्स को कम ऑयल के उत्पादन को नियंत्रित करते हैं।

3. सनस्क्रीन लगाना न भूलें

प्रेग्नेंसी में ऑयली स्किन के लिए मिनरल बेस्ड सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें। सनस्क्रीन का चयन करते समय ध्यान दें कि इंग्रीडिएंट्स में जिंक ऑक्साइड या टाइटेनियम डाइऑक्साइड होने चाहिए। ये प्रोडक्ट हाइपोएलर्जेनिक होते हैं और त्वचा में अवशोषित होने की बजाय सतह पर लेयर बनाने का काम करते हैं। सनस्क्रीन कम से कम 30 एसपीएफ युक्त होना चाहिए, जो आपको यूवीए और यूवीबी रेयस से पूरी सुरक्षा प्रदान करे।

प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए ‘द मॉम्स को’ द्वारा गर्भवती महिलाओं के लिए तैयार किया गया नैचुरल डेली सनस्क्रीन का इस्तेमाल उपयुक्त हो सकता है। इसमें जरूरी सामग्रियां मौजूद हैं। साथ ही यह डर्मेटोलॉजिस्ट टेस्टेड व प्रेग्नेंसी सेफ है। आपको बता दें गर्भावस्था के दौरान महिला अपनी मर्जी से किसी भी सनस्क्रीन का इस्तेमाल नहीं कर सकती। क्योंकि, ज्यादातर सनस्क्रीन में ऐसे केमिकल होते हैं, जो गर्भ में शिशु को नुकसान पहुंचा सकते हैं। यही वजह है गर्भवती को सनस्क्रीन का चुनाव करते समय सावधानी बरतनी चाहिए।

गर्भावस्था में ऑयली स्किन होने पर किन चीजों का इस्तेमाल न करें

प्रेग्नेंट महिला

त्वचा के ऑयल को नियंत्रित करने के लिए कई प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल किया जाता है। हो सकता है आप भी करती होंगी। लेकिन गर्भवती होने के बाद त्वचा के ऑयली होने पर उनका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। ये प्रोडक्ट्स शिशु के स्वास्थ्य को हानि पहुंचा सकते हैं। नीचे उन प्रोडक्ट्स के बारे में बता रहे हैं जिनका गर्भावस्था में त्वचा जरूरत से ज्यादा ऑयली होने पर भी इस्तेमाल से परहेज करना चाहिए:

इस लेख में आपने जाना कि प्रेग्नेंसी ऑयली स्किन की देखभाल कैसे करनी चाहिए। लेख में इससे संबंधित दी गई जानकारी को फॉलो कर गर्भावस्था में अपनी त्वचा को पैंपर करें। साथ ही शिशु और अपने स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए जिन प्रोडक्ट्स से दूरी बनाकर रखने की सलाह दी गई है, उसका विशेष ख्याल रखें।

चित्र स्रोत: Freepik

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