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प्रेग्नेंसी में क्यों करता है खट्टा खाने का मन, ये हैं मुख्य वजह

Mona Narang  |  Apr 14, 2022
प्रेग्नेंसी में खट्टा

प्रेग्नेंसी में महिलाओं में खाने की क्रेविंग सबसे ज्यादा बढ़ जाती है। इस दौरान उनमें खाने के प्रति अलग ही एक्साइटमेंट होती है। कुछ को मीठा खाने का मन होता है, तो कुछ को तीखा। लेकिन, सबसे ज्यादा महिलाएं प्रेग्नेंसी में खट्टा खाने की ओर ज्यादा भागती हैं। 

क्या आपने सोचा है कभी कि आखिर प्रेग्नेंसी में महिलाओं को खट्टा खाने का मन क्यों करता है। प्रेग्नेंसी में महिलाओं में ऐसा क्या होता है, जो वे खट्टा खाने पर मजबूर हो जाती हैं। गर्भावस्था में खट्टा खाने की क्रेविंग के पीछे कई वजह हैं। इस आर्टिकल में हम इसी विषय पर विस्तार से चर्चा करेंगे। प्रेग्नेंसी में महिलाओं में खट्टा खाने की क्रेविंग की मुख्य वजहों के बारे में आइए जानते हैं।

प्रेग्नेंसी में खट्टा खाने का मन क्यों करता है? (Sour Foods Craving during Pregnancy in Hindi)

गर्भावस्था के दौरान महिलाओं में खट्टा खाने की इच्छा होना आम है। नीचे इसके कुछ कारण बता रहे हैं।

क्या गर्भावस्था में खट्टा खाना सुरक्षित होता है?

प्रेग्नेंसी में खट्टा खाना सुरक्षित है या नहीं, यह इस बात पर निर्भर करता है कि गर्भवती महिला खट्टे के रूप में किस चीज का सेवन कर रही है। जैसे आंवला, नींबू, कैरी आदि खट्टी चीजें विटामिन-सी से भरपूर होती हैं। इनका सेवन इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने के साथ कई मौसमी बीमारियों से सुरक्षा प्रदान कर सकता है। ऐसे में इनका सीमित मात्रा में सेवन सुरक्षित माना जाता है। 

वहीं, यदि गर्भवती अचार का सेवन कर रही हैं, तो इसमें नमक उच्च मात्रा में मौजूद होता है। इसके सेवन ब्लड प्रेशर संबंधित परेशानियों का कारण बन सकता है। इसलिए, खट्टे के तौर पर गर्भवती किस चीज का सेवन करती हैं, इसका ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है। सुरक्षा के तौर पर गर्भवती किन खट्टी चीजों का सेवन करें व किससे परहेज करें, इसे लेकर अपने डॉक्टर से परामर्श ले सकती हैं।

गर्भावस्था में खट्टी चीजे खाने के फायदे

लेख में ऊपर बताया गया है कि गर्भावस्था में खट्टी चीजे खाने के फायदे, इस बात पर निर्भर करते हैं कि खट्टे के रूप में गर्भवती किन चीजों का सेवन करती है। नीचे क्रमानुसार गर्भावस्था में विटामिन-सी युक्त खट्टे फल जैसे संतरा कीवी, स्ट्रॉबेरी आदि का सेवन करने से होने वाले फायदों के बारे में बता रहे हैं, जो कुछ इस प्रकार हैं:

  1. इम्यून सिस्टम को बूस्ट करता है- गर्भावस्था के दौरान महिलाओं की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो जाती है। वहीं, विटामिन-सी इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है। इस तरह गर्भावस्था में विटामिन-सी युक्त खट्टे फलों का सेवन इम्यून सिस्टम को दुरुस्त रखने में सहायक हो सकता है।
  1. भ्रूण के विकास में मददगार- गर्भावस्था में विटामिन-सी युक्त खट्टे फलों का सेवन भ्रूण के विकास में मदद कर सकता है। दरअसल, गर्भ में शिशु के विकास के लिए कोलेजन की जरूत होती है और विटामिन-सी कोलेजन बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
  1. कब्ज से राहत- गर्भावस्था के दौरान कब्ज की शिकायत होना बहुत कॉमन है। विटामिन-सी की पूर्ती से इससे बचाव हो सकता है। इस तरह गर्भावस्था में खट्टे फल खाने का एक फायदा कब्ज से बचाव हो सकता है।
  1. आयरन की कमी को करे दूर- गर्भावस्था में एनीमिया से बचाव के लिए आयरन युक्त चीजों का सेवन करने की सलाह दी जाती है। विटामिन-सी आयरन को अवशोषित कर शरीर में हीमोग्लोबीन के स्तर को बनाए रखने में मदद करता है। इस तरह गर्भावस्था के दौरान खट्टे के तौर पर विटामिन-सी युक्त फलों का सेवन करने का एक फायदा एनीमिया से बचाव हो सकता है।

गर्भावस्था में खट्टा खाने पर आधारित इस लेख को पढ़ने के बाद आप समझ गए होंगे कि ऐसे समय में गर्भवती को खाने के सही विकल्पों का चुनाव करना कितना जरूरी है। उम्मीद करते हैं इस लेख को पढ़ने के बाद आपके सारे संशय दूर हो गए होंगे। हैप्पी प्रेग्नेंसी।

चित्र स्रोत: Freepik/Pexel

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