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प्रेग्नेंसी में चेहरे पर क्यों पड़ती हैं झाइयां, जानें इनसे उबरने के आसान उपाय

Mona Narang  |  Sep 1, 2022
प्रेग्नेंसी में चेहरे पर झाइयां

प्रेग्नेंसी पीरियड महिलाओं के लिए बहुत सारी खुशियों के साथ कई परेशानियों को भी लेकर आता है। इस दौरान एक महिला का शरीर ढेरों बदलाव से गुजरता है। यहां हम उन्हीं में से एक तकलीफ के बारे में बात करने जा रहे हैं और वो है प्रेग्नेंसी में चेहरे पर झाइयां होना। 

गर्भावस्था में ज्यादातर महिलाओं को झाइयों व काले घेरों का सामना करना पड़ता है। इसे मेलास्मा के नाम से भी जाना जाता है। लेकिन, इसकी केयर न की जाए तो डिलीवरी के बाद महिला की त्वचा का नेचुरल ग्लो भी खो सकता है। इस वजह से त्वचा पर समय से पहले बुढ़ापा झलकने लगता है। 

यही वजह है इस आर्टिकल में हम प्रेग्नेंसी में झाइयों की केयर कैसे करें, इससे जुड़ी जानकारी विस्तार से देंगे। साथ ही हम यह भी बताएंगे कि घरेलू उपायों के साथ-साथ इस परेशानी से राहत पाने के लिए आप किन प्रोडक्ट का इस्तेमाल करें।

प्रेग्नेंसी में चेहरे पर झाइयां क्यों होती हैं?

प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के चेहरे पर काले धब्बे या झाइयों को मेलास्मा व कोलास्मा के नाम से भी जाना जाता है। ऐसा त्वचा में पिगमेंटेशन की मात्रा बढ़ जाने के कारण होता है। इसमें मुख्य रूप से गर्भवती के चेहरे व गर्दन पर डार्क पैचेज हो जाते हैं। इसका मुख्य कारण हार्मोन्स का असंतुलन माना जाता है। 

दरअसल, जब महिला गर्भवती होती है, तो उसके शरीर में हार्मोन का उत्पादन अधिक होता है। इस वजह से पिगमेंटेशन की मात्रा बढ़ जाती है और चेहरे के कुछ हिस्सों पर डार्क स्पॉट्स बन जाते हैं। यही वजह है 50 प्रतिशत से ज्यादा महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान झाइयों की परेशानी होती है।

प्रेग्नेंसी के दौरान चेहरे पर झाइयों के घरेलू उपाय 

जैसा कि लेख में ऊपर आपने जाना कि प्रेग्नेंसी में झाइयां होना आम बात है। लेख में नीचे प्रेग्नेंसी में त्वचा पर होने वाले काले धब्बों को हल्का करने के लिए कुछ घरेलू उपाय बता रहे हैं:

1. एलोवेरा जेल

फ्रेश एलोवेरा जेल

गर्भावस्था के दौरान त्वचा के काले धब्बों को कम करने के लिए एलोवेरा की फ्रेश जेल से मसाज करना लाभकारी हो सकता है। दरअसल, इसमें एलेसिन तत्व होता है, जो त्वचा को गहरा रंग देने वाले तत्व को नियंत्रित करता है।

2. हल्दी और मलाई

हल्दी और मलाई का लेप भी प्रेग्नेंसी में झाइयों की समस्या से काफी हद तक राहत प्रदान कर सकता है। इसकी पुष्टि एनसीबीआई के एक शोध से होती है। शोध में बताया गया है कि हल्दी त्वचा में मेलिनिन के उत्पादन को रोकती है। इससे त्वचा पर काले घेरे काफी हद तक कम हो सकते हैं। साथ ही इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट त्वचा को स्वस्थ व चमकदार बनाते हैं। वहीं, बात करें मलाई की तो यह त्वचा को कंडीशन करती है। 

3. कच्चा दूध

त्वचा पर रूई की मदद से कच्चा दूध लगाने से भी प्रेग्नेंसी में होने वाली त्वचा पर काले धब्बे दूर हो सकते हैं। दूध में कई ऐसे गुण होते हैं, जो त्वचा को जवां बनाने के साथ सन टैन से बचाव और चेहरे के दाग-धब्बों को दूर कर सकते हैं।

4. पपीते का पल्प

पपीता

गर्भावस्था में झाइयों से बचाव के लिए पपीते के पल्प को पैक के तौर पर लगाया जा सकता है। दरअसल, पपीते में विटामिन-सी होता है। यह त्वचा में मेलेनिन के उत्पादन को नियंत्रित कर दाग-धब्बों को हल्का कर सकता है।

5. नींबू

पपीते की तरह नींबू में भी विटामिन-सी होता है। इसके इस्तेमाल से भी गर्भावस्था में होने वाली झाइयों की समस्या कम हो स कती है। नींबू को लगाने के लिए एक कटोरी में पानी में नींबू का रस मिलाएं। इसके बाद रूई की मदद से इसे चेहरे पर दस मिनट के लिए लगाकर छोड़ दें। अब चेहरे को पानी से साफ कर लें।

6. आहार का भी रखें ध्यान

प्रेग्नेंसी में काले घेरों से बचाव के लिए लेख में ऊपर दिए गए घरेलू उपायों के साथ आहार में भी बदलाव करने की आवश्यकता होती है। त्वचा को अंदरूनी रूप से स्वस्थ रखने के लिए गर्भवती को आहार में प्रोटीन, एंटीऑक्सीडेंट्स व आयरन युक्त फूड्स शामिल करने के लिए कहा जाता है।

7. इस बात का भी रखें खास ख्याल

गर्भावस्था के दौरान महिलाओं की त्वचा बहुत नाजुक होती है। इसलिए उन्हें धूप में न जाने की नसीहत दी जाती है। क्योंकि त्वचा पर सीधी धूप पड़ने से काले धब्बे ज्यादा हो सकते हैं। यदि किसी गर्भवती को धूप में निकलना भी है, तो वो एसपीएफ 30 ++ सनस्क्रीन लगाकर ही निकलें। ध्यान रखें गर्भवती किसी भी सनस्क्रीन का इस्तेमाल नहीं कर सकती हैं। क्योंकि कई सनस्क्रीन में ऐसे केमिकल होते हैं, जो ब्लडस्ट्रीम में समां कर माँ और शिशु को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसलिए, गर्भवती हमेशा प्रेग्नेंसी सेफ सनस्क्रीन का ही इस्तेमाल करें।

चित्र स्रोत: Freepik

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