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छुईमुई अका लाजवंती के फायदे और नुकसान – Lajwanti ke Fayde

Supriya Srivastava  |  Sep 18, 2021
Lajwanti ke Fayde (लाजवंती के फायदे) - छुईमुई अका लाजवंती के फायदे और नुकसान - Lajwanti in hindi

बचपन में कई बार अपने लाजवंती यानी छुई मुई के पौधे के साथ जरूर खेला होगा। इसकी खास बात यह है कि इसे छूटे ही इसकी पत्तियां सिकुड़ कर आपस में समा जाती हैं और काफी देर बाद खुलकर बाहर आती हैं। यही वजह है कि घर में छोटी सी चोट लगने पर भी जब आप जोर-जोर से रोते हैं तो घर वाले आपको छुई मुई कहकर बुलाने से बाज नहीं आते होंगे। जी हां, हम यहां बात कर रहे हैं लाजवंती यानी छुई मुई के पौधे की। स्वाभाव से भले ही यह पौधा शर्मीला हो लेकिन बात इसके फायदों की आती है तो यह नाजुक सा पौधा कई स्वास्थ्य लाभ लेकर आता है। अब आप सोच रहे होंगे भला छुई मुई का पौधा (lajwanti in hindi) किस काम में आता है (lajwanti plant benefits in hindi) तो इसका जवाब हम आपको अपने इस लेख में देने जा रहे हैं।  चंद्रप्रभावटी के फायदे

लाजवंती क्या है? – Lajwanti kya Hai

लाजवंती, जिसे छुई मुई का पौधा भी कहा जाता है, का वैज्ञानिक नाम मिमोसा पुडिका है। लाजवंती Lajwanti के पौधे की पत्तियों और बीजों को उनके लाभ और स्वास्थ्य लाभ के कारण जड़ी-बूटियों के रूप में वर्गीकृत किया जाता है। यह एक बारहमासी पौधा है, जिसका उपयोग कई स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने के लिए किया जाता है। इस पौधे के शर्मीले स्वभाव के कारण यह बहुत लोकप्रिय है। क्योंकि इस पौधे को छूने से यह पौधा अपने आप में समा जाता है। इसी कारण इसे सेंसिटिव पौधा या टच मी नॉट प्लांट भी कहा जाता है। 

लाजवंती के फायदे – Lajwanti ke Fayde in Hindi

कई लोगों के मन में यह सवाल उठता है कि छुई मुई का पौधा घर में लगाना चाहिए या नहीं, तो हम आपको बता दें कि लाजवंती के फायदे (lajwanti plant benefits in hindi) देखते हुए लोग यह पौधा अपने घरों  में जरूर लगाते हैं। इसे जंगलों या मैदानी इलाकों में बहुत कम पाया जाता है। आप किसी भी नर्सरी से छुईमुई का पौधा खरीद सकते हैं और पौधे को सीधे अपने घर के गमले में लगा सकते हैं। वैसे अब लाजवंती का यह पौधा मिलना अत्यंत दुर्लभ हो गया है। मगर इसके लाभ अब भी उतने ही हैं। हम यहां आपको लाजवंती के फायदे और नुकसान के बारे में बता रहे हैं।

जोड़ों के दर्द में दिलाए राहत – Relief From Joint Pain In Hindi  

छुईमुई के फायदे जोड़ों के दर्द में राहत दिलाने का काम करते हैं। इसके लिए आपको लाजवंती का बनाना होगा। तेल बनाने के लिए एक पैन में एक कप सेसम ऑयल गर्म करें। अब इसमें 1/4 कप छुई मुई के पत्ते डालें। तेल को तब तक गर्म करें जब तक कि तेज आवाज बंद न हो जाए, जो बताता है कि नमी नहीं बची है और फिर इसे बंद कर दें। इस तेल को मालिश के तेल के रूप में सभी प्रकार के दर्द और दर्द के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। खासतौर पर जोड़ों के दर्द में। 

खुजली में फायदेमंद – Relief From Itching in Hindi 

लाजवंती के पौधे के जड़ों से बने पेस्ट का इस्तेमाल त्वचा की खुजली से राहत पाने के लिए भी किया जाता है। लाजवंती के पत्तों में मौजूद खनिज भी त्वचा के स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं। इसकी पत्तियों में आयरन, जिंक, मैंगनीज और तांबा होता है। त्वचा के संक्रमण से लड़ने सहित त्वचा के स्वास्थ्य और प्रतिरक्षा स्वास्थ्य के लिए इन खनिजों की आवश्यकता होती है।

मासिक धर्म में पहुंचाए आराम – Masik Dharm Mein Faydemand 

लाजवंती यानी छुई मुई के पौधे की जड़ों का इस्तेमाल पीरियड की समस्याओं को ठीक करने के लिए किया जा सकता है। यह पौधा हार्मोन की अनियमितता को दूर करके पीरियड से जुड़ी समस्याओं के लक्षणों को कम करने में मदद करता है।   

घाव भरे लाजवंती – Lajwanti Hain Ghav Bharne Ke Liye Faydemand 

सदियों से, लाजवंती के पौधे का उपयोग रक्तस्राव को रोकने और त्वचा की समस्याओं के इलाज के लिए किया जाता रहा है। उदाहरण के लिए, पारंपरिक चिकित्सा में लोग पौधे की जड़ों से एक गर्म पेस्ट बनाते हैं और रक्तस्राव को रोकने और उपचार में सहायता के लिए इसे घावों पर लगाते हैं। इस पौधे की पत्तियों से एक गर्म पेस्ट बनाना और इसे मवाद से भरी, संक्रमित त्वचा जैसे फोड़े के आसपास लगाना भी काफी समय से चलन में है। ऐसा कहा जाता है कि यह फोड़े को तोड़ने और मवाद को छोड़ने में मदद करता है।

करे बवासीर का इलाज – Lajwanti Benefit for Piles in Hindi 

छुई मुई का पौधा रक्तस्रावी बवासीर के इलाज के लिए बहुत अच्छा माना जाता है और कई वर्षों से इसके लिए एक उपाय के रूप में इस्तेमाल किया जाता रहा है। उपाय के लिए पत्तों को पीसकर महीन पेस्ट बना लें और इसे प्रभावी जगह पर लगाएं, इससे जलन और खून बहना बहुत कम हो जाएगा। यह इसके अद्भुत घाव भरने और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के कारण है।

अल्सर में दे आराम – Relief from Stomach Ulcer in Hindi 

अल्सर आमतौर पर आपके पेट या आपकी छोटी आंत के ऊपरी हिस्से में स्थित होते हैं। शोध से पता चलता है कि छुई मुई की पत्ती का अर्क पेट की एसिडिटी को कम करने में मदद करता है और आंत में सुरक्षात्मक कारकों के स्राव को बढ़ाता है। यह अल्सर को रोकने में मदद कर सकता है। यह अल्सर को रोकने और इलाज के लिए दी गई दवाओं से भी बेहतर असर करता है।

अच्छी नींद दिलाए – Lajwanti Benefit for Better Sleep in Hindi 

लाजवंती में एंटी-एंग्जायटी और एंटी-डिप्रेसेंट के गुण पाए जाते हैं, जो चिंता और डिप्रेशन को कम कर मन को शांत रखने का काम करने हैं। इन दोनों वजहों के चलते इंसान को ठीक से नींद नहीं आती और वह अनिद्रा का शिकार हो जाता है। रात में ठीक से नींद न ले पाना कई बीमारियों को अपने घर का रास्ता बता देता है। ऐसे में अच्छी नींद के लिए लाजवंती का पौधा एक बेहतर विकल्प साबित हो सकता है। 

डायबिटीज में फायदेमंद – Control Blood Sugar in Hindi 

लाजवंती का पौधा शुगर के मरीजों के लिए भी काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। आमतौर पर ब्लड शुगर लेवल को कम करने के लिए इसके पत्तों का पाउडर या फिर इसकी जड़ों का पाउडर रोजाना लिया जाता है। लेकिन अगर आप ब्लड शुगर लेवल को कम करने के लिए इसे लेने की योजना बना रहे हैं तो हम आपको इसके सही डोज के लिए आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श करने का सुझाव जरूर देंगे। 

दस्त के लिए लाजवंती – Lajwanti de Dasta Se Aaram 

लाजवंती दस्त के इलाज के लिए बहुत अच्छा पौधा माना जाता है और इसके लिए सालों से इसका इस्तेमाल किया जा रहा है। दस्त के इलाज के लिए, पत्ती के अर्क का उपयोग किया जाता है। इसकी पत्तियों के एथेनॉलिक अर्क के साथ दस्त का इलाज करके इसे नियंत्रित करने में बहुत मदद मिलती है। 

गर्भाशय के लिए भी फायदेमंद – Lajwanti Benefit for Uterus in Hindi 

आयुर्वेद में यूटेराइन प्रोलैप्स यानी आगे को बढ़े हुए गर्भाशय के इलाज के लिए भी लाजवंती के पौधे का उपयोग किया जाता है। इसके उपचार के लिए 15 से 20 मिलीलीटर पौधे के काढ़े को दिन में 3 बार पिलाएं। इसके साथ ही इसकी जड़ के पेस्ट को बाहरी रूप से लेप के रूप में भी लगाया जाता है। यह 40 दिनों का उपचार है जो चिकित्सकीय देखरेख में सबसे अच्छा किया जाता है।

लाजवंती के नुकसान – Side Effects of Lajwanti in Hindi

हर किसी चीज़ के अपने फायदे और नुकसान होते हैं। अगर लाजवंती के फायदे हैं तो लाजवंती के नुकसान भी हैं। जरूरी नहीं कि हर किसी को छुई मुई की पत्तियां सूट ही कर जाएं। हो सकता है, जिनकी त्वचा अधिक नाजुक हो उन्हें इसका लेप लगाने से किसी प्रकार की जलन या खुजली महसूस हो। इसलिए अगर आप इसके पेस्ट को त्वचा पर लगाने की सोच रहे हैं तो पहले एक बार पैच टेस्ट जरूर कर लें। इसके अलावा लाजवंती का बीज कई बार बालों के झड़ने का कारण भी बनता है। गर्भावस्था के दौरान भी इसके सेवन से बचना चाहिए वहीँ छोटे बच्चों पर भी लाजवंती का लेप या सेवन न ही करें तो बेहतर है। 

लाजवंती के फायदे को लेकर पूछे जाने वाले सवाल-जवाब – FAQ’s

सवाल- लाजवंती का पौधा कैसे उगाएं?

जवाब- लाजवंती का पौधा आप किसी भी नर्सरी से लाकर आपने घर के गमले में लगा सकते हैं। इस पौधे को घर के ईशान कोण में लगाना चाहिए। 

सवाल- लाजवंती का वैज्ञानिक नाम क्या है?

जवाब- लाजवंती का वैज्ञानिक नाम Mimosa pudica है।

सवाल- छुई मुई का पौधा घर में लगाना चाहिए या नहीं?

जवाब- बिलकुल लाजवंती के फायदे देखते हुए लोग यह पौधा अपने घरों  में जरूर लगाते हैं।

सवाल- छुईमुई का पौधा किस काम में आता है?

जवाब- यह पौधा घाव ठीक करने से लेकर जोड़ों को दर्द दूर भगाने सहित और भी कई काम आता है।

सवाल- लाजवंती का इस्तेमाल कैसे करना चाहिए? 

जवाब- लाजवंती की जड़ को घिसकर इसका लेप बनाया जाता है और प्रभावी जगह पर लगाया जाता है।

अगर आपको यहां बताए गए लाजवंती के फायदे पसंद ऐए तो इसे अपने दोस्तों और परिवारजनों के साथ जरूर शेयर करें। 

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