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ब्राउन राइस के फायदे और नुकसान – Brown Rice ke Fayde

Anu Verma  |  Jul 23, 2019
Brown Rice ke Fayde

जब भी बात वजन घटाने की आती है तो चावल सबसे पहले रडार पर आ जाता है। कई डायटीशियन चावल न खाने की सलाह देते हैं और उसे आपकी नियमित डाइट से पूरी तरह से आउट कर देते हैं। ऐसे में चावल के शौकीन लोग दुखी हो जाते हैं और कई बार वे अपनी डाइट में चीटिंग भी करने लगते हैं। ऐसे में उन चावल लवर्स के लिए ब्राउन राइस सबसे बेहतरीन विकल्प है। जी हां, सफेद चावल से अधिक पौष्टिक और गुणवान होने के कारण ब्राउन राइस की लोकप्रियता इन दिनों काफी बढ़ गयी है।

ब्राउन राइस को कई लोग बटुआ या छिलके वाले चावल के नाम से भी जानते हैं। यह चावल की एक खास किस्म होती है, जिसकी केवल बाहरी परत होती है और यह छिलका रहित होता है। गौर करें तो यह भूरे रंग का होता है। यही वजह है कि इसे ब्राउन राइस कहते हैं। इसमें दिमाग के लिए ज़रूरी पोषक तत्व सबसे अधिक होते हैं। लेकिन सफेद चावल की तुलना में इसको पकने में अधिक समय लगता है। ब्राउन राइस, चावल का अनपॉलिश्ड और अनरिफाइंड रूप है। यह विशेष तौर से पूर्वी भारत, म्यांमार, वियतनाम और थाईलैंड में उगाया जाता है।

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ब्राउन राइस में मौजूद पोषक तत्व – Nutrients in Brown Rice in Hindi

ब्राउन राइस एक ऐसा खाद्य अनाज है, जिसमें विटामिन बी, फॉस्फोरस, सेलेनियम, मैंगनीज, पोटैशियम और मैग्नीशियम जैसे कई पोषक तत्व होते हैं। इसमें डाइटरी फाइबर मौजूद होने के कारण वजन घटाने में भी यह काफी सहायक होता है। यह फाइटोन्यूट्रीएंट्स का एक अच्छा स्रोत है। इसमें सारे विटामिन मौजूद होते हैं, जिनमें विटामिन ई, बी 6, बी 1, बी 3 और विटामिन के प्रमुख हैं। यही नहीं, इसमें जिंक और आयरन भी मौजूद होते हैं।

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ब्राउन राइस के स्वास्थ्य लाभ – Health Benefits of Brown Rice in Hindi

वैसे तो ब्राउन राइस के फायदे कई सारे हैं (brown rice benefits in hindi), मगर सबसे ज्यादा इसके स्वास्थ्य लाभ है। यह वजन कम करने से लेकर कैंसर जैसी घातक बीमारी की रोकथाम में भी फायदा पहुंचाता है। जानिए इसके सभी स्वास्थ्य लाभ।

कैंसर की रोकथाम

कम लोगों को ही इस बात की जानकारी होती है कि सफेद चावल की जगह अगर रोजाना ब्राउन राइस का सेवन किया जाए तो इससे कैंसर, खास कर पेट के कैंसर की आशंका कम हो जाती है। इसकी बड़ी वजह यह है कि इसमें फाइबर होता है और वह आंत के कैंसर को रोकने वाले केमिकल्स को प्रवाहित करता है। इससे पेट का कैंसर होने की आशंका कम हो जाती है। यही नहीं, इसमें मौजूद फाइटोन्यूट्रिएंट्स स्तन कैंसर और दिल की बीमारियों से लड़ने में भी सहायक होते हैं। ब्राउन राइस खाने से इंट्रोलैक्टोन का स्तर बढ़ता है, जिसका संबंध स्तन कैंसर के खतरे को कम करने से है।

कोलेस्ट्रॉल

हम जानते हैं कि आपके जेहन में यह बात चल रही होगी कि आखिर सफेद चावल की जगह ब्राउन राइस ज्यादा हेल्दी क्यों माना जाता है, तो इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि इसमें उपलब्ध तेल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता है। साथ ही इसमें फाइबर होता है, जो कि एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है।

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दिल की बीमारी, अब नहीं होंगी

शोधकर्ताओं का मानना है कि ब्राउन राइस खाने से ब्लड प्रेशर कम होता है। इसमें फाइबर की मात्रा अधिक होती है, इस वजह से दिल की बीमारी न होने की संभावना रहती है।

वजन नियंत्रण

ब्राउन राइस में आवश्यक फाइबर होने की वजह से कैलोरीज कंट्रोल होती हैं और यह आपके पेट को काफी देर तक भरा हुआ भी महसूस कराता है। ऐसे में ओवर ईटिंग नहीं होती है और वजन भी नियंत्रण में रहता है।

कब्ज भगाये दूर

ब्राउन राइस में फाइबर होने के कारण ही इसके सबसे ज्यादा गुण गिने जा सकते हैं। इसी फाइबर के कारण पाचन क्रिया में भी इसके सेवन से राहत मिलती है।

ब्लड शुगर

ब्लड शुगर को भी नियंत्रित करने में ब्राउन राइस का जवाब नहीं है। अमूमन मधुमेह के मरीजों को चावल से परहेज करने को कहा जाता है। लेकिन सच तो यह है कि वे भी ब्राउन राइस खा सकते हैं (brown rice for diabetes in hindi)। इसमें मौजूद फाइबर टाइप 2 शुगर को रोकने में मदद करता है।

हड्डियां होंगी तंदुरुस्त

ब्राउन राइस मैग्नीशियम का काफी अच्छा स्रोत है, जो कि हड्डियों को स्वास्थ्यप्रद बनाये रखने में सहायक है। अगर आप हर दिन ब्राउन राइस का सेवन करती हैं तो आपको लगभग 21 प्रतिशत मैग्नीशियम मिलता है, जिसे आपकी हड्डियों के लिए काफी पोषक माना जाता है। यही नहीं, इसमें कैल्शियम की मौजूदगी से भी हड्डियों को काफी मदद मिलती है।

अस्थमा को तो भूल ही जायेंगे

ब्राउन राइस में मैग्नीशियम की अधिकता होती है। इसकी वजह से अस्थमा के लक्षणों को कम करने में मदद मिलती है। ब्राउन राइस में उपलब्ध सेलेनियम भी अस्थमा के रोकथाम में लाभकारी साबित होता है।

पथरी का खतरा हो जाये कम

शोधकर्ताओं का मानना है कि ब्राउन राइस में फाइबर की अधिक मात्रा होने के कारण महिलाओं को होने वाले पथरी के खतरे को कम करने में पूरी तरह से मदद मिलती है।

सेक्स हॉर्मोंस के लिए भी अच्छा

ब्राउन राइस में मौजूद मैंगनीज स्वास्थ्य के लिए जरूरी है। इसके पोषक तत्व फैटी एसिड्स के उत्पादन को बढ़ाते हैं और कोलेस्ट्रॉल पैदा कर, सेक्स हॉर्मोंस के उत्पादन को भी बढ़ावा देते हैं।

पौष्टिक आहार

एक अच्छा डायटीशियन दिन में तीन बार अनाज खाने की सलाह देता है। ऐसे में ब्राउन राइस का आधा कप, अन्य अनाज के तीन बार के सेवन के बराबर हैं। इसलिए अपनी रोजाना की पोषक तत्वों की जरूरत को पूरा करने के लिए ब्राउन राइस का सेवन किया ही जाना चाहिए।

वेटलॉस में ब्राउन राइस – Brown Rice for Weight Loss in Hindi

दरअसल, ब्राउन राइस से न सिर्फ वजन कंट्रोल होता है, बल्कि इससे वजन घटाने में भी मदद मिलती है। इसमें मौजूद फाइबर के कारण मेटाबॉलिज्म काफी अच्छा हो जाता है। साथ ही कम कैलोरी होने के कारण आप इसका सेवन आराम से कर सकते हैं।

ब्राउन राइस के फायदे त्वचा के लिए – Brown Rice Benefits for Skin in Hindi

अब यह तो आप जान चुके हैं कि ब्राउन राइस के कई स्वास्थ्य लाभ हैं। लेकिन आप यह सुन कर हैरान हो जाएंगे कि ब्राउन राइस न सिर्फ आपके स्वास्थ्य, बल्कि आपकी त्वचा और बालों के लिए भी बेहतरीन होते हैं।

क्लीयर स्किन के लिए – For Clear Skin

स्वस्थ त्वचा पाने के लिए ब्राउन राइस खाना बहुत ही फायदेमंद है (brown rice khane ke fayde)। जानकारों की सलाह है कि ब्राउन राइस खाने से आपको क्लीयर स्किन मिलती है, मतलब आपका चेहरा दाग- धब्बों से रहित होता है। इसकी बड़ी वजह है कि ब्राउन राइस में मौजूद फाइबर चेहरे को काफी फायदा पहुंचाता है। एक खास बात यह है कि चेहरे पर निखार लाने के लिए ब्राउन राइस का फेसपैक भी बनाया जा सकता है।

एंटी एजिंग – Anti Aging

आपको जान कर हैरानी होगी लेकिन ब्राउन राइस आपकी खराब त्वचा को झुर्रियों से भी बचाता है। ब्राउन राइस आपको उम्रदराज भी नहीं दिखने देता है। चूंकि इसमें मौजूद कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट ब्लड शुगर के स्तर को संचालित करने में मदद करते हैं। ब्राउन राइस खाने से या इसके फेसपैक की मदद से चेहरे की खूबसूरती और उसमें खिंचाव बरकरार रहता है।

चेहरे की इलास्टिसिटी

ब्राउन राइस में मौजूद सेलेनियम चेहरे की इलास्टिसिटी और उसे झूलने से बचाता है। आप दही के साथ ब्राउन राइस को पीस कर उसका फेसपैक बना कर इस्तेमाल कर सकती हैं।

एक्ने फ्री – Acne Free

इन सबके अलावा अगर आपको एक्ने की परेशानी है तो इसमें भी ब्राउन राइस का फेसपैक मदद करता है। इसमें एंटी ऑक्सीडेंट्स, विटामिंस और मैग्नीशियम पाए जाते हैं, जो कि त्वचा को एक्ने होने से बचाते हैं।

एग्जीमा से बचाव – Prevent Eczema

ब्राउन राइस में मौजूद स्टार्च कंटेंट आपको एग्जीमा से बचाता है। अगर आपको एग्जीमा की कोई परेशानी हो रही है, तो जहां पर आपको निशान दिख रहे हैं, वहां ब्राउन राइस का लेप लगा सकते हैं। इसे लगातार 10 दिन तक करने से काफी आराम मिलता है।

सनबर्न से राहत – Relief Sunburn

ब्राउन राइस में मौजूद एंटी इंफ्लेमेटरी और कूलिंग तत्व होने के कारण सनबर्न में भी काफी राहत मिलती है। इसके उपयोग से किसी भी तरह के दाग- धब्बे खत्म हो जाते हैं।

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बालों के लिए बेस्ट है ब्राउन राइस – Brown Rice Benefits for Hair in Hindi

ब्राउन राइस खाने वालों के बाल भी काफी स्वस्थ रहते हैं। इसकी सबसे बड़ी वजह है कि इसमें विटामिन बी 1, विटामिन बी 3, विटामिन बी 6 और विटामिन ई मौजूद होते हैं। साथ ही फोलेसिन, पोटैशियम और फाइबर से भी यह भरपूर है। बालों की खूबसूरती और मजबूती के लिए इससे बेहतर विकल्प और क्या होगा। दरअसल, हमारे बालों को कई तरह के मिनरल्स और न्यूट्रीएंट्स की जरूरत होती है। ऐसे में ब्राउन राइस न्यूट्रीशन का पावर हाउस साबित होता है। ये बालों के स्कैल्प और उनकी जड़ों में आने वाले ब्रेक से बचाते हैं। इसमें मौजूद प्रोटीन बालों के सेल के विकास में मदद करते हैं और बालों को ब्लड भी पहुंचाते हैं।

आप ब्राउन राइस का इस्तेमाल बालों के लिए हेयर मास्क के तौर पर भी कर सकती हैं। ब्राउन राइस को अंडे के साथ मिक्स करके हेयर मास्क के तौर पर बालों पर लगाएं और दस मिनट के बाद बाल धो लें। इससे आपके डैमेंज्ड बाल काफी मुलायम हो जाते हैं। यही नहीं, फाइबर और स्टार्च की मौजूदगी के कारण ब्राउन राइस को नेचुरल हेयर कंडीशनर भी माना जाता है। अगर आप बालों में रूसी से परेशान हैं, तब भी ब्राउन राइस का मास्क काफी सहायक साबित होता है। चूंकि इसमें सेलेनियम की मात्रा होती है और यह बालों की रूसी को खत्म करने में सहायक होती है। आइये अब ब्राउन राइस रेसिपी जानें (brown rice banane ka tarika)।  

ब्राउन राइस से बनने वाली एक स्वादिष्ट रेसिपी – Brown Rice Recipe in Hindi

यूं तो आम दिनों में आप ब्राउन राइस को केवल स्टीम करके पका सकती हैं। लेकिन कभी-कभी अगर आप इसके स्वाद में बदलाव चाहती हैं तो कोई दिक्कत नहीं है। ब्राउन राइस का पुलाव काफी पसंद किया जाता है।

तो आइये जान लेते हैं ब्राउन राइस कैसे बनता है और ब्राउन राइस बनाने की विधि (brown rice kaise banaye)…

सामग्री : बासमती ब्राउन राइस एक कप, हरी मिर्च 2, दालचीनी आधा इंच, हीर इलायची 2, लौंग, साबुत जीरा एक चौथाई चम्मच, नमक तीन चुटकी, तेल 2 चम्मच, आधा लहसुन, पानी चार कप, धनिया पत्ता, गाजर1, प्याज 2, बीन्स 6, हरी शिमला मिर्च 1, ब्रॉकली आधा कप, हरी मटर चौथाई कप।

विधि : ब्राउन राइस पुलाव बनाने के लिए चावल को भिगो कर रख लें। इसके बाद एक पैन में तेल गर्म करें और उसमें दालचीनी, जीरा, लौंग और इलायची डाल कर उसे हल्का भून लें। फिर सारे साबुत मसालों को करीब 45 सेकंड तक भूनें। फिर उनमें कटा हुआ प्याज और लहसुन डाल लें। जब प्याज सुनहरा हो जाये तो भिगो कर रखा गया बासमती चावल, सब्जियां, हरी मिर्च और नमक डाल कर अच्छी तरह से मिला लें। इसके बाद तीन से चार कप पानी डालें और धीमी आंच पर पकने दें, जब तक कि ज्यादातर पानी सूख न जाये और चावल के साथ ही सब्जियां भी पक न जायें। इसे पूरी तरह से पकने दें। पुलाव तैयार है। इसे धनिया पत्ती से गार्निश कर सर्व करें। 

ब्राउन राइस से होने वाले स्वास्थ्य लाभ को लेकर पूछे गये महत्वपूर्ण सवाल और जवाब – FAQ’s

क्या ब्राउन राइस को नियमित तौर पर खाने से वजन बढ़ता है?

बिल्कुल नहीं। इसमें सच्चाई नहीं है, बल्कि आमतौर पर लोग कहते हैं कि रात में चावल खाकर सोना नहीं चाहिए। लेकिन ब्राउन राइस का सेवन तो रात में भी किया जा सकता है। ब्राउन राइस से दरअसल, वजन घटाने में मदद मिलती है। इसमें मिलने वाले फाइबर के कारण मेटाबॉलिज्म काफी अच्छा हो जाता है। साथ ही कम कैलोरी होने के कारण आप इसका सेवन आराम से कर सकते हैं।

क्या मधुमेह के मरीजों को ब्राउन राइस से परहेज करना चाहिए?

ब्राउन राइस के सेवन को लेकर आपको एक बार अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। वैसे, सच तो यह है कि ब्राउन राइस खा सकते हैं। इसमें मौजूद फाइबर टाइप 2 शुगर को रोकने में मदद करता है।

क्या ब्राउन राइस हड्डियों के लिए भी बेहतरीन डाइटरी फूड है?

जी बिल्कुल, ब्राउन राइस मैग्नेशियम का काफी अच्छा स्रोत है, जो कि हड्डियों को स्वास्थ्यप्रद बनाये रखने में सहायक है। अगर आप हर दिन ब्राउन राइस का सेवन करती हैं तो लगभग 21 प्रतिशत मैग्नीशियम आपको मिलता है और यही मैग्नीशियम आपकी हड्डियों के लिए काफी पोषक माना जाता है। यही नहीं, इसमें कैल्शियम भी होता है और उससे भी हड्डियों को काफी मदद मिलती है।

क्या ब्राउन राइस सफेद चावल की तुलना में अधिक पौष्टिक हैं?

जी हां, इसकी सबसे खास वजह यह है कि ब्राउन राइस एक खाद्य अनाज ही है, जिसमें विटामिन बी, फॉस्फोरस, सेलेनियम, मैंगनीज, पोटैशियम और मैग्नीशियम जैसे कई पोषक तत्व होते हैं। इसके डाइटरी फाइबर होने के कारण भी यह सफेद चावल से अधिक पौष्टिक होता है। फिर यह अनरिफाइंड और अनपॉलिश्ड चावल भी होता है।

 

 

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