खुबानी (Apricot) अपनी खूबियों के लिए विश्वभर में मशहूर है। फूड लवर इसे बेहद पसंद करते हैं। खासतौर से ताजा और फ्रेश फ्रूट्स खाने वाले लोगों का यह पसंदीदा फल है। इसकी एक खास वजह यह भी है कि खुबानी (apricot in hindi) का आकार जितना खूबसूरत है, उसका स्वाद उससे भी ज्यादा रसीला। खुबानी, दरअसल एक रसदार और भरपूर सुगंध से भरा फल है, जिसका उपयोग न सिर्फ कई प्रकार के व्यंजनों में किया जाता है, बल्कि इसे स्वास्थ्य के लिए भी बेहद लाभदायक माना जाता है।
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खुबानी यानि एप्रिकाॅट की उत्पत्ति के बारे में मान्यता है कि चार हजार साल पहले खुबानी की खेती (apricot in hindi) चीन में शुरू हुई थी। फिर जब लोग व्यापार के लिए वहां जाने लगे तो वापसी के दौरान इसे साथ देकर आने लगे। बाद में इसकी खेती यूरोप में की जाने लगी। फिर अंग्रेज इसे भी ले गये। फिलहाल विक्टोरिया इसका मुख्य उत्पादक बन गया है। स्वाद के साथ ही इसे खाने से भूख भी शांत हो जाया करती थी तो धीरे- धीरे इसकी लोकप्रियता बढ़ने लगी। खुबानी की खूबियों ने खाने- पीने के शौकीनों को इसका दीवाना बना दिया है। तो आइये जानते हैं कि किन कारणों से खुबानी की लोकप्रियता में लगातार इजाफा हो रहा है।
खुबानी के पोषक गुण – Apricot Nutritional Value in Hindi
खुबानी में विटामिन ए, सी, पौटेशियम और मैंगनीज़ जैसे आवश्यक तत्वों और डाइटरी फाइबर की भरपूर मात्रा होती है, जो सेहत को काफी लाभ पहुंचाती हैं।
खुबानी को लोग खास तौर पर नाश्ते में खाना पसंद करते हैं। इसकी गिनती बेशक मीठे खाद्य पदार्थ में की जाती है लेकिन यह सिर्फ मीठे पदार्थ के रूप में ही सीमित नहीं है। मध्य पूर्वी देशों में कई व्यंजनों का स्वाद बढ़ाने के लिए, यहां तक कि मांसाहारी भोजन में भी इसे मसालों के साथ मिला कर पकाया जाता है और लोग खूब चाव से खाते हैं। इसमें ऊर्जा, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, अच्छे कोलेस्ट्रॉल और डाइटरी फाइबर की प्रचुर मात्रा होती है।
खुबानी के स्वास्थ्य लाभ – Health Benefits of Apricot in Hindi
एंटी कैंसर
खुबानी दिखने में भले ही छोटे आकार का हो, मगर इसके कई गुण हैं। यह न सिर्फ आपका स्वाद बदलता है, बल्कि कैंसर और मधुमेह जैसी घातक बीमारियों से छुटकारा दिलाता है। डॉक्टर भी इसे खाने की सलाह देते हैं। खुबानी (apricot in hindi) के बीजों में कैंसर से लड़ने वाले तत्व मौजूद होते हैं। रिसर्च में यह बात साबित भी हो गयी है कि खुबानी के बीज में पाया जाने वाला विटामिन बी 17 कैंसर से बचाता है। इसके साथ- साथ खुबानी में विटामिन ए और विटामिन सी भी अच्छी मात्रा में होता है, जो इम्युनिटी को बढ़ाने में सहायक होता है, जिससे कैंसर सेल्स से लड़ने में मदद मिलती है।
कब्ज में फायदेमंद
कब्ज की बीमारी अब आम है मगर इसकी वजह से पेट से संबंधित कई बीमारियां होने लगती हैं। कब्ज के कारण गैस, पेट दर्द और पेट से जुड़ी कई परेशानियों में खुबानी के सेवन (apricot in hindi) से राहत मिलती है। यह कब्ज की परेशानी को दूर करने में सहायक होता है। इस फल में फाइबर होता है, जिससे पाचन क्रिया दुरुस्त हो सकती है।
दिल का दोस्त
खुबानी को दिल का दोस्त भी कहा जाता है। वजह यह है कि दिल के मरीजों को खाने- पीने से संबंधित कठिन नियम मानने पड़ते हैं। ऐसे में खुबानी उनके स्वाद को बढ़ाता है। जी हां, फाइबर गुण से समृद्ध होने के कारण यह फल शरीर में कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने का काम करता है, जिससे हृदय संबंधी बीमारियों से छुटकारा मिलता है। यह खराब कोलेस्ट्रॉल को कम कर अच्छे कॉलेस्ट्रॉल को बढ़ाने का भी काम करता है। सूखी हुई खुबानी कोरोनरी आर्टरी कैल्सीफिकेशन से भी बचाती है।
एनीमिया से दूरी
एनीमिया के कारण शरीर में ऑक्सीजन का प्रवाह कम होने लगता है। इसमें थकान, त्वचा में पीलापन, सांस लेने जैसी तकलीफें होती हैं। ऐसे में डॉक्टर का मानना है कि यह फल उन्हें राहत देता है। विटामिन- सी की मौजूदगी के कारण यह एंटीऑक्सीडेंट के रूप में शारीरिक क्षमता को बढ़ावा देता है। शरीर में रक्तचाप को बनाए रखने के लिए खुबानी का रोजाना सेवन किया जाना चाहिए।
अस्थमा से राहत
खुबानी में मौजूद विटामिन- सी के कारण अस्थमा के रोगियों को भी इसके सेवन करने की राय दी जाती है। विटामिन सी उच्च स्तर सांस की तकलीफ को कम करने में मदद करता है। साथ ही वह सांस की तकलीफ और संक्रमण को दूर करने में भी सहायक होता है।
आंखों के लिए बढ़िया
उम्र के साथ- साथ आंखों की परेशानियां भी धीरे- धीरे घर करने लगती हैं। ऐसे में आंखों की सेहत का ख्याल रखना भी आवश्यक है। खुबानी इसमें सहायक होता है। माना जाता है कि 40 की उम्र के बाद आंखों की रोशनी कमजोर होने लगती है। सही पोषण की कमी इसका बड़ा कारण है। ऐसे में खुबानी में मौजूद विटामिन सी और बी- कैरोटीन आंखों की रोशनी बढ़ाने में सहायक होते हैं। हर दिन इसके सेवन से आंखों की रोशनी बरकरार रहती है।
तंदरुस्त हड्डियां
खुबानी यानि एप्रिकाॅट आपकी हड्डियों को भी तंदरुस्त बनाने में सहायक है। इसकी वजह है कि इसमें आवश्यक मीनिरल्स हैं, जिनमें पोटैशियम के साथ- साथ कैल्शियम की भी मात्रा शामिल है। इसमें मैंगनीज की भी मात्रा है, इसलिए यह स्वास्थ्य के साथ- साथ आपकी हड्डियों को भी मजबूत करने में सहायक होता है। हड्डियों को मजबूत करने के लिए इसका इस्तेमाल कई तरीके से किया जा सकता है, खासतौर से मीठे पकवान और मसाले से बनने वाले व्यंजन में इसका इस्तेमाल हो सकता है या फिर इसे यूं ही फल के रूप में भी खाया जा सकता है।
इलेक्ट्रोलाइट संतुलन
खुबानी के सेवन से एक अहम फायदा यह भी है कि इससे आपके शरीर का इलेक्ट्रोलाइट संतुलन पूरी तरह से बरकरार रहता है। इसमें मौजूद पोटैशियम इस संतुलन में मददगार होता है, जिसके कारण हृदय रोग से बचने में आसानी होती है।
त्वचा के लिए अच्छा
खुबानी (एप्रिकाॅट) के न सिर्फ सेहत संबंधी फायदे हैं, बल्कि इसके सेवन से आपकी त्वचा भी बेहतरीन रहती है। इसके सेवन से एंटी एजिंग की समस्या से निजात पाई जा सकती है। रोजाना दो या तीन खुबानी का सेवन किया सकता है। यही नहीं, इसका फेस पैक बनाने में भी प्रयोग कर सकते हैं। इसमें मौजूद विटामिन- सी त्वचा के लिए फायदेमंद है, जो चेहरे को चमकदार बनाने में सहायक होता है। यही वजह है कि खुबानी का इस्तेमाल कई ब्यूटी प्रोडक्ट्स जैसे क्रीम, स्क्रब, फेस पैक, जेल, फेसवॉश में किया जाता है। खुबानी के तेल में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं।
बुखार करे ठीक
खुबानी सीजनल बुखार को भी ठीक करने में सहायक होता है। इसके एंटी ऑक्सीडेंट तत्व इसमें मदद करते हैं। बुखार होने पर ऊर्जा के लिए कई बार डॉक्टर इसके सेवन की सलाह देते हैं।
डॉक्टर का कहना है कि अगर बुखार में मरीज को और कुछ भी खाने की इच्छा न हो तो खुबानी देने से उन्हें न सिर्फ ऊर्जा मिलती है, बल्कि उनके मुंह का स्वाद भी बहुत हद तक बदलता है और मिजाज अच्छा हो जाता है।
खुबानी फल के अन्य फायदे – Khubani ke Fayde in Hindi
त्वचा और सेहत के अलावा खुबानी (एप्रिकाॅट) के अन्य फायदे भी हैं। खुबानी बालों को भी स्वस्थ रखने का काम करता है। खुबानी के तेल में मौजूद विटामिन ए और ई बालों को बढ़ाने में मदद करता है। इसके तेल का इस्तेमाल रेगुलर शैंपू और कंडीशनर में किया जाता है। इसके तेल की मालिश से स्कैल्प को काफी आराम भी मिलता है। इसके सेवन से स्कैल्प की समस्याओं से छुटकारा मिलता है। गर्मी के दिनों में खुबानी के सेवन से शरीर में ठंडक बनी रहती है।
खुबानी का उपयोग व सेवन
आप खुबानी को दही के साथ मिलाकर खा सकते हैं या अपने सुबह के नाश्ते में दलिये के साथ मिला कर भी इसका सेवन कर सकते हैं।
फलों का जूस निकालते वक्त बाकी फलों के साथ इसे मिला कर खुबानी का मिल्क शेक और जूस भी तैयार किया जा सकता है, जिसे सुबह- सुबह पीना सबसे अच्छा होगा।
आप इसे धोकर ऐसे भी खा सकते हैं, यह स्वादिष्ट लगेगा।
मीठे पकवानों में इसका उपयोग स्वाद को और बढ़ा देता है। खासतौर से मांसाहारी भोजन में इसके उपयोग से स्वाद बढ़ जाता है।
खुबानी के नुकसान – Side effects of Apricots in Hindi
यह बात तो जगजाहिर है कि किसी भी चीज की अति सही नहीं होती है, फिर चाहे वह कितना भी स्वाद से भरपूर क्यों न हो। ठीक उसी तरह खुबानी (एप्रिकाॅट) के ज्यादातर तो फायदे ही हैं लेकिन इसके सेवन को लेकर कुछ अध्ययन यह भी बताते हैं कि खुबानी के बीजों का अत्यधिक सेवन जानलेवा रसायन का कारण भी बन सकता है। सूखे खुबानी के सेवन से आंतों में रुकावट हो सकती है। कई बार इसके सेवन से उल्टी और पेट के नीचे एबडॉमिनल दर्द भी होता है। यह बेहद जरूरी है कि आप जब खुबानी का उपयोग करें तो एक बार डॉक्टर की सलाह लेना न भूलें। जिन्हें आंतों से संबंधित कोई परेशानी है, वे इसका सेवन न ही करें।
खुबानी के बारे में पूछे जाने वाले सवाल और जवाब – FAQ’s
नहीं, ऐसा बिल्कुल नहीं है कि इसका कोई मौसम निर्धारित है। हर मौसम में इसे खाया जा सकता है। हां, अगर यह फल के रूप में न मिले, तो इसे सुखा कर ड्राई फ्रूट्स के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। बहुत कम लोग इस ड्राईफ्रूट के बारे में जानते हैं, जबकि इसमें विटामिन ए, बी, सी और ई पाया जाता है। साथ ही इसमें पोटैशियम, मैग्नीशियम, कॉपर और फॉस्फोरस भी होता है। खुबानी फाइबर का भी बेहतरीन स्त्रोत है।
अमूमन डॉक्टर की सलाह होती है कि अगर आप फल के रूप में इसे खा रहे हैं तो एक दिन में तीन और अगर सुखे हुए खुबानी खा रहे हैं तो पांच खा सकते हैं। खासतौर से डायबीटिज के मरीजों को कहा जाता है कि वे नाश्ते में खुबानी को अपनी नियमित डाइट में शामिल करें या फिर खाली पेट खा लें।
नहीं, बिल्कुल नहीं। इसके सेवन से तो वजन नियंत्रण में फायदा होता है। इसमें अच्छे कॉलेस्ट्रॉल होते हैं, जो कि वजन घटाने में सहायक होते हैं। यह एक मिथ है कि इस तरह के सभी ड्राई फ्रूट्स वजन बढ़ाते हैं। खुबानी दिल के लिए भी अच्छा है। इसलिए हार्ट के मरीजों को भी इसे खाने की सलाह दी जाती है। इसकी खास बात यह भी है कि यह आसानी से उपलब्ध होता है और इसकी कीमत बहुत अधिक नहीं होती है। आप घर पर भी इस फल को सुखा कर ड्राई फ्रूट्स बना सकते हैं।
यह भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में, जैसे कश्मीर, हिमाचल प्रदेश जैसी जगहों पर उगाया जाता है।
हां, खुबानी सेहत के साथ- साथ बालों के लिए भी अच्छा है। तेल के रूप में भी इसका इस्तेमाल होता है। चेहरे के लिए ग्लो मास्क, कील- मुंहासों को मिटाने के लिए भी इसका इस्तेमाल होता है। कई एंटी एजिंग क्रीम में भी इसका खूब उपयोग होता है।
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