Gully Boy Review : बॉलीवुड के लिए साल 2019 काफी अच्छा साबित होने वाला है। धमाकेदार शुरुआत के साथ फिल्मों ने दर्शकों का दिल जीतने का रिकॉर्ड बनाने की ठान ली है। फिल्म ‘गली बॉय’ का हाल भी कुछ ऐसा ही रहने वाला है। गली बॉय रिव्यू – रणवीर सिंह के फैन्स, आलिया भट्ट की दमदार एक्टिंग और वैलेंटाइंस डे का कॉम्बो ‘गली बॉय’ के लिए काफी अच्छा साबित होने वाला है।
डायरेक्टर – जोया अख्तर (Zoya Akhtar)
सितारे – रणवीर सिंह (Ranveer Singh), आलिया भट्ट (Alia Bhatt), कल्कि कोचलिन (Kalki Koechlin), सिद्धांत चतुर्वेदी (Siddhant Chaturvedi), विजय राज (Vijay Raj)
‘गली बॉय’ की कहानी
फिल्म की शुरुआत होती है एक चॉल से, जहां मुराद (रणवीर सिंह- Ranveer Singh) अपनी अम्मी और अब्बू (विजय राज) के साथ रहता है। उसके अब्बू ने दूसरा निकाह कर लिया है और उसकी अम्मी के साथ मारपीट करते हैं। मुराद और उसके अब्बू की आपस में बनती नहीं है और उनके बीच आए दिन लड़ाई होती रहती है। स्कूल के समय से ही मुराद की एक गर्लफ्रेंड है सफीना (आलिया भट्ट- Alia Bhatt), जो मुराद के प्यार में इस कदर पागल है कि मारपीट से भी उसे कोई परहेज़ नहीं है।
उसके दो ही सपने हैं, मुराद से शादी करना और डॉक्टर बनना। एक दिन कॉलेज में मुराद की मुलाकात एम सी शेर (सिद्धांत चतुर्वेदी) से होती है, जो कि रैपर है। मुराद उससे काफी प्रेरित होता है और खुद लिखने की कोशिश करने लगता है। एक बार वह अपना लिखा हुआ एम सी शेर को सुनाता है और फिर दोनों टीम बनाकर रैप गाने लगते हैं। देखते ही देखते मुराद काफी चर्चित हो जाता है और उसे ‘गली बॉय’ का नाम दे दिया जाता है।
एक्टिंग का कमाल
इस फिल्म में दो ऐसे सितारे हैं, जिनकी एक्टिंग का कोई जवाब नहीं है। एनर्जी से भरपूर रणवीर सिंह ने मुराद के किरदार में जान डाल दी है। वहीं, आलिया भट्ट की बेहतरीन परफॉर्मेंस भी आपका दिल जीत लेने के लिए काफी है। उनका रोल छोटा है मगर सफीना के किरदार में वे काफी जुनूनी लगी हैं। इन दोनों के अलावा बाकी एक्टर्स ने भी अपने- अपने किरदारों में जान फूंक दी है। रैपर एम सी शेर की भूमिका में सिद्धांत चतुर्वेदी को देखकर इतना तो तय है कि वे लंबी रेस का घोड़ा साबित होने वाले हैं।
यह उनकी पहली फिल्म है मगर वे इस कदर छा गए हैं कि उनकी चर्चा के बिना फिल्म की बात ही अधूरी रह जाए। मुराद के पिता के किरदार में विजय राज ने भी अपनी छाप छोड़ी है। बाप- बेटे के झगड़े के दृश्य हों या मुराद (रणवीर) को उसका काम और जगह समझाने वाला दृश्य, विजय राज की एक्टिंग काफी प्रभावित करती है।
फिल्म क्यों देखें
अगर आप रणवीर सिंह के फैन हैं तो आपको गली बॉय (Gully Boy) देखने के लिए किसी दूसरी वजह की कोई ज़रूरत ही नहीं है। रैपर के किरदार में रणवीर का अभिनय और डेंजरस सफीना के किरदार में आलिया भट्ट आपका दिल ज़रूर जीत लेंगी। फिल्म में जुनून है, प्रेरणा है, कुछ हटकर करने की कसक है। इसे देखने के बाद आपको महसूस होगा कि टैलेंट हर किसी के अंदर होता है, ज़रूरत होती है तो उसे पहचान कर बढ़ावा देने की। यह फिल्म आपको काफी हद तक इंस्पायर कर सकती है।
इस फिल्म से यह सीख भी मिलती है कि सपने कोई भी देख सकता है, ऐसा नहीं है कि आप अपनी उम्र या स्टेटस के हिसाब से ही कोई सपना देखें। बस, उस सपने को पूरा करने का जुनून, आत्मविश्वास और धैर्य होना चाहिए। वैलेंटाइंस डे के खास मौके पर अपनी गर्लफ्रेंड या परिवार के साथ यह फिल्म देखी जा सकती है। गली बॉय के गीत- संगीत और डायलॉग फिल्म की रिलीज़ से पहले ही छा टुके हैं। इसका एक डायलॉग – अपना टाइम आएगा तो काफी चर्चित है।
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