बहुत सी महिलाओं को गर्भ धारण करने के 2-3 महीने से ही चक्कर आना और कमजोरी जैसी समस्या होनी शुरू हो जाती है। लेकिन वहीं किसी-किसी महिला को पूरी प्रेगनेंसी के दौरान चक्कर आने की शिकायत बनी ही रहती है। आयरन और कैल्शियम की दवाई सही समय पर लेने के बाद भी उन्हें कमजोरी रहती ही है। ऐसे में उन गर्भवती महिलाओं का ये सवाल रहता है कि क्या इस तरह से पूरी प्रेगनेंसी के दौरान चक्कर आना सामान्य है या फिर किसी समस्या का संकेत? तो आइए जानते हैं एक्सपर्ट की इस पर क्या राय है।
गर्भावस्था के शुरुआती चरणों में चक्कर आना बहुत आम है। गर्भावस्था के दौरान चक्कर आने के कारण और उपाय रक्तचाप में उतार-चढ़ाव के कारण होते हैं। गर्भावस्था के दौरान शरीर में होने वाले परिवर्तनों के अनुकूल होने के लिए संतुलित और पौष्टिक आहार की आवश्यकता होती है। ऐसा न करने पर ब्लडप्रेशर में उतार-चढ़ाव हो सकता है। जैसे-जैसे हार्ट बीट बढ़ती है, वैसे-वैसे दिल को खून की जरूरत ज्यादा होने लगती है। अक्सर सही आहार से फर्क पड़ता है। कई प्रेगनेंट महिलाएं उचित आहार शुरू करने के बाद चक्कर की शिकायत करना बंद कर देती हैं। इसलिए नियमित रूप से स्वस्थ, सात्विक, संतुलित आहार लें। निर्धारित आहार समय का पालन करें। इसके लिए किसी दवा की जरूरत नहीं है। बस नीचे दिये गये इन सुझावों का पालन करें –
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