हम में से अधिकतर महिलाएं फेसवॉश (Face Wash) और क्लींज़र (Cleanser) के बीच कन्फ्यूज़ हो जाती हैं। वैसे तो दोनों ही स्किन केयर प्रोडक्ट हैं और दोनों का का काम त्वचा को क्लेंज़ करना होता है, लेकिन फिर भी दोनों के बीच अंतर होता है। आपको भी इन दोनों चीज़ों के बीच के अंतर के बारे में जानकारी होनी चाहिए। इसलिए आज हम आपको अपने इस आर्टिकल में फेसवॉश और क्लींज़र के बीच अंतर बताने वाले हैं।
दरअसल, क्लींज़र का इस्तेमाल त्वचा को गहराई से साफ करने के लिए किया जाता है। क्लींज़र आपके चेहरे की मृत कोशिकाओं, गंदगी, तेल आदि को साफ करने में मदद करता है। आप चाहें तो क्लींज़र का इस्तेमाल हफ्ते में 2 से 3 बार कर सकती हैं।
स्किन केयर टिप्स (Skin Care Tips in Hindi): जैसा कि इसके नाम से ही साफ हो रहा है, ”फेस वॉश”- इसका मतलब है कि चेहरे को साफ करने लिए बनाया गया प्रोडक्ट। त्वचा को नियमित रूप से साफ करना बहुत ज़रूरी होता है। त्वचा में से प्राकृतिक तेल निकलता है, जिससे आपकी त्वचा का पीएच स्केल बैलेंस रहता है। हालांकि, त्वचा पर साबुन का इस्तेमाल करने से आपकी त्वचा खराब हो सकती है। इसी वजह से चेहरे की त्वचा पर फेसवॉश क्रीम का इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है।
फेसवॉश | क्लींज़र |
त्वचा की गहरी परतों से धूल-मिट्टी को हटाता है और छिद्रों को साफ करता है। | धूल मिट्टी को हटाए, मेकअप को भी हटाने में मदद करे। साथ ही चेहरे से अधिक तेल को हटाता है और त्वचा को गहराई से साफ करता है। |
ऑयली और कॉम्बिनेशन स्किन के लिए है फायदेमंद। | ड्राय और सेंसिटिव स्किन के लिए क्लींज़र काफी लाभकारी होता है |
इसमें काफी अधिक झाग बनता है। | इसमें झाग नहीं बनता है। |
साबुन के मुकाबले अधिक जेंटल होता है। | फेसवॉश के मुकाबले स्किन पर अधिक जेंटल होता है। |
इसमें मोइश्चराइज़िंग और हाइड्रेटिंग फैक्टर कम होते हैं! | फेसवॉश के मुकाबले ज़्यादा हाइड्रेटिंग और मोइश्चराइंज़िंग होता है। |
इसका इस्तेमाल सुबह के वक्त करना चाहिए। | इसका इस्तेमाल रात को सोने से पहले करना चाहिए। |
फेसवॉश लगाने के बाद चेहरा धोना आवश्यक होता है। | क्लेंज़ करने के बाद हमेशा आपको पानी की ज़रूरत नहीं होती है। |
फेसवॉश का इस्तेमाल महिलाओं द्वारा रोज़ाना फेस केयर (Face Care) के लिए किया जाता है। यह आपकी स्किन को फ्रेश रखता है और तेल को भी कम करता है। कई महिलाएं साबुन के विकल्प के रूप में फेसवॉश का इस्तेमाल करती हैं, क्योंकि इससे त्वचा को अधिक नुक्सान नहीं होता है। अधिकतर फेसवॉश, साबुन के जितना ही झाग बनाते हैं और त्वचा को नुक्सान पहुंचाए बिना ही इसे साफ करते हैं।
झाग वाले फेसवॉश आपके चेहरे की धूल-मिट्टी और एक्सेस ऑयल को निकालते हैं। इसी तरह, सही फेस वॉश आपके छिद्रों को बंद करता है, जिससे आपकी त्वचा सांस ले पाती है। जर्म-किलिंग फेसवॉश का नियमित रूप से इस्तेमाल करने से आपके चेहरे के मुंहासें भी कम होते हैं।
फेस क्लींज़र (Face Cleanser) एक अलग प्रकार का सोल्यूशन होता है, जिसका इस्तेमाल चेहरे से धूल-मिट्टी और एक्सेस ऑयल को निकालने के लिए किया जाता है। हालांकि, इसका इस्तेमाल महिलाएं अपना मेकअप हटाने के लिए भी करती हैं। वहीं कई महिलाएं सुबह के वक्त मेकअप लगाने से पहले भी त्वचा पर क्लींज़र लगाती हैं। इससे उनका मेकअप स्मूथली लग जाता है।
बेहतरीन क्लींजिंग क्रीम में फेसवॉश की तरह झाग नहीं बनता है और इस वजह से दोनों एक दूसरे से काफी अलग होते हैं। क्लींज़र लगाने के बाद त्वचा को आप टिशू या फिर गीले तौलिये से साफ कर सकती हैं। साथ ही क्लींज़र त्वचा पर काफी सोफ्ट होता है और इसे बिल्कुल नुकसान नहीं पहुंचाता है। क्लींज़र आपकी स्किन को फेसवॉश के मुकाबले अधिक मोइश्चराइज़र करते हैं और कोमल बनाते हैं।
दिन में दो बार चेहरे को फेसवॉश से धोना चाहिए, इसके बारे में सभी महिलाएं जानती हैं। साथ ही रोज़ाना महिलाएं इसी तरह से अपने चेहरे को धोती हैं, लेकिन फेसवॉश करने का सही तरीका भी है। इसलिए हम आपके लिए फेसवॉश लगाते वक्त किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, इसकी लिस्ट लेकर आए हैं।
अगर आप एक्सपर्ट्स से पूछे तो वो यही कहेंगे कि क्लींज़िंग क्रीम स्किन को क्लीन करने और हेल्थी रखने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। क्लींज़िंग करने से न केवल त्वचा के टॉक्सिन पदार्थ और धूल-मिट्टी निकलती है बल्कि इससे आपका चेहरा मोइश्चराइज़ भी होता है। अपनी स्किन की ब्यूटी को बनाए रखने के लिए क्लींज़िंग करना बहुत ज़रूरी है। इसलिए क्लींज़िंग कैसे करते हैं, ये जानने से पहले केवल इस बात का ध्यान रखें कि इसका मकसद क्या होता है। फेसवॉश की तरह क्लींजिंग करने का भी तरीका होता है।
यदि आपकी स्किन ड्राय है तो आपके लिए फेस क्लींज़र ज्यादा अच्छा ऑप्शन है। दरअसल, फेस क्लींज़र से आपका चेहरा मोइश्चराइज़ रहता है और साथ ही स्वस्थ भी रहता है। कोशिश करें कि आप अपने लिए हाइड्रेटिंग चीज़ों जैसे कि हाइलुरोनिक एसिड या फिर ग्लिसरीन वाले क्लींज़र लें।
अगर आपकी स्किन ऑयली या फिर एक्ने प्रोन है तो आपको फॉमिंग फेसवॉश का इस्तेमाल करना चाहिए। पोर्स को क्लीन रखने और तेल को हटाने के लिए आपको फॉमिंग फेसवॉश की ज़रूरत होती है। ऑयली स्किन के लिए फेसवॉश अधिक अच्छे तरीके से काम करता है। साथ ही मुंहासें और पिपंल्स को दूर रखने में भी मदद करता है।
यदि आप रोज़ाना घर से बाहर जाती हैं और आपकी त्वचा धूल-मिट्टी, प्रदूषण और सूरज की हानिकारक किरणों के संपर्क में आती हैं तो आपको क्लींज़र का इस्तेमाल ज़रूर करना चाहिए। साथ ही आपको बता दें कि सेंसिटिव और ड्राय स्किन के लिए क्लींज़र काफी लाभकारी होता है। अगर आपकी कॉम्बिनेशन या फिर ऑयली स्किन है और आप मेकअप का इस्तेमाल नहीं करती हैं तो आप केवल फेसवॉश का इस्तेमाल कर सकती हैं।
जी हां, बिल्कुल आप फेसवॉश और क्लींज़र दोनों का एक साथ इस्तेमाल कर सकती हैं। अगर आप दोनों ही प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करना चाहती हैं तो बता दें कि आपको फेसवॉश का इस्तेमाल रोज़ाना करना चाहिए। वहीं आपको हफ्ते में केवल 2 बार ही क्लींज़िंग करनी चाहिए। अगर आपकी ड्राय स्किन है तो आप अपनी सहूलियत के अनुसार दोनों को बदल सकती हैं और इनका इस्तेमाल कर सकती हैं। आप चाहें तो रात को सोने से पहले भी क्लींज़िंग लोशन का इस्तेमाल कर सकती हैं। इससे आपकी स्किन हाइड्रेट रहती है।
वैसे तो मार्केट में कई तरह के फेसवॉश उपलब्ध हैं। इन सभी फेसवॉश को अलग-अलग सामग्रियों से बनाया जाता है। इस वजह से सभी स्किन टाइप के लिए भी अलग-अलग फेसवॉश मार्केट में आते हैं। हालांकि, आप चाहें तो हिमालयन नीम फेसवॉश, न्यूट्रोजेना ऑयल फ्री एक्ने फेसवॉश और क्लीन एंड क्लीयर फॉमिंग फेसवॉश आदि में से कुछ फेसवॉश का इस्तेमाल कर सकती हैं।
फेसवॉश की तरह मार्केट में अलग-अलग स्किन टाइप के लिए लिए अलग-अलग क्लींज़र भी उपलब्ध हैं। इन क्लींज़र को मुख्य रूप से ड्राय और सेंसिटिव स्किन के लिए बनाया जाता है। हालांकि, सभी स्किन टाइप की महिलाएं क्लींज़र का इस्तेमाल कर सकती हैं। अगर आप खुद के लिए क्लींज़र नहीं ढूंढ पा रही हैं तो आप सीबीम्ड क्लीयर फेस क्लींज़िंग फॉम, केटाफिल जेंटल स्किन क्लींज़र और लिक्विड न्यूट्रोजेना प्योर माइल्ड फेशियल क्लींज़र आदि में से चुनाव कर सकती हैं।