बच्चों को भगवान का रूप ही माना जाता है। बच्चों की आंखों में एक मासूमियत झलकती है। इसी बात पर मुझे साहिर लुधियानवी द्वारा लिखी गया गाना ‘बच्चे मन के सच्चे’ याद आ रहा है। साहिर साहब ने इन लिरिक्स में एकदम सच ही कहा है, बच्चे मन के सच्चे होते हैं और सारी दुनिया की आंख के तारे भी होते हैं और इन बच्चों से भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को बहुत प्रेम था। इस वजह से जवाहरलाल नेहरू (बाल दिवस क्यों मनाया जाता है) के जन्मदिन को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। हर साल 14 नवबंर को बाल दिवस (बाल दिवस क्यों मनाते हैं) के रूप में मनाया जाता है। बच्चों की फिल्म
जैसा कि हमने आपको बताया कि पंडित जवाहरलाल नेहरु को बच्चों से बहुत अधिक प्रेम था और इस वजह से उनके जन्मदिन को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। दरअसल, 27 मई 1964 को पंडित जवाहरलाल नेहरू के निधन के बाद ही बच्चों के प्रति उनके प्यार को देखते हुए सर्वसम्मति ये हर साल 14 नंवबर (14 नवंबर को बाल दिवस क्यों मनाया जाता है) को बाल दिवस मनाए जाने का फैसल किया गया था। इसके बाद से ही 14 नंवबर को बाल दिवस (childrens day in hindi) मनाने की शुरुआत हुई थी।
बाल दिवस (बाल दिवस कब मनाया जाता है और क्यों) बच्चों के लिए महत्वपूर्ण होता है। इस दिन स्कूल के छात्र बहुत ही खुश दिखाई देते हैं। इस खास मौके पर बच्चे सज-धज के स्कूल जाते हैं और स्कूलों में भी बच्चों के लिए विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इस दिन को वो चाचा नेहरू को समर्पित करते हैं। इसके अलावा वो मेले में अपनी बनाई हुई वस्तुओं का प्रदर्शन करते हैं। इसके अलावा बच्चे नृत्य, गान और नाटक आदि कार्यों में भी हिस्सा लेते हैं।
साथ ही बच्चे किसी भी देश का भविष्य होते हैं और इस वजह से हमें उनके भविष्य और पढ़ाई और उनकी स्किल्स को बेहतर बनाने पर अधिक ध्यान देना चाहिए। बच्चों के रहन-सहन के स्तर को ऊपर उठाना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। हमें, बच्चों (बाल अधिकार दिवस कब और क्यों मनाया जाता है?) को स्वस्थ और योग्य नागरिक बनाने की कोशिश करनी चाहिए। इस खास मौके पर केंद्र और राज्य सरकार द्वारा भी बच्चों के लिए कई तरह की योजनाओं का ऐलान किया जाता है।
पंडित जवाहरलाल नेहरू (पंडित जवाहरलाल नेहरू कौन थे) देश के पहले प्रधानमंत्री थे। उनका जन्म 14 नंवबर 1889 को इलाहबाद में हुआ था। पंडित नेहरू ने अपनी शुरुआती शिक्षा घर और निजी शिक्षकों से प्राप्त की। 15 साल की उम्र में पंडित नेहरू इंग्लैंड चले गए थे और वहां वह हैरो में दो साल तक रहे थे। इसके बाद उन्हें कैंब्रिज विश्वविद्यालय में एडमिशन मिला और यहां से उन्होंने प्राकृतिक विज्ञान में स्नातक ड्रिगी प्राप्त की। वह 1912 में भारत लौटे और राजनीति से जुड़ गए।
पंडित नेहरू (jawaharlal nehru kaun the), सितंबर 1923 में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव बने थे। उन्होंने देश को आजादी दिलाने में अहम योगदान दिया था और इसके लिए वह कई आंदोलनों का भी हिस्सा रहे थे। जवाहरलाल नेहरू ने ही 7 अगस्त 1942 को मुंबई में हुई अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की बैठक में भारत छोड़ो को कार्यान्वित करने का लक्ष्य निर्धारित किया था। इसके बाद 8 अगस्त को उन्हें अन्य नेताओं के साथ गिरफ्तार कर लिया गया था। यह आखिर बार उन्हें जेल जाना पड़ा था। इसके बाद उन्हें 1945 में रिहा किया गया था। इसके बाद देश की आजादी के बाद उन्हें देश का पहला प्रधानमंत्री चुना गया था।
जैसा कि हमने आपको पहले भी बताया, पंडित जवाहरलाल नेहरू को बच्चों से बहुत ही प्यार था। वह बच्चों के साथ समय व्यतीत करना काफी पसंद किया करते थे। 1964 में उनके निधन के बाद से ही 14 नंवबर (14 नवंबर को किसका जन्मदिन आता है) को बाल दिवस मनाना शुरू किया गया था। उससे पहले 20 नवंबर को बाल दिवस मनाया जाता था।
हर साल 14 नंवबर को बाल दिवस मनाया जाता है। इस लेख में हमने डिटेल में बाल दिवस का महत्व, पंडित जवाहरलाल नेहरू कौन थे, 14 नंवबर को किसका जन्मदिन होता है, बाल अधिकार दिवस कब और क्यों मनाया जाता है, बाल दिवस कब मनाया जाता है के बारे में बताया है।
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