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शहनाज गिल को डॉक्टर की इस सलाह से आती थी रुलाई, कहा,”लगा ये मुझे बचा सकता है”

Garima Anurag  |  Jun 6, 2023
Shehnaaz Gill

सिंगर और एक्टर शहनाज गिल अपने हैप्पी गो लकी गर्ल वाइब्स के लिए जानी जाती हैं। बिग बॉस के बाद से ही एक्ट्रेस कभी अपने करियर तो कभी अपनी पर्सनल लाइफ से सुर्खियों में रहती हैं। इन सबके के साथ एक्ट्रेस अपने चैट शो देसी वाइब्स में बातचीज के दौरान लोगों को अपने बारे में कई नई चीजें बताती रहती हैं। 

साभार- इंस्टाग्राम

हाल ही में शहनाज ने अपने शो पर ब्रह्म कुमारी बी के शिवानी को बुलाया था। शहनाज ने उनसे डिप्रेशन, माफ करने जैसी बातों से लेकर वेज और नॉन वेज के बीच के अंतर पर भी बात की। उन्होंने अपनी लाइफ के उन दिनों के बारे में भी बताया जब डॉक्टर ने उन्हें नॉन वेज खाने की सलाह दी थी।

शहनाज ने कहा, “मुझे C3C5 की समस्या थी और मैं अपनी गर्दन नहीं हिला पा रहा था। मेरी गर्दन अकड़ गई थी। इसलिए डॉक्टर ने मुझे नॉन-वेज शुरू करने की सलाह दी क्योंकि मैं शाकाहारी थी। उन्होंने मुझसे कहा कि जब तक मैं ठीक नहीं हो जाती तब तक कुछ समय तक नॉनवेज खाउं। मुझे वह सूप काफी दिनों तक पीना पड़ा था और मैं अंदर ही अंदर रोया करती थी।”

हालांकि शहनाज की इस बात पर स्पिरिचुअल गाइड और मेंटर के रूप में लोकप्रिय बी के शिवानी ने कहा कि आज पश्चिम में भी लोग कहते हैं ‘तुम वही हो जो तुम खाते हो।’ मांसाहार का अर्थ है दर्द के वाइब्रेशन्स। भले ही हम कर्म की बात करें, बस उस स्वाद को पाने के लिए या यहां तक ​​कि स्वास्थ्य लाभ के लिए, अगर किसी को हमारे लिए मरना पड़ता है, तो यह हमारे लिए स्वस्थ नहीं है, कर्म के अनुसार और वाइब्रेशन के लिहाज से भी। यह मृत्यु की ऊर्जा है। शाकाहारी भोजन में बहुत अधिक प्रोटीन होता है, उन प्रोटीनों के स्रोत की खोज करें और शाकाहारी खाने पर वापस आ जाएँ।

इस पर शहनाज ने उन्हें बताया भी कि वो वापस शाकाहारी बन चुकी हैं। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि उस वक्त वो दुखी थी क्योंकि उन्हें नॉन-वेज खाने पर वापस जाना पड़ा। उन्होंने कहा,  “मैं अपने स्वास्थ्य के लिए कुछ भी कर सकती हूं और मुझे लगा कि यह मुझे बचाएगी।”

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