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Manicure-pedicure के साथ आप infections तो नहीं ले कर आ रहीं? – Things to Consider Before any Beauty Treatment in Hindi
रोजाना ढेर सारे beauty trends हमें अपनी तरफ attract करते हैं। इन ब्यूटी ट्रेंड के साथ चलने के लिए बाजार में ढेरों beauty treatments भी मौजूद हैं। हमारी कॉलोनी के छोटे से ब्यूटी पार्लर से लेकर बड़े बड़े branded ब्यूटी पार्लर और ब्यूटी क्लीनिक इन ब्यूटी ट्रीटमेंट्स में कईं दावे करते हैं। लेकिन क्या हम सच में पता है कि हमारे लिए कौन सा ब्यूटी ट्रीटमेंट अच्छा है और कौन सा नहीं? क्या हम बिना सोचे समझे तो इन ट्रीटमेंट्स के जाल में नहीं फंस रहे? जानिए ऐसे 7 beauty treatments के बारे में जो करवाने से पहले आपको कईं बार सोचना चाहिए।
1. मेनीक्योर-पेडीक्योर
मेनीक्योर-पेडीक्योर हमारे लिए कोई इतना serious ब्यूटी ट्रीटमेंट नहीं है। हम अपनी रूटीन पार्लर visits में भी manicure-pedicure करवाते ही हैं। आखिर खूबसूरत हाथ और पैर किसे नहीं चाहिए। लेकिन इन दोनों चीजों में इस्तेमाल होने वाले tools और वो पेडीक्योर टब…जरूरी नहीं कि वो उतने साफ हों जितना उन्हें होना चाहिए। ठीक तरह से साफ न किए हुए टूल्स और टब से कईं इन्फेक्शन हो सकते हैं। इसलिए यह बात sure कर लीजिए कि आपके manicure-pedicure में साफ टूल्स का इस्तेमाल किया जा रहा है। इन दिनों gel manicures बहुत फैशन में है जो ज्यादा नुकसानदायक है। इसमें अल्ट्रावॉयलेट लाइट्स का इस्तेमाल होता है जो आपके नाखूनों के cuticles को नुकसान पहुंचाकर उसे कमजोर करते हैं। इससे नाखून वक्त-बेवक्त टूटने लगते हैं। इसलिए बेहतर है कि जेल मेनीक्योर करवाने से पहले इसके बारे में पूरी तरह जानकारी ले लें।
2. हेयर ट्रीटमेंट
बालों को smooth बनाने के लिए इन दिनों कई तरह के हेयर ट्रीटमेंट मौजूद हैं। Keratin treatments, या Brazilian Blowout का खास क्रेज देखा जा रहा है। ये ट्रीटमेंट करवाने के बाद जाहिर है आपको खुद अपने बालों से प्यार हो जाएगा क्योंकि बाल एकदम मुलायम और चमदार हो जाएंगें। लेकिन ये ट्रीटमेंट इन दिनों कैंसर के एक कारण के तौर पर भी बदनाम हो रहा है। दरअसल इस ट्रीटमेंट में formaldehyde होता है जो सांस के जरिए शरीर में जाता है जिससे आंखों, respiratory system और nervous system में परेशानी हो सकती है। यानि अगर आप regularly ये ब्यूटी ट्रीटमेंट लेती हैं तो आपको सांस और आंखों की तकलीफ हो सकती है।
3. लेज़र हेयर रिमूवल
शरीर के किसी हिस्से, खासतौर से चेहरे के अनचाहे बाल हटाने के लिए लेज़र ट्रीटमेंट अब बहुत ही common हो चुका है। लेकिन बहुत ही आम से दिखने वाले इस ब्यूटी ट्रीटमेंट के नुकसान भी कम नहीं है। लेज़र तकनीक के दौरान हवा में कईं तरह के नुकसानदायक कैमिकल्स रिलीज़ होते हैं। इन दिनों अच्छे ब्यूटी क्लीनिक या पार्लर में हालांकि बेहतर तकनीक इस्तेमाल की जाती है लेकिन हाई-पावर लेज़र तकनीक आपकी त्वचा पर रेशेज़, दाग और irritation कर सकती है। इसलिए हमेशा अच्छे पार्लर या क्लीनिक में ही ये ट्रीटमेंट करवाएं और हां, लेज़र करवाते हुए आंखों का खास ध्यान रखना बहुत बहुत जरूरी है।
4. बोटोक्स (Botox) इन्जेक्शन
बोटोक्स इन्जेक्शन भारत में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में काफी popularity बटोर चुके हैं। बोटोक्स इन्जेक्शन का इस्तेमाल चेहरे की झुर्रियां और लाइन्स हटाने के लिए किया जाता है। लेकिन यकीन मानिए जितना कॉमन आप बोटोक्स इन्जेक्शन के बारे में सुनते हैं इसके प्रोफेशनल्स इतने कॉमन नहीं हैं। यानि बोटोक्स इन्जेक्शन ट्रीटमेंट देने वाले प्रोफेशनल को ढूंढना बहुत जरूरी है। वर्ना आपके चेहरे पर दाग-धब्बे हो सकते हैं और यहां तक की चेहरे की मसल्स भी कमजोर हो सकती हैं।
5. नकली पलकें (False Eyelashes)
नकली पलकें आपकी आंखों को कुछ ही सेकेंड में ज्यादा खूबसूरत और attractive बना देती हैं। लेकिन यही पलकें आपकी आंखों को खूबसूरती के साथ साथ कुछ परेशानियां भी दे सकती हैं। इन्हें लगाने से आंखों में धुंधलापन, irritation और इन्फेक्शन हो सकता है। साथ ही जब आप इन्हें उतारती हैं तो आपकी अपनी असली पलकों को भी नुकसान होता है क्योंकि वह खींचती हैं और कमजोर पड़ती हैं। इन नकली पलकों में इस्तेमाल होने वाला ग्लू भी इन्फेक्शन का कारण बन सकता है।
6. Fish पेडीक्योर (Pedicures)
Fish foot spas पिछले कुछ सालों से काफी popular हुआ है। इस फिश पेडीक्योर में कईं सारी नन्हीं मछलियां आपके पैर की dead skin खाकर आपके पैरों को मुलायम बनाती हैं। लेकिन साथ ही यह भी हो सकता है कि आपको मुलायम पैर देते देते यही मछलियां आपको कुछ इन्फेक्शन भी दे रही हो जो किसी और client का पेडीक्योर करते हुए इन्होंने लिया हो। जी हां, फिश पेडीक्योर में मछलियों के जरिए इन्फेक्शन हो सकता है खासतौर से अगर इनका पानी नियमित या हर पेडीक्योर सर्विस के बाद बदला न जाए। सबसे खतरनाक बात यह है कि इससे HIV, हेपेटाइटिस जैसी जानलेवा बीमारी भी हो सकती है क्योंकि मछलियां इसमें त्वचा ‘खाकर’ पेडीक्योर करती हैं। इसलिए अगली बार Fish Pedicures करवाने से पहले कईं बार सोच लें।
7. जूस Cleanse
जूस क्लीन्स का सीधा सा मतलब यह होता है कि सिर्फ जूस या दूसरे पेय पदार्थों के जरिए अपने शरीर की सफाई करना। अक्सर वजन कम करने के लिए इस ट्रीटमेंट का इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन इससे आपका वजन कम हो न हो दूसरे नुकसान जरूर हो सकते हैं। जूस चाहे ताजे फल और सब्जियों का क्यों न बनाया हो, भूखा रहना कभी आपको हेल्दी नहीं बनाता। जूस क्लीन्स से आपके मसल्स टीशू खराब हो सकते है और यहां तक की आपके दिल को भी नुकसान पहुंच सकता है।
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Garima Anurag