कई बार औषधियां भी उपयोगी प्रभावों के साथ अवांछित दुष्प्रभाव पैदा कर सकती हैं, हालांकि हर कोई उन्हें अनुभव नहीं करता है। कुछ ऐसा ही आपको इसबगोल भूसी के सेवन से भी हो सकता है। इसबगोल एक पौधा होता है। इसके सिरों पर गेहूँ जैसी बालियाँ होती हैं। ईसबगोल की छाल से लेकर इसकी पत्तियों और फूलों तक का इस्तेमाल कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं के लिए किया जाता है। लेकिन इसके फायदों के साथ-साथ कुछ नुकसान भी हैं। उचित मात्रा में इसबगोल का सेवन किया जा रहा है, तो यह शरीर के लिए पूरी तरह से सुरक्षित होता है। लेकिन वहीं कुछ मामलों में इसबगोल भूसी के नुकसान (isabgol ke nuksan) भी देखने को मिलते हैं। यहां हम आपको इसबगोल क्या है? इसबगोल कब खाना चाहिए और इसबगोल भूसी के नुकसान (Side Effects of Isabgol in Hindi) के बारे में विस्तारपूर्वक बताने जा रहा हैं। तो आइए जानते हैं इनके बारे में –
Table of Contents
Isabgol Kya Hota Hai | इसबगोल क्या है?
इसबगोल एक पौधे का बीज है जिसे प्लांटागो ओवाटा के नाम से जाना जाता है। इसबगोल का पौधा लगभग गेहूं के पौधे जैसा ही होता है। इसके बीजों के ऊपर सफेद भूसी होती है, जिसे इसबगोल भूसी कहते हैं। इसबगोल की भूसी का इस्तेमाल कई तरह की दवाओं में भी किया जाता है। इसबगोल स्वास्थ्य से जुड़ी हुई समस्याओं से राहत दिलाने और बचाव में फायदेमंद हो सकता है, लेकिन यह गंभीर बीमारी का इलाज नहीं है।
Isabgol ki Taseer Kya Hai | इसबगोल की तासीर कैसी होती है
ईसबगोल की तासीर ठंडी होती है, इसीलिए सर्दियों के मौसम में इसे हल्के गुनगुने पानी के साथ लेना चाहिए। तासीर ठंडी होने की वजह से ये पेट की गर्मी को भी मार देता है और राहत पहुंचाता है। इसबगोल एक तरह से लैक्सेटिव की तरह काम करती है। इसमें फाइबर की मात्रा बहुत अधिक होती है साथ ही वसा और कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बिल्कुल भी नहीं होती है। इसकी तासीर ठंडी होने की वजह से सलाह दी जाती है कि सर्दियों में इसबगोल भूसी का सेवन गुनगुने पानी से साथ किया जाये।
Isabgol kab Khana Chahiye | इसबगोल कब खाना चाहिए
किसी भी चीज की अति बुरी ही होती है। इसी तरह इसबगोल भूसी को खाने का फायदा तभी मिलता है जब इसका उपयोग ठीक ढंग से किया जाये। इसबगोल खाने का सही तरीका के बारे में जानकारों का कहना है कि इसबगोल का सेवन सुबह और रात में खाना खाने के बाद करना चाहिए। इसबगोल भूसी का सेवन डायरेक्ट न कर के इसे दूध, दही या पानी के साथ करना चाहिए।
इसबगोल कितने दिन खाना चाहिए
ईसबगोल का अधिक सेवन हानिकारक हो सकता है। इससे पेट फूलने जैसी समस्या हो सकती है। इसके अलावा संवेदनशील लोगों को इससे एलर्जी होने की आशंका भी होती है। इसबगोल की भूसी एक से दो चम्मच तक आप नियमित उपयोग कर सकते हैं जब तक कब्ज, गैस और एसिडिटी की परेशानी रहती है। वहीं अगर आपको कोई समस्या नहीं है तो इसका सेवन न करें। इसबगोल की एक दिन में 5-10 ग्राम मात्रा का सेवन किया जा सकता है।
Isabgol ke Nuksan | इसबगोल भूसी के नुकसान
ईसबगोल के फायदे और नुकसान (isabgol ke fayde aur nuksan in hindi) दोनों ही हैं। डॉक्टरों और कई आयुर्वेदिक विशेषज्ञों का मानना है कि इसबगोल का उचित मात्रा में सेवन लाभदायक है लेकिन वहीं अगर इसका गलत तरह से इस्तेमाल किया जाये तो बेहद नुकसानदायक साबित हो सकता है। तो आइए आज यहां जानते हैं इसबगोल भूसी के नुसकान (isabgol ke nuksan in hindi) यानि कि इसबगोल साइड इफेक्ट के बारे में –
इसबगोल का ज्यादा सेवन है नुकसानदायक
कोई भी चीज हो जरूरत से ज्यादा उसका सेवन करने से वो भी नुकसानदायक हो जाती है। जैसे कि इसबगोल का नुकसान (isabgol ke nuksan) इसकी अधिक मात्रा है। इसबगोल का अधिक मात्रा में सेवन आपको भूख न लगने का कारण बन सकता है। इसलिए इसकी अधिक मात्रा में सेवन करने से बचें।
इसबगोल का इस तरह से इस्तेमाल है खतरनाक
कैप्स्यूल या बारीक पिसा हुआ पाउडर के रूप में इसबगोल का सेवन आपको परेशानी में डाल सकता है। इसलिए इसबगोल के इन रूपों के इस्तेमाल से जितना हो सके बचने का प्रयास करें। ये आपको बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचा सकता है।
इसबगोल से स्किन एलर्जी
बहुत से लोगों को इसबगोल सूट नहीं करता है और उसका रिएक्शन स्किन पर नजर आ जाता है। हालांकि इसबगोल से एलर्जी की समस्या नहीं के बराबर होती है। लेकिन फिर भी किसी-किसी को इसबगोल के सेवन से खुजली, चहरे पर सुजन या त्वचा पर चकते आदि लक्षण दिखाई पड़ सकते हैं। वहीं अगर किसी व्यक्ति को साइलियम से एलर्जी है तो इसबगोल का सेवन भूलकर भी न करें।
गर्भवती महिलाओं के लिए ईसबगोल
जो महिलाएं गर्भवती हों उन्हें इसबगोल की भूसी का सेवन भूलकर भी नहीं करना चाहिए। गर्भवती महिलाएं ऐसा करके इसके दुष्प्रभाव से बच सकती हैं। क्योंकि इसबगोल साइड इफ़ेक्ट (isabgol ke nuksan in hindi) गर्भवती महिलाओं को तो और ज्यादा होता है। दरअसल, ईसबगोल एक आयुर्वेंदिक औषधि है इसीलिए गर्भवती महिलाओं को इसका सेवन डॉक्टर की सलाह लेने के बाद ही करना चाहिए। क्योंकि इससे एलर्जी भी हो सकती है।
छोटे बच्चों के लिए ईसबलोग
बहुत से लोग बच्चों में अक्सर कब्ज की समस्या को दूर करने के लिए इसबगोल की भूसी का घरेलु नुस्खा अपनाते हैं। लेकिन डॉक्टरों का कहना है कि नवजात शिशु और 3 साल की उम्र तक के बच्चों को ईसबगोल की भूसी नहीं खिलाना चाहिए। क्योंकि इसबगोल के नुकसान का प्रभाव बच्चों पर ज्यादा पड़ता है। वहीं इसबगोल 3 साल से या इससे ज्यादा उम्र वाले बच्चों को बहुत कम मात्रा में दे सकते हैं। बच्चों को जब भी इसबगोल देना हो तो इसमें या तो किसी विशेषज्ञ से सलाह लें या फिर बहुत कम मात्रा में इस्तेमाल करें। हलांकि डॉक्टर से सलाह लेना ज्यादा उचित रहेगा।
ये परेशानियां भी हो सकती हैं
इसबगोल का उपयोग कम पानी या अन्य तरल पदार्थों के साथ करने से व्यक्ति को सेवन छाती में दर्द, सांस लेने में परेशानी, उल्टी या फिर कुछ निगलने में समस्या जैसी परेशानी हो सकती है।
इसबगोल भूसी के फायदे के साथ-साथ आपने इसबगोल के नुकसान (isabgol ke fayde aur nuksan in hindi) के बारे में भी आपने यहां जाना। हमें आशा है कि इसबगोल खाने का सही तरीका, इसबगोल कब खाना चाहिए, इसबगोल साइड इफ़ेक्ट (isabgol ke nuksan in hindi) के बारे में विस्तारपूर्वक जानने के बाद अब आपका इसबगोल भूसी के सही उपयोग के बारे में अवश्य जान चुके होंगे। अगर आपको इसके अलावा किसी भी तरह का इसबगोल भूसी के सेवन को लेकर संदेह हो तो इसबगोल का उपयोग करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
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Supriya Srivastava