चाइना के वुहान से शुरू होते हुए कोरोनावायरस नामक संक्रमण अब दुनियाभर के कई देशों में फैल चुका है। यह एक खतरनाक वायरस है, जो संक्रमित मनुष्यों से दूसरों में कुछ ही समय के अंतराल में पहुंच जाता है। बेहद मज़बूत इम्युनिटी वाले लोग इससे बचाव कर पाने में सक्षम हैं, जबकि ज़रा भी कमज़ोर इम्युनिटी वाले लोग आसानी से इसकी चपेट में आ सकते हैं।
भारत में कोरोना वायरस की स्थिति
भारत के कई राज्यों में कोविड-19 यानि कि कोरोना वायरस फैल चुका है। इस वायरस को कई स्टेजेस में बांटा गया है। स्टेज 1 का मतलब है कि इससे सिर्फ वही लोग संक्रमित हैं, जो हाल-फिलहाल कोरोनावायरस (coronavirus) से संक्रमित देशों की यात्रा से लौटे हैं। स्टेज 2 में यह संक्रमण विदेश से लौटे कोरोना वायरस के पॉज़िटिव लोगों के कॉन्टैक्ट में आने वाले लोगों में फैल जाता है, स्टेज 3 में यह कम्युनिटीज़ में फैलने लगता है और स्टेज 4 तक आते-आते यह महामारी का रूप धारण कर लेता है। POPxo एंप्लॉइज़ की तरह आप सबको भी फिलहाल कुछ दिनों तक घर पर रहकर ही काम करना चाहिए #StayHomeStaySafe .
सेल्फ आइसोलेशन कोई सज़ा नहीं, बल्कि सेल्फ मोटिवेशन का ज़रिया है
विभिन्न देशों में अलग-अलग स्टेजेस तक फैल चुका यह संक्रमण भारत में अभी स्टेज 2 में है। हालांकि, सरकार व स्वास्थ्य मंत्रालय का मानना है कि देश में स्थिति को अभी काबू में किया जा सकता है। अगर सभी नागरिक थोड़ी सतर्कता बरतेंगे तो देश को स्टेज 3 तक जाने से बचाया जा सकता है।
सोशल डिस्टेंसिंग (social distancing) है ज़रूरी
सरकार की ओर से होली के समय से ही निर्देश दिए जा रहे हैं कि लोगों को फिलहाल सोशल गैदरिंग्स, होली मिलन समारोहों आदि से बचना चाहिए। सिर्फ इतना ही नहीं, समय रहते कई राज्यों में स्कूल-कॉलेज-यूनिवर्सिटीज़ से लेकर मॉल्स व सिनेमा हॉल्स तक बंद कर दिए जाने के आदेश आ गए हैं। स्कूलों में चल रही परीक्षाओं को स्थगित करवा दिया गया है और सभी राज्यों में अपने-अपने हिसाब से लोगों के बीच कोरोनावायरस को लेकर सजगता फैलाने का काम किया जा रहा है।
कई कार्यालयों में वर्क फ्रॉम होम (work from home) दे दिया गया है तो कुछ में स्टाफ घटा दिया गया है, जिससे कि ऑफिस में भी कम से कम लोग इकट्ठा हों। इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए ज़रूरी है कि ज्यादा लोग एक ही स्थान पर एकजुट न हों।
कैसे करें सेल्फ आइसोलेशन
सेल्फ आइसोलेशन (self isolation) का मतलब है सामाजिक जगहों व कार्यक्रमों से दूरी बनाकर अकेले या कुछ ही लोगों के साथ घर में रहना। सेल्फ आइसोलेशन की बात से काफी लोग घबरा रहे हैं। यहां उन्हें यह समझना ज़रूरी है कि जो भी फैसले इस दौरान लिए जा रहे हैं, वे उनके अपने हित के लिए हैं। देश के ज़िम्मेदार नागरिक होने के नाते अभी हम सभी को अपनी ओर से हर संभव कोशिश करनी होगी।
2. पब्लिक ट्रांसपोर्ट का कम से कम इस्तेमाल करें।
3. अगर मेट्रो, ट्रेन, बस या शेयरिंग ऑटो-कैब में सफर करना बेहद ज़रूरी है तो लोगों से 1 मीटर का फासला रखने की कोशिश करें।
4. कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों या किसी सामान्य व्यक्ति में भी अगर खांसी, जुकाम, बुखार जैसे लक्षण नज़र आएं तो उनसे दूर रहें।
5. अपने हाथों को बार-बार हैंड वॉश या साबुन से धोएं और कुछ भी छूने से पहले व बाद में हाथों को सैनिटाइज़ ज़रूर करें।
अगर कोरोना वायरस पॉज़िटिव हों तो…
देश के सभी राज्यों में जिस तरह से पॉज़िटिव केसेस बढ़ते जा रहे हैं, उस हिसाब से अपना ख्याल रखना बहुत ज़रूरी है। अगर आप कोरोना वायरस (corona virus) से संक्रमित हैं या आपका कोई जानने वाला उससे संक्रमित है और आपको 14 दिनों तक क्वारंटाइन (quarantine) में रहने की सलाह दी गई है तो घबराने के बजाय डॉक्टर्स का सहयोग करने की ओर ध्यान दीजिएगा।
9. किसी से हाथ न मिलाएं, गले न मिलें, एक निश्चित दूरी बनाकर रखें।
आइसोलेशन में क्या करें…
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