रमजान या रमदान इस्लामी कैलेण्डर का नवां (9th) महीना होता है। मुस्लिम समुदाय के लोगों के लिए यह बहुत पाक और पवित्र महीना माना जाता है। रमजान के दौरान मुस्लिम समुदाय के लोगों के द्वारा रोजा रखा जाता है। इस्लामिक मान्यताओं के अनुसार इस महीने रोजा रखने वाले रोजेदारों को कई गुना सवाब (नेकी, भलाई) मिलता है और उन्हें जन्नत नसीब होती है। ऐसा माना जाता हैं रमजान के महीने में सच्चे दिल से दुआ मांगने से जरूर पूरी होती है। सेहरी की शुरुआत रोज रखने की दुआ से होती है और इफ्तार करने की शुरुआत रोजा खोलने की दुआ से होती है। तो चलिए आपको रमजान या रमदान से जुड़ें कुछ रोचक तथ्यों के बारे में बताते हैं।
रमजान का इतिहास – Ramzan History in Hindi
Ramzan History in Hindi
रमजान के इतिहास के बारे में बात करें तो इस्लामिक मान्यता के अनुसार, 610 ईसवी में पैगंबर मोहम्मद साहब पर लेयलत-उल-कद्र के मौके पर पवित्र कुरान शरीफ नाजिल हुई थी। तब से यह महीना रमजान माह के रूप में मनाया जाने लगा। कुरान में भी रमजान माह के बारे में बताया गया है। रमजान माह में ही अल्लाह ने पैगंबर मोहम्मद साहब इस्लाम के दूत के रूप में चुना था।
रमजान या रमदान से जुड़ें रोचक तथ्य – Ramzan Facts in Hindi
Ramzan Facts in Hindi
- रमजान के दौरान, मुस्लिम समाज द्वारा धूम्रपान या किसी नशे का सेवन करना गलत माना जाता है।
- रमजान के महीने से जुड़ें तथ्य बताते हैं कि रमजान के दौरान ही कुरान की पहली आयतें पैगंबर मोहम्मद पर नाजिल की गई थी।
- चंद्र कैलेंडर पर आधारित होने के कारण ऐसा माना जाता है रमजान को ग्रेगोरियन कैलेंडर पर एक ही स्थान पर लौटने के लिए लगभग 33 इस्लामी वर्ष लगते हैं।
- रमजान शब्द का अरबी अर्थ रामिदा है जिसका मतलब चिलचिलाती गर्मी होता है।
- इस्लाम में पांच स्तंभ हैं जिनमें से रमजान एक है। बाकी चार थांब नमाज, शहादा, जकात और हज है।
- कई लोग यह बात नहीं जानते यदि रमजान के दौरान किसी की तबीयत खराब हो तो वह रमजान के बाद रोजा रख सकता है।
- अगर आप इस बार रमजान में रोज़ा रखने वाले हैं और अनजाने में उपवास टूट जाये तो उसकी कोई सजा नहीं होती, बल्कि आप रमजान के बाद फिर एक रोजा रख सकते हैं।
- रमजान के 30 रोजे (यानी महीना) खत्म हो जाने के बाद ईद उल फितर का त्योहार मनाया जाता है।
- रमजान में रोज़े के दौरान पूरा दिन कुछ नहीं खाया जाता है। सुबह होने से पहले “ सहूर” मैं खाना खाया जाता है और सूर्यास्त के समय खाया जाता है जिसे “इफ्तार” कहा जाता है।
- रमजान के दौरान पानी पीना भी मना है।
- रमजान की शुरुआत सऊदी अरब में दिखने वाले चांद पर निर्भर करता हैं।
- कई देशों में रमजान को “कुरान का महीना” भी कहा जाता है।
- रमजान में ईशा नमाज़ के बाद तरावीह होती है। तरावीह अरबी शब्द है, जिसे रात की नमाज़ भी कहा जाता है।
- कई शोधकर्ताओं का यह भी मानना हैं कि अगर सही तरीके से रमजान का उपवास किया जाये तो यह दिमाग को स्वस्थ कर शरीर को डिटॉक्सिफाई करने में भी मदद कर सकता है।
- रमजान का महीना बरकत का महीना माना जाता है। ऐसे में सभी नेक काम करने चाहिए, दूसरों की मदद करनी चाहिए।
- साल 1805 में, अमेरिकी राष्ट्रपति थॉमस जेफरसन ने सिदी सोलिमन मेलिमेलिन नामक एक मुस्लिम के लिए व्हाइट हाउस में डिनर पर्त्य (इफ़्तारी ) का आयोजन किया था।
- इस बार रमजान में 5 जुमे यानी शुक्रवार पडेंगे, रमजान का आखिरी जुमा 14 मई को है। जिस दिन ईद भी हो सकती है।
- रमजान की हर तस्वीर में आपको लालटेन ज़रूर मिलेगा। रमजान के महीने में मिस्र के बाजारों में लोग बड़ी-बड़ी लालटेन लगाकर सड़कों को सजाते हैं।
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