अब नाइन टु फाइव वाला जॉब कल्चर लगभग खत्म हो रहा है। ज्यादातर लोगों की जॉब का कोई ठीक वक्त नहीं है, काम कभी भी कैसे भी आपकी लाइफ में आ सकता है। अब इस बढ़ते काम के चलते कम होती है आपकी हेल्दी लाइफ की उम्र। काम के एक्स्ट्रा घंटे आपके लिए बीमारी लेकर आते हैं, जिसकी शुरुआत बढ़ते पेट और आंखों के नीचे काले गड्ढों से होती है। ऐसे रुटीन में बेहद सेहतमंद शख्स भी अनहेल्दी हो जाता है। इसलिए शहरों में होम वर्कआउट (Home Workout) का कॉन्सेप्ट बढ़ रहा है।
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होम जिम की बढ़ती लोकप्रियता
बढ़ते प्रदूषण और व्यस्त दिनचर्या के बीच अब सेहतमंद रहने के लिए घर का खाना और घर का जिम (gym) ही बेस्ट ऑप्शंस हैं। इस आर्टिकल को पढ़कर जानिए कि आप घर पर ही कैसे अपना जिम सेट-अप कर सकते हैं (ghar par gym kaise kare) और जब मन चाहे, एक्सरसाइज़ (exercise) कर सकते हैं।
वजन कम करने के लिए इक्विपमेंट
बात जब वजन कम करने की आती है तो आपकी लिस्ट में ट्रेडमिल और स्टेशनरी साइकिल जैसे होम जिम इक्विपमेंट्स (Home Gym Equipment) ज़रूर होने चाहिए। इन दोनों इक्विपमेंट्स के बजट ऑप्शन मार्केट में आसानी से मिल जाएंगे। इन दोनों का फंडा एकदम क्लियर है, दोनों में ही रनिंग के जरिए शरीर में जमे एक्स्ट्रा फैट को कम किया जाता है। वजन कम करने के अलावा भी ट्रेडमिल और साइकिल के कई फायदे हैं, जिनके बारे में आपको ज़रूर पता होना चाहिए।
1. इनसे आपका हार्ट हेल्दी रहता है। इन इक्विपमेंट्स (equipments) का इस्तेमाल करने से कोरोनरी आर्टरी ब्लॉकेज और किसी भी तरह की कार्डियक समस्या के कम होने की संभावना बनती है।
2. इनके माध्यम से रोज़ाना रनिंग करने से स्ट्रेस दूर होता है और दिमाग फ्रेश हो जाता है। इसका असर ठीक वैसे ही होता है जैसे पार्क में दौड़कर या बाहर साइकिल चलाने से होता है।
3. ट्रेडमिल से डायबिटीज़ टाइप 2 में काफी फायदा मिलता है। इससे आपका इंसुलिन लेवल कंट्रोल में रहता है और ब्लड शुगर भी नहीं बढ़ता है।
4. इन मशीनों का सबसे बड़ा फायदा है कि ये दोनों ही सड़कों से कहीं अधिक सुरक्षित हैं।
6. हालांकि, इन दोनों मशीन्स का ज्यादा इस्तेमाल या गलत तरीके से किया गया इस्तेमाल आपकी मसल्स में दर्द दे सकता है। इसलिए धीरे से शुरुआत करते हुए स्पीड में आएं। अपनी स्पीड तेज़ करने से पहले खूब ढंग से प्रैक्टिस कर लें।
कार्डियो इक्विपमेंट – Cardio Equipments
अगर आप कार्डियो एक्सरसाइज़ करना चाहते हैं तो आपके लिए स्टेयर मिल और रोइंग मशीन सबसे उपयुक्त रहेंगी। ये दोनों ही मशीन्स आपकी पूरी बॉडी को पम्प-अप कर देती हैं, खासकर लोअर बॉडी को बेहद टोन करती हैं। यहां जानिए घरेलू जिम के उपकरण के बारे में कुछ खास बातें।
1. स्टेयर मिल और रोइंग मशीन की मदद से कार्डियो एक्सरसाइज़ करने से दोनों टांगों की मसल्स मज़बूत बनती हैं।
2. घुटनों के दर्द में भी इन मशीनों से एक्सरसाइज़ (Exercise at Home) करने पर आराम मिलता है। स्टेयर मिल और रोइंग मशीन का सबसे ज्यादा प्रेशर जॉइंट्स पर ही पड़ता है।
3. रोइंग मशीन को इस्तेमाल करना बेहद आसान है। इससे वेट लॉस में भी मदद मिलती है क्योंकि इससे एक्सरसाइज़ करने पर आपका पेट भी टोन होता है।
4. अगर आपको शरीर की सभी मसल्स टोन करनी हैं तो स्टेयर मिल चुनें। वहीं, अगर वजन कम करने पर फोकस है तो रोइंग मशीन ट्राय करें।
5. हर मशीन के साइड इफेक्ट्स लगभग एक जैसे ही होते हैं। इनके इस्तेमाल में ज़रा भी असावधानी बरतने पर आपको चोट लग सकती है और ये चोटें ज्यादातर अंदरूनी होती हैं।
ऑल इन वन इक्विपमेंट – All in one Equipment
ऑल इन वन इक्विपमेंट का सबसे बड़ा फायदा यही है कि इसके इस्तेमाल से घर में कम जगह में ज्यादा फायदा मिलता है और तरह-तरह की अलग मशीनों पर पैसे भी खर्च नहीं करने पड़ते हैं। जानिए इसके अन्य फायदों के बारे में भी।
1. अगर अपनी बॉडी को टोन करने के लिए आप किसी इक्विपमेंट की तलाश कर रहे हैं तो आपके लिए ऑल इन वन फिटनेस इक्विपमेंट बेस्ट है।
2. जिम में अलग-अलग एक्सरसाइज़ेस के लिए आपको अलग-अलग इंस्ट्रक्टर्स की जरूरत पड़ सकती है लेकिन इस ऑल इन वन फिटनेस इक्विपमेंट का इस्तेमाल आप खुद ही कर सकते हैं।
3. ऑल इन वन इक्विपमेंट वन टाइम इन्वेस्टमेंट है। इसके बाद आपको होम जिम के लिए बार-बार अलग-अलग तरह के फिटनेस इक्विपमेंट्स लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
4. इतने फायदों के साथ-साथ इस मशीन के कुछ नुकसान भी हैं। इसमें कोई भी खराबी होने की आशंका पर खर्च का भार बढ़ सकता है।
5. इस मशीन के ऑल इन वन होने की वजह से कभी-कभी एक ही बार में ज्यादा एक्सरसाइज़ हो जाती है, जिससे मांसपेशियों में दर्द की दिक्कत हो सकती है।
घर के लिए इक्विपमेंट खरीदते समय इन बातों का रखें ध्यान
छोटे-बड़े, हर शहर में अब जिम की कोई कमी नहीं है। हर गली-मोहल्ले में अलग-अलग तरह के जिम देखने को मिल जाते हैं। अगर आप इसी तरह के जिम का सेटअप अपने घर में ही करना चाहते हैं तो उसके लिए कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है-
1. सबसे पहले अपना वर्कआउट प्लैन बनाएं कि आपको आखिर किस वजह से जिम का सेटअप अपने घर में ही करना है। यह सोचने के बाद ही उससे जुड़े होम जिम मशीन खरीदें।
2. इक्विपमेंट का चयन करने के बाद उसके साइज़ के बारे में सोचें। फिटनेस मशीन खरीदने से पहले यह सोचृसमझ लें कि घर के किस कोने या कमरे में जिम का सेटअप करना है। उसके बाद ही आप सही साइज़ का इक्विपमेंट खरीद पाएंगे।
3. जगह फिक्स होने के बाद अपने बजट पर गौर करें और देखें कि आपको जो मशीन जिस भी साइज़ में चाहिए, वो आपके बजट में है भी या नहीं। अगर वह आपके बजट के बाहर है तो आप सेकेंड हैंड मशीन के बारे में भी सोच सकते हैं।
4. बजट के साथ-साथ क्वॉलिटी पर कॉम्प्रोमाइज़ न करें। खरीदने से पहले डिसाइड कर लें कि जिम के ये इक्विपमेंट्स आपको लंबे समय के लिए चाहिए या सिर्फ कुछ महीनों के लिए ही। इन बातों पर सही ढंग से गौर करने के बाद ही इक्विपमेंट्स चुनें।
5. आखिर में इस बात पर गौर करें कि अपने बजट और ज़रूरत के हिसाब से आपको कौन-कौन से इक्विपमेंट्स खरीदने चाहिए। बिना मतलब के इक्विमेंट्स पर इन्वेस्ट करने में कोई अक्लमंदी वाली बात नहीं है।
6. जिम के इक्विपमेंट्स के अलग-अलग ब्रैंड्स को कंपेयर करने के बाद ही उन्हें खरीदें। आपको जो भी मशीन खरीदनी हो, उसके बारे में पहले सही ढंग से जान लें और उसे अलग-अलग ब्रैंड्स से कंपेयर करें। इसके लिए आप यूट्यूब पर मशीन से जुड़े रिव्यूज़ पढ़ सकते हैं।
7. अपनी सुरक्षा का खास ख्याल रखें। जो भी इक्विपमेंट लें, पहले उसे चलाना सीखें। उसके बाद ही उसका इस्तेमाल करें। ऐसा न करके आपको चोट लग सकती है और इस तरह के इक्विपमेंट्स से चोट अक्सर अंदरूनी लगती है। ऐसा न हो कि एक्साइटमेंट में आपको चोट लग जाए और फिर आप मशीन का दोबारा इस्तेमाल करने से प्रतिबंधित हो जाएं।
8. इन मशीन्स को खरीदते समय सस्ते के चक्कर में न फंसें। कोई भी महंगी चीज़ हो, उसे खुद जाकर दुकान से लेना बेहतर ऑप्शन होता है। इससे आप उसकी क्वॉलिटी को परख सकते हैं। वहीं, ऑनलाइन मिलने वाले सस्ते ऑफर्स आपको खराब सामान भी दे सकते हैं।