चेहरे की खूबसूरती निखारने के तो हज़ार तौर-तरीके हो सकते हैं, लेकिन जब बात हो पूरे शरीर को दमकता निखार देने, दाग-धब्बे हटाने, मृत त्वचा हटाकर गहरी सफाई और कोमलता प्रदान करने की तो हम सभी के ज़ेहन में एक ही नाम तेज़ी से उभरता है और वह है- उबटन। जी हां, अपनी खूबसूरती को निखारने-संवारने के लिए किए जाने वाले सौंदर्य उपचारों में उबटन का प्रयोग करना भारतीयों के लिए जानी-पहचानी बात है। सदियों से उबटन का इस्तेमाल घर-घर में होता आया है। वजह है- बनाने, लगाने में आसान, तैयार करने में बेहद सामान्य और परिणाम के मामले में बेमिसाल। तो आइए, जानते हैं कि उबटन से जुड़ी वे कौन सी खास बातें हैं, जो हर उस व्यक्ति को जाननी चाहिए, जो खूबसूरत, कोमल, निखरी त्वचा की ख्वाहिश रखता है-
उबटन भारतीय परंपराओं में डेड स्किन हटाने, त्वचा के दाग-धब्बे कम करने और रंगत निखारने का सदियों पुराना तरीका है। उबटन के ज़रिये खूबसूरती को हमेशा से बढ़ाया-संवारा जाता रहा है। जब उबटन लगा लेने के बाद इसे साफ पानी से साफ कर दिया जाता है, इसके रिज़ल्ट उसी समय से देखे जा सकते हैं। साफ पानी से धुुलते ही टैनिंग, डेड स्किन सेल्स हटते ही त्वचा खिली-खिली रंगत से दमकने लगती है और पहले से ज्यादा साफ़, ज्यादा कोमल लगती है। साथ ही टैनिंग के हटने से रंगत भी साफ होकर दमकने लगती है और पहले से ज्यादा निखरी दिखती है। उबटन की एक और खासियत ये भी है कि ये त्वचा के लिए जरूरी उपचारों में से एक है, जैसाकि इस कहा जाता है- एक्सफोलिएशन। इसके अंतर्गत ये मृत कोशिकाओं को हटाकर, नए सेल बनने की प्रक्रिया में तेजी लाता है। यहां तक कि इसका नियमित इस्तेमाल त्वचा की कसावट और बनावट तक में बदलाव लाता है। यह शरीर के डार्क पैचेस और डलनेस भी खत्म करता है। यह शरीर को साफ बनाए रखने की एक ऐसी प्रक्रिया है, जो गहराई तक जाकर त्वचा को गंदगी को खत्म करती है और शरीर से अतिरिक्त ऑयल हटाने का काम भी करती है।
उबटन लगाने के लिए नहाने से पहले पूरे शरीर पर हल्का सा तिल का तेल या फिर ऑलिव ऑयल लगाकर कुुछ देर तक हल्के हाथों से मसाज कीजिए। उसके बाद तैयार उबटन का पेस्ट पूरे शरीर पर या फिर अपनी जरूरत और इच्छानुसार हाथ-पैर, गर्दन, पीठ वगैरह पर एक सार, लेयर के रूप में लगा लेना चाहिए। बेहतर तो यही है कि इसे हमेशा चेहरे सहित पूरे शरीर पर ही लगाया जाए, क्योंकि यह शरीर की डेड स्किन और टैनिंग वगैरह पूरी तरह से हटा देता है। ऐसे में अगर इसे पूरी बॉडी पर अप्लाई किया गया हो तो निखार भी पूरे शरीर पर ही एकसमान नज़र आता है। साथ ही त्वचा की साफ-सफाई भी गहराई तक हो जाती है। उबटन लगाने के बाद कुछ देर के लिए छोड़ दीजिए। उसके बाद जब उबटन आधा सूख जाए तो उसे हल्के हाथों से रगड़-रगड़ कर छुड़ा देना चाहिए। इससे डेड स्किन, टैनिंग के साथ-साथ कुछ अतिरिक्त बाल भी हट जाते हैं। साथ ही शरीर में रक्त संचार भी तेज हो जाता है।
उबटन को पूरी तरह से साफ करने के बाद मौसम के हिसाब से ठंडे या गुनगुने पानी से नहा लेना चाहिए। नहाने के लिए तेज़ गर्म पानी अवॉइड करने चाहिए, क्योंकि इससे त्वचा की प्राकृतिक नमी कम होने लग जाती है। अब पूरे शरीर को रोंएदार तौलिए से हल्के हाथों से थपथपाते हुए पोंछ लीजिए, ताकि थोड़ी नमी त्वचा में बनी रहे। अगर मौसम सर्दियों का है तो आखिर में इसके बाद पूरे शरीर पर हल्का सा मॉइश्चराइज़र अप्लाई करना न भूलें।
उबटन बनाना और लगाना यूं तो एक जानी-पहचानी सी बात लगती है। फिर भी इसके बारे में ये बात जान लेना बहुत जरूरी है कि उबटन की अहमियत सर्दियों में और भी ज्यादा बढ़ जाती है, क्योंकि इस मौसम में त्वचा की प्राकृतिक नमी खो जाती है और रूखी त्वचा की एक परत सी सारे शरीर पर नजर आने लगती है। इसके अलावा इस मौसम में शरीर की देखभाल और साफ-सफाई गर्मियों की तुलना में कम ही हो पाती है। इसी के चलते हम आपको जानी-मानी सौंदर्य विशेषज्ञा शहनाज़ हुसैन द्वारा बताए गए कुछ ऐसे उबटन की विधियां बता रहे हैं, जो खासतौर से सर्दियों के मौसम में त्वचा की गहरी देखभाल के लिए बनाए जा सकते हैं-
उबटन क्या सिर्फ शरीर पर ही लगाया जा सकता है या चेहरे पर भी लगा सकते हैं?
बिल्कुल, आप शरीर के साथ-साथ चेहरे पर भी आराम से उबटन लगा सकते हैं।
उबटन लगाने से क्या फायदा मिलता है?
उबटन लगाने से त्वचा की गहरे तक, बहुत अच्छे से सफाई हो जाती है। इसके अलावा यह शरीर की डेड स्किन और टैनिंग को भी पूरी तरह से साफ कर देता है। उबटन लगाने से शरीर में रक्त संचार बढ़ता है, जो पसीने के द्वारा शरीर की अंदरूनी गंदगी को भी हटाने का काम करता है। यह त्वचा के सेल्स को नया बनने में मदद करके शरीर को नई ताज़गी देता है, रंग को निखारता है और इसके अलावा त्वचा काफी मुलायम भी हो जाती है। उबटन के इस्तेमाल से शरीर पर बने हुए पैचेस भी साफ हो जाते हैं, जिससे स्किन टोन इंप्रूव होती है।
क्या बाज़ार में उपलब्ध उबटन का इस्तेमाल करना ठीक है या इसे हमेशा घर पर ही बना कर लगाना चाहिए?
अगर आप किसी भरोसेमंद ब्रान्ड का उबटन इस्तेमाल कर रही हैं तो उसमें कोई हर्ज नहीं है, लेकिन अगर ऐसा नहीं है तो बेहतर होगा कि आप हमेशा घर में बना उबटन ही इस्तेमाल करें, क्योंकि बाज़ार में अक्सर नकली या फिर बहुत ज्यादा केमिकल वाले प्रॉडक्ट मिलना आम बात है। सबसे अच्छी बात तो ये है कि घर पर उबटन बनाना कोई मुश्किल या बेहद खर्चीला काम भी नहीं है, बल्कि ये आमतौर पर घरों में ही आसानी से उपलब्ध चीज़ों से बनाया जा सकता है, जैसे- बेसन, दही, हल्दी, मलाई, चोकर वगैरह। कुछ और बेहतर रिजल्ट पाने के लिए इसमें नींबू और संतरे के सूखे छिलकों का पाउडर, ओट्स और कुटे हुए बादाम जैसी चीज़ें भी मिलाई जा सकती हैं। उबटन के रूप में इनका इस्तेमाल त्वचा को गहरे निखार से भर देता है।
क्या उबटन सर्दियों में भी लगाया जा सकता है?
जी हां, बिल्कुल। आप अपनी ज़रूरत के हिसाब से उबटन को पूरे साल भर किसी भी मौसम में लगा सकते हैं। किसी भी मौसम की ज़रूरत के हिसाब से चीज़ों को मिलाकर उबटन बनाना बेहद आसान है।
उबटन किस समय लगाना चाहिए?
उबटन आप किसी भी मौसम में लगा सकते हैं। इसे हमेशा नहाने से थोड़ी देर पहले ही लगाना चाहिए, ताकि लगाने के बाद रगड़कर उतारे गए उबटन से निकली डेड स्किन वगैरह को पूरी तरह से साफ किया जा सके।
(यह पूरा लेख जानी-मानी सौंदर्य विशेषज्ञा शहनाज़ हुसैन से बातचीत पर आधारित है।)