आपने कभी सोचा नहीं होगा कि आप अपने पीरियड्स को मिस करेंगी, लेकिन जब ये लेट होता है, तब आप ज़रूर उसे मिस करती हैं! पर घबराने से पहले ये बात याद रखें कि पीरियड् प्रॉब्लम की कई वजहें हो सकती हैं, जो आपके साइकिल को डिस्टर्ब’ कर सकती हैं – और जी नहीं, मासिक धर्म में देरी का कारण सिर्फ प्रेगनेंसी ही नहीं होता है। तो लंबी सांस लें व चिंता ना करें, आपका पीरियड आ जाएगा; और इसके बारे में सोचना बंद करें। यहां जानें कुछ कारण, जो आपके पीरियड को लेट कर सकते हैं। जानिए समय से पहले पीरियड जल्दी लाने का उपाय
जानिए क्यों हो रहे हैं आपके पीरियड्स लेट – Reasons For Late And Irregular Periods
आपके रोज़ के रूटीन में बदलाव आया है
मासिक धर्म का न आना आपके रूटीन में बदलाव के कारण हो सकता है|क्या आपने नया जॉब या कॉलेज शुरू किया है? आपके उठने का समय बदल गया है? आप लगातार कई रातों को जागकर काम कर रही हैं? आपके लाइफस्टाइल में बदलाव के कारण आपकी साइकिल भी बदलती है और इसलिए हॉर्मोन्स कंफ्युज़ हो जाते हैं। ये बात तब तो बिल्कुल सच होती है, जब ओव्युलेशन के टाइम आप अपने रुटीन में बदलाव करती हैं। इसमें चिंता की कोई बात नहीं है, जब आपकी बॉडी नए रुटीन से एडजस्ट कर लेगी, तब सब कुछ नॉर्मल हो जाएगा; इसलिए थोड़ा सा पेशेंस रखें।
आप ट्रेवल कर रही हैं
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आप छुट्टियों पर हैं, इसका ये मतलब नहीं है कि आपका पीरियड भी छुट्टी पर है! बहुत सा ट्रेवल, लंबी फ्लाइट्स, नई जगह और टाइम ज़ोन में चेंज के कारण आपकी बायोलॉजिकल क्लॉक गड़बड़ा जाती है। इसके कारण कई लोगों में पीरियड जल्दी आ जाता है, वहीं कई लोगों में मासिक धर्म में देरी हो जाती है। इसलिए रिलैक्स करें व अपनी ट्रिप एन्जॉय करें और अपनी साइकिल को एडजस्ट होने का टाइम दें। ये एकदम नॉर्मल बात है।
आप बहुत तनाव में हैं
ब्रेकअप, फ़ाइनल एग्ज़ाम्स, घर शिफ्ट करना, ऑफिस में डिमांडिंग बॉस – ऐसी कई तनाव देने वाली चीज़ें होती हैं, जिनसे हम रोज़मर्रा की ज़िंदगी में गुज़रते हैं, मासिक धर्म के न आने का कारण हो सकती हैं। तनाव के कारण पीरियड पर असर पड़ने के चांसेज़ बहुत ज़्यादा होते हैं। और इसलिए हो सकता है कि आपकी बॉडी ओव्युलेशन को तब तक रोक कर रखें, जब तक आपका तनाव कम नहीं हो जाता है – ये नेचर का तरीका है कोप करने का। तो आप थोड़ा सा चिंता कम करें और रिलैक्स करने की कोशिश करें, रिलैक्स करना ही पीरियड प्रॉब्लम्स का इलाज है।
आप बीमार हैं
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ये बहुत ही आम बात है, लेकिन कभी-कभी तगड़ा जुकाम भी आपकी साइकिल को लेट कर सकता है। ऐसा सिर्फ जुकाम से ही नहीं होता है, लेकिन अगर आप साइकिल के बीच में, ओव्युलेशन के समय बीमार पड़ जाती हैं, तो हो सकता है कि इसका असर आपको दो हफ्ते बाद नज़र आए – जैसे कि आपके मासिक धर्म में देरी हो जाए या उस महीने आए ही ना। ऐसा हो सकता है क्योंकि आपकी बॉडी वाइरस और बैक्टीरिया से लड़ने में इतनी बिजी होती है कि वो उसी टाइम ओव्युलेट नहीं कर पाती है।
अचानक से वज़न बढ़ना या घटना
धीरे-धीरे वज़न बढ़ाना या घटाना हेल्दी तरीका है। लेकिन डाइटिंग, ज़्यादा खाने या ज़्यादा व्यायाम के कारण, एकदम से वज़न में बदलाव आता है, जिसका असर आपके पीरियड पर पड़ता है और पीरियड प्रॉब्लम्स होती हैं। आपके आख़िर और अभी के साइकिल के बीच में, इस नई बॉडी के साथ एडजस्ट होने में हॉर्मोन्स को काफी दिक्कत आती है। आपके वज़न का सीधा असर आपकी साइकिल पर पड़ता है; इसलिए वज़न घटाने या बढ़ाने के लिए हमेशा हेल्दी तरीका चुनें।
कैलकुलेशन की उलझन
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हम सभी जानते हैं कि एक औसत साइकिल 28 दिन का होता है, लेकिन किसी के लिए ये लंबा तो किसी के लिए ये छोटा होता है; और इसलिए आपका पीरियड कब आएगा, इसे कैलकुलेट करना थोड़ा कन्फ्युजिंग हो जाता है। जिसका मतलब है कि शायद आपका मासिक धर्म का न आना चिंताजनक नहीं है। और थोड़ी बहुत अनियमितता होना तो एकदम नॉर्मल बात है। तो अगर पिछले महीने पीरियड जल्दी आया था, तो इसके चांसेस है कि इस महीने थोड़ा लेट आए। इसलिए पीरियड प्रॉब्लम्स से घबराने की जगह, अपनी बॉडी के इन छोटे-मोटे बदलावों को अपनाना सीखें।
हॉर्मोन्स का असंतुलन
आपको ये जानकार आश्चर्य होगा की PCOS (Polycystic Ovarian Syndrome) कितना कॉमन है आजकल! कई लड़कियां तो अपनी पूरी ज़िंदगी निकाल देती हैं और उनको पता ही नहीं होता है कि उन्हें ये है! ये एक हॉर्मोनल इम्बैलेंस है, जिसमें उन हॉर्मोन्स -एस्ट्रोजेन, प्रोजेस्ट्रोन और टेस्टोस्टेरों – के लेवल बदल जाते हैं, जो आपकी साइकिल से सीधे तौर पर जुड़े होते हैं। अनियमित पीरियड PCOS का एक बहुत ही कॉमन निशान है, जिसे आसानी से ठीक किया जा सकता है – तो अगर आपको लगता है कि आप इसकी शिकार हो सकती हैं, तो अपने डॉक्टर से ज़रूर मिलें। थाइरोइड भी हॉर्मोन्स से जुडी तकलीफ है, जो आपके पीरियड प्रॉब्लम्स का कारण हो सकता है।
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