पीरियड कोई समस्या या बीमारी नहीं बल्कि एक ऐसी आम प्रक्रिया है, जो महिलाओं में 13 साल की उम्र से लेकर लगभग 45 या 50 की उम्र तक चलती है। या काफी नेचुरल है। समाज में भले ही इसे टैबू की तरह माना जाता हो मगर समय के साथ लोगों के बीच इसकी जागरूकता और समझ बढ़ने लगी है। साथ ही टीवी पर आने वाले सैनिटरी पैड के विज्ञापनों के चलते अब में खुलकर बात भी होने लगी है। पीरियड होना कोई समस्या नहीं है, समस्या है तो पीरियड का समय से न आना। सामान्य पीरियड अपने तय समय पर हर महीने दस्तक दे देते हैं मगर कई महिलाओं में पीरियड की अनियमितता भी देखने को मिलती है। घर की बड़ी-बुजुर्ग महिलाएं पीरियड्स जल्दी लाने के तरीके अक्सर सुझाती रहती हैं। अगर आपको भी पीरियड की अनियमितता से दो-चार होना पड़ता है तो हम आपके लिए पीरियड जल्दी लाने का उपाय (period jaldi lane ka upay) लेकर आये हैं। पैनिक अटैक क्या होता है
अनियमित पीरियड्स को चिकित्सकीय रूप से ओलिगोमेनोरिया के रूप में जाना जाता है, जो महिलाओं में काफी आम समस्या है। वजन घटाने में लेकर आजकल की जीवनशैली के कारण कई महिलाओं में पीरियड देर से आने की समस्या उत्पन्न हो जाती है। अब सवाल यह उठता है कि क्या खाने से पीरियड आता है? तो हम आपको बता दें कि भारतीय घर की रसोईं में ऐसी कई खजाने छिपे हैं, जिनके पास पीरियड टाइम जल्दी लाने के उपाय (period lane ke upay) मौजूद हैं। इनमें से कुछ हम आपको यहां बता रहे हैं। जानिए पेट साफ कैसे करे
सदियों से मासिक धर्म लाने के लिए अजवायन के पत्तों का पारंपरिक रूप से उपयोग किया जाता रहा है। दरअसल, अजवायन के पत्तों में मौजूद दो पदार्थ अपिओल और मिरिस्टिसिन, गर्भाशय के संकुचन को उत्तेजित करते हैं, जिसके परिणामस्वरूप आपके मासिक चक्र का नियमित हो जाता है और पीरियड समय पर आते हैं। हिचकी का इलाज
यह पीरियड्स को प्रीपोन करने के लिए उपलब्ध सबसे प्रभावी घरेलू उपचार है। कच्चा पपीता गर्भाशय में संकुचन को उत्तेजित करता है और पीरियड्स को जल्दी आने में मदद कर सकता है (papaya khane se period jaldi aata hai)। पपीते में मौजूद कैरोटीन एस्ट्रोजन हार्मोन को उत्तेजित करता है जिससे मासिक धर्म जल्दी आता है। पीरियड साइकिल के बीच में पपीते को कच्चा या पपीते के रस के रूप में दिन में दो बार सेवन किया जा सकता है।
अदरक की चाय सबसे शक्तिशाली इमेनगॉग में से एक है। इसके जादुई गुणों वाली जड़ी-बूटियां मासिक धर्म प्रवाह को उत्तेजित करती हैं, जिसके परिणामस्वरूप मासिक धर्म को बढ़ावा मिलता है, ऐसा माना जाता है कि अदरक गर्भाशय के आसपास की गर्मी को बढ़ाता है, जिससे संकुचन को बढ़ावा मिलता है। अदरक का सेवन चाय के रूप में या ताजा अदरक के रस में कुछ शहद के साथ या शहद के साथ कच्चे अदरक के रूप में किया जा सकता है। नियमित तिथि से कुछ दिन पहले एक कप ताजा अदरक का रस पानी के साथ रोज सुबह खाली पेट पिएं।
धनिया के बीज अनियमित मासिक धर्म के लिए सबसे प्रभावी घरेलू उपचार माना जाता है क्योंकि इसमें इमेनैगॉग गुण होते हैं। इसके लिए 1 टीस्पून धनिया को 2 कप पानी में उबालें और तब तक उबालें, जब तक पानी कम होकर सिर्फ एक कप न हो जाए। अब इसे एक कप में छान कर पियें। अपनी पीरियड डेट के लगभग 3 दिन पहले से इसे दिन में कम से कम 2 बार पियें।
सौंफ को एक सुगंधित चाय बनाने के लिए पानी में उबाला जा सकता है, जिसका सेवन हर सुबह खाली पेट किया जाना चाहिए ताकि आपकी पीरियड की अवधि को नियंत्रित किया जा सके और स्वस्थ मासिक धर्म प्रवाह हो सके। इसके लिए एक गिलास पानी में 2 चम्मच सौंफ मिलाकर रात भर के लिए छोड़ दें। पानी को छानकर सुबह पी लें।
बात जब पीरियड्स जल्दी लाने के तरीके की होती है तो मेथी का नाम भी घरेलू उपाय की लिस्ट में शामिल किया जाता है। सिर्फ मेथी ही नहीं मेथी के बीज का सेवन भी विशेषज्ञों द्वारा मासिक धर्म को जल्दी लाने के लिए सलाह दी जाती है। इसके लिए मेथी के दानों को पानी में उबालकर पिएं।
सीसम सीड्स, जिसे हिंदी में तिल के बीज के रूप में जाना जाता है, का सेवन आपके पीरियड की अवधि को नियमित करने के लिए किया जा सकता है, लेकिन उन्हें केवल कम मात्रा में ही खाना चाहिए क्योंकि वे आपके शरीर में बहुत अधिक गर्मी पैदा कर सकते हैं। गर्मी पैदा करने वाले इन बीजों को आपकी अपेक्षित तिथि से लगभग 15 दिन पहले रोजाना खाया जा सकता है ताकि आपको पीरियड पहले प्राप्त करने में मदद मिल सके। आप गर्म पानी के साथ दिन में दो बार एक चम्मच तिल भी ले सकते हैं। एक चम्मच तले हुए या सादे तिल दिन में 2-3 बार शहद के साथ लें।
विटामिन सी, जिसे एस्कॉर्बिक एसिड भी कहा जाता है, आपके मासिक धर्म को नियमित कर सकता है। विटामिन सी आपके एस्ट्रोजन के स्तर को बढ़ा सकता है और प्रोजेस्टेरोन के स्तर को कम कर सकता है। इससे गर्भाशय सिकुड़ जाता है और गर्भाशय की परत टूट जाती है, जिससे पीरियड शुरू हो जाते हैं। खट्टे फल, जामुन, काले करंट, ब्रोकोली, पालक, ब्रसेल्स स्प्राउट्स, लाल और हरी मिर्च, और टमाटर सभी विटामिन सी के अच्छे स्रोत हैं। मगर ध्यान रहे बहुत अधिक विटामिन सी भी खतरनाक हो सकता है।
हल्दी एक और पारंपरिक उपाय है जिसे कुछ लोग इमेनगॉग मानते हैं। यही वजह है कि हल्दी खाने से पीरियड्स जल्दी आता है। यह एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन के स्तर को प्रभावित करके काम करने वाला माना जाता है। हल्दी को अपने आहार में शामिल करने के कई तरीके हैं। आप इसे करी, चावल या सब्जी के व्यंजनों में मिला सकते हैं। या आप इसे गर्म पेय के लिए पानी या दूध में अन्य मसालों के साथ मिला सकते हैं। इसके अलावा एक गिलास पानी में एक चम्मच हल्दी उबालें और दिन में दो बार इसका सेवन करने से आपके पीरियड्स शुरू हो जाएंगे।
आपने अक्सर घर की बड़ी-बुजुर्ग महिलाओं को यह खतये सुना होगा कि गुड़ खाने से पीरियड आता है। इस मामले में वो काफी हद तक सही भी हैं। मगर पीरियड जल्दी लाने के लिए केवल गुड़ नहीं खाना चाहिए। गुड़ को अदरक, तिल और अजवायन के साथ मिलाकर सेवन करने समय पर आते हैं। यह एक प्रभावी प्राकृतिक घरेलू उपचार होता है।
कई महिलाओं में पीरियड हर महीने देर से आने की शिकायत बानी रहती है। बहुत बार तो यह समस्या पीरियड जल्दी लाने का उपाय अपनाकर दूर हो जाती है। मगर कई मामलों में घरेलू उपचार भी काम नहीं करते। ऐसे में बेहतर होगा आप अपनी डॉक्टर से संपर्क करें और उनके द्वारा सुझाई गई पीरियड जल्दी लाने की मेडिसिन (period jaldi lane ki medicine) लें। हम यहां आपको पीरियड जल्दी लाने की मेडिसिन नाम के कुछ सुझाव दे रहे हैं।
प्रिमोलट-एन टैबलेट का उपयोग मासिक धर्म की विभिन्न समस्याओं के इलाज के लिए किया जाता है, जिसमें पीरियड के दौरान होने वाला दर्द, पेट में भारीपन या अनियमित पीरियड्स, प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम (पीएमएस) और एंडोमेट्रियोसिस नामक स्थिति शामिल है। यह प्राकृतिक महिला सेक्स हार्मोन प्रोजेस्टेरोन का मानव निर्मित संस्करण है। प्रिमोलट-एन टैबलेट भोजन के साथ या बिना भोजन किए इसे लिया जा सकता है, लेकिन बेहतर होगा आप इसे अपने डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही लें।
रेजेस्ट्रोन 5mg टैबलेट का उपयोग भी अनियमित पीरियड्स के लिए किया जा सकता है। प्रिमोलट-एन टैबलेट की तरह यह भी पीरियड्स की कई समस्याओं का एक इलाज है। ध्यान रहे आपको यह दवा तभी तक लेनी चाहिए जब तक यह आपको निर्धारित की गई हो। इसलिए इस दवा का सेवन डॉक्टर की सलाह के बाद ही करें।
ऐसा माना जाता है कि पीरियड के समय एक्सरसाइज नहीं करनी चाहिए। ये सही भी है। दरअसल, पीरियड के दौरान शरीर को पूर्ण आराम की जरूरत होती है। इस वजह से उन 5 दिनों में एक्सरसाइज न ही की जाये तो बेहतर है। वहीं अगर आप पीरियड की अनियमितता से गुजर रही हैं तो कुछ चुनिंदा एक्सरसाइज या योगासन पीरियड जल्दी लाने का उपाय बन सकते हैं। अगर आपको एक्सरसाइज करना पसंद नहीं है तो ऐसे में आप योग का सहारा भी ले सकती हैं। पीरियड्स को सही समय पर लाने के लिए आप योगा में मत्स्यासन, धनुरासन, हलासन, मलासन और शवासन जैसे योगासन सबसे बेहतर माने जाते हैं।
सवाल- पीरियड कितने दिन लेट हो सकता है?
जवाब- पीरियड 15 दिन से लेकर 28 दिन तक लेट हो सकता है।
सवाल- पीरियड आने के लिए क्या खाना चाहिए?
जवाब- पीरियड आने के लिए आप पीपता सहित गुड़ व विटामिन सी का सेवन कर सकती हैं।
सवाल- 2 महीने पीरियड ना आए तो क्या करें?
जवाब- 2 महीने पीरियड ना आएं तो तुरंत अपने डाॅक्टर से इस बारे में परामर्श करें।
सवाल- पीरियड्स रुकने का क्या कारण है?
जवाब- पीरियड्स रुकने के कई कारण हो सकते हैं। जैसे- तनाव भरी जीवनशैली, स्मोकिंग, शराब या सेहत ठीक न होने के अलावा गर्भ धारण करने से भी पीरियड्स रुक जाते हैं।
अगर आपको यहां दिए गए पीरियड टाइम जल्दी लाने के उपाय (period jaldi lane ka upay) कारगर लगे तो इन्हें अपनी महिला मित्रों के साथ शेयर करना न भूलें।