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ये टिप्स बनाएंगी न्यू पेरेंट्स को मेंटली स्ट्रॉन्ग, पास भी नहीं फटकेगा स्ट्रेस

Mona Narang  |  May 25, 2022
न्यू पेरेंट्स का स्ट्रेस

शिशु के जन्म के बाद के शुरुआती महीनों में न्यू पेरेंट्स का स्ट्रेस में होना लाजमी है। बच्चे के रात भर जागने व रोने की वजह से माता-पिता की रातों की नींद उड़ जाती है। जीवन में कुछ भी नया होता है, तो उसके साथ तालमेल बिठाने में कुछ तो समय लगता है। 

कई बार न्यू पेरेंट्स बच्चे की परवरिश में इतना उलझ जाते हैं कि उन्हें पता भी नहीं चलता कि वे कब तनाव के शिकार हो जाते हैं। इससे उन्हें सिर्द दर्द व चिड़चिड़ापन हो सकता है। कई बार वह छोटी-छोटी बात पर ओवररिएक्ट कर सकते हैं। कई बार यह पार्टनर्स के बीच दूरी पैदा कर देता है। यही वजह है इस लेख में आज हम न्यू पेरेंट्स के लिए मेंटल हेल्थ टिप्स लेकर आए हैं। 

न्यू पेरेंट्स का स्ट्रेस दूर करने के लिए असरदार टिप्स

नीचे कुछ ऐसे टिप्स बता रहे हैं जो बच्चे की अच्छी देखभाल के साथ न्यू पेरेंट्स को मेंटली स्ट्रॉन्ग बनाने में सहायक हो सकते हैं।

1. अपनी जिम्मेदारियां बांट लें

बच्चे को दूध पिलाते हुए पिता

बेहतर है पेरेंट्स बनने के बाद माता-पिता बच्चे के प्रति व अपने काम से जुड़ी जिम्मेदारियां बांट लें। दोनों में से किसी एक पर बच्चे की सारी जिम्मेदारियां होंगी, तो उसका तनाव में आना तय है। बच्चे की देखभाल के साथ-साथ खुद के लिए हर किसी को समय चाहिए होता है। इसलिए आपस में बच्चे को संभालने को लेकर एक टाइमटेबल बना लें। ऐसा करने से उलझन भी नहीं होगी व आप दोनों आपस में वक्त भी बिता सकेंगे। ध्यान रहे जिम्मेदारियां बांटने का प्लान शिशु के जन्म से पहले ही बना लें।

2. एक दूसरे को वक्त दें 

बच्चा आने के बाद आप ये बिल्कुल न सोचें कि आपकी अपनी जिंदगी बोरिंग हो गई है। बेहतर है आप अपने लिए भी वक्त निकालें। बाहर नहीं जा सकते तो क्या हुआ घर में ही आप दोनों कम से कम हफ्ते में एक बार साथ बैठकर मूवी देखें, डिनर प्लान करें या कहीं घूमने जाएं। ऐसा आप बेबी के सोने के टाइम के अनुसार वीकेंड पर प्लान कर सकते हैं। 

3. दोस्तों से मिलें 

बच्चे के होने के बाद उसमें खुद को इतना व्यस्त न करें कि आपकी सोशल लाइफ ही खत्म हो जाए। मन को हल्का करने के लिए दोनों अपने-अपने दोस्तों से मिलते रहें। ऐसा करने से आपका मूड बेहतर होगा और आपको बोरियत भी नहीं होगी। 

दोनों पार्टनर्स एक-एक हफ्ते अपने फ्रेंड्स के साथ आउटिंग का प्लान कर सकते हैं। माँ के लिए यह थोड़ा मुश्किल हो सकता है क्योंकि उन्हें ब्रेस्टफीड कराना होता है। लेकिन आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है। आप घर से निकलने से पहले बच्चे को दूध पिलाएं व बैकअप के लिए ब्रेस्टपंप से दूध निकालकर फ्रिज में स्टोर करके जा सकती हैं। 

4. नींद पूरी करें 

जरूरी है पर्याप्त नींद

न्यू पेरेंट्स का स्ट्रेस में होने का एक कारण नींद पूरी न होना हो सकता है। शिशु के आने के बाद पेरेंट्स के लिए सबसे बड़ी परेशानी होती है नींद पूरी न होना। कई बार नए पेरेंट्स को बच्चे के लिए रात-रातभर जागना होता है। ऐसे में चिड़चिड़ापन होना स्वाभाविक है। रात को सोने का इंतजार करेंगी, तो भूल जाइए कि आपकी नींद कभी पूरी होगी। इसलिए जब भी शिशु सोए उसी वक्त अपने सोने का रुटीन भी सेट कर लें ताकि आपकी नींद पूरी हो सके। 

5. अपने स्पेस का ध्यान रखें

बच्चे की देखभाल में कब सुबह से शाम हो गई, माँ को यह पता ही नहीं चलता। उसकी मालिश, नैपी बदलने से लेकर दूध पिलाने आदि में माँ इतनी बिजी रहती है कि बिस्तर पर जाते ही सो जाती हैं। कई बार माँ को इस सब के बीच अपने लिए ‘मी टाइम’ की जरूरत हो सकती है। ऐसे में आप कुछ समय के लिए बच्चे की जिम्मेदारी घर के किसी बड़े या बच्चे के पिता को दे सकती हैं। अपने मी टाइम के साथ कॉम्प्रोमाइज न करें। अगर आप खुद को समय नहीं देंगी तो आपको खुद पता नहीं चलेगा कि आप कब स्ट्रेस की गिरफ्त में आ गई हैं।

6. बेफिजूल का खर्च करने से बचें

घर में शिशु के आने पर पेरेंट्स इतने खुश होते हैं कि उन्हें लगता है वें बच्चे के लिए हर एक चीज खरीद कर ले आएं। ऐसे में पेरेंट्स कई ऐसी चीजें खरीद लाते हैं जिनका कुछ समय बाद कोई काम नहीं रहता है। इसलिए बच्चे के सामान की खरीददारी करते समय किसी भी सामान को लेने से पहले अच्छे से विचार करें। 

आपको ध्यान रखना होगा कि बच्चे के घर में आने से घर का बजट बदल जाएगा। आगे चलकर बजट बिगड़ा तो इससे आपको तनाव हो सकता है। पेरेंट्स को समझना होगा कि आने वाले समय में बच्चे के खर्चे बढ़ते जाएंगे। इसलिए घर के खर्च को लेकर योजना बनाएं व बेफिजूल का खर्चा करने से बचें।

आशा करते हैं लेख में न्यू पेरेंट्स के लिए दी गई टिप्स स्ट्रेस को उनके पास भी नहीं फटकने देंगी। लेख में दिए गए उपायों को फॉलो कर शिशु के साथ अपने इस नए सफर को बनाए आसान और आरामदायक।

चित्र स्रोत: Freepik

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