Mental Health
बहुत ज्यादा स्ट्रेस में हैं और अकेलापन महूसस कर रहे हैं तो ट्राई करें वॉकिंग मेडिटेशन और फिर देखिए कमाल!
ध्यान भी व्यायाम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यदि आप शारीरिक स्वास्थ्य के लिए 30 मिनट व्यायाम करते हैं तो कम से कम 15 मिनट ध्यान को भी देना चाहिए। ध्यान का अर्थ किसी भी एक विषय की धारण करके उसमें मन को एकाग्र करना होता है। हमने हमेशा ध्यान लोगों को एक स्थान पर आंखे बंद कर शांत बैठे हुए देखा है। लेकिन क्या आपने कभी किसी को चलते हुए ध्यान करते देखा है ? क्या आपको लगता है कि आप चलते हुए ध्यान लगा सकते हैं? जवाब है हां, चलते-चलते ध्यान लगाया जा सकता है। क्योंकि इस प्रकार का वैज्ञानिक आधार है और शरीर और मन के लिए विशिष्ट लाभ भी हैं। इस तरह से ध्यान लगाने को ‘वॉकिंग मेडिटेशन’ (walking meditation) कहा जाता है और यह ध्यान का एक बहुत ही अलग रूप है।
क्या है वॉकिंग मेडिटेशन –
कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, लॉस एंजिल्स के द ग्रेटर गुड साइंस सेंटर के अनुसार, ध्यान ‘कबाट झिन’ के ‘माइंडफुलनेस बेस्ड स्ट्रेस रिडक्शन’ की तरह ही वॉकिंग मेडीटेशन तनाव कम करने के तरीकों में से एक है। इस प्रक्रिया के लिए बहुत लाइट, धीमी गति की आवश्यकता होती है। यह चलने की प्रक्रिया पर केंद्रित होती है। जैसे चलते समय मुड़ना, चलते समय कदम उठाना, जमीन पर कदम रखना, चलते समय शरीर को आगे की ओर ले जाना इन सब बातों पर दिमाग एकदम अलर्ट रहता है, लेकिन मन ध्यान में केंद्रित। दरअसल, जागने से लेकर सोने तक हम रोज घर के अंदर या घर के बाहर टहलते हैं। लेकिन हम उस वॉक पर ज्यादा ध्यान नहीं देते। तब चलने को लेकर हम बहुत सचेत नहीं होते। लेकिन वॉकिंग मेडिटेशन इसके ठीक विपरीत है। तो आइए जानते हैं वॉकिग मेडिटेशन करने के तरीके के बारे में –
वॉकिंग मेडिटेशन कैसे करें –
स्टेप 1 – सबसे पहले वॉकिंग मेडिटेशन करने के लिए किसी शांत जगह का चुनाव करें। ऐसी सड़क चुनें जहां शांति हो, और ट्रैफिक न हो। कोई भी आपके चलने के ध्यान को बाधित न करे और एक जगह ऐसी होनी चाहिए जहां आप सीधे 10 से 15 कदम चल सकें।
स्टेप 2 – सबसे पहले गहरी सांस लें और बहुत धीरे-धीरे 10-15 कदम चलें।
स्टेप 3 – 10-15 कदम चलने के बाद जितना हो सके गहरी सांसें लें।
स्टेप 4 – फिर मुड़ें और जहां से आपने चलना शुरू किया था, वहीं से धीरे-धीरे चलना शुरू करें।
स्टेप 5 – मूल स्थिति में लौटने के बाद जितनी देर हो सके फिर से गहरी सांस लें और छोड़ें।
स्टेप 6 – ध्यान करते हुए धीरे-धीरे हर कदम उठाएं। गहरी सांस लेते हुए भी धीमी गति से चलें। हम जो कर रहे हैं उसे गहराई से अनुभव करने की जरूरत है। इसके लिए कदमों की ताल, मुड़ना, श्वास लेना, छोड़ना हो, आपको हर प्रक्रिया का अनुभव करना होगा।
स्टेप 7 – इस दौरान अगर आपके मन में कोई बाहरी विचार आ रहे है उनपर बिल्कुल भी ध्यान न दें।
स्टेप 8 – 10-15 मिनट तक ऐसे ही वॉकिंग मेडिटेशन करें।
वॉकिंग मेडिटेशन करने के फायदे –
- वॉकिंग मेडीटेशन से तन और मन दोनों को ऊर्जा मिलती है।
- तनाव, अकेलापन और उदासी से राहत मिलती है।
- इससे शरीर शांत हो जाता है और आपके दिमाग को भी आराम मिलता है।
- एकाग्रता बढ़ाती है।
- शरीर का संतुलन बनाए रखा जा सकता है।
- पाचन में सुधार करता है। ये आपके शरीर के मेटाबॉल्जिम को भी तेज कर देता है, जिससे आपका वजन ज्यादा नहीं बढ़ने पाता है।
- हर क्रिया पर ध्यान केंद्रित करने से शरीर के प्रति जागरूकता पैदा होती है।
ये भी पढ़ें –
एक्सपर्ट से जानिए इस कोरोना काल में अपने बच्चों की मेंटल हेल्थ का किस तरह से रखें ध्यान
किसी चाहने वाले को खोने के बाद खुद को भावनात्मक रूप से संभालने के 6 टिप्स
महिलाएं होती हैं ज्यादा डिप्रेशन की शिकार, इन तरीकों से निकले उदासी से बाहर
Read More From Mental Health
कभी-कभी रोना भी है अच्छी सेहत के लिए जरूरी, जानिए और क्या-क्या होते हैं इसके फायदे
Archana Chaturvedi
World Mental Health Day: 6 बॉलीवुड सेलेब्स जिन्होंने मेंटल हेल्थ के बारे में की खुलकर बात
Garima Anurag