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70+ Guru Nanak Jayanti Wishes in Hindi 2022 | गुरु नानक जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं

Anu Verma  |  Nov 7, 2022
Guru Nanak Jayanti Wishes in Hindi | गुरु नानक जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं
कार्तिक पूर्णिमा को श्री गुरु नानक जी का जन्मदिन मनाया जाता है। गुरु नानक जयंती सिख विशेष रूप से समुदाय में मनाया जाने वाला सबसे सम्मानित दिन है। इस पर्व को गुरु पर्व के नाम से भी जाना जाता है, जिसका अर्थ है गुरु का उत्सव। इस दिन की बहुत अहमियत है। गुरु नानक जी नैतिकता, कड़ी मेहनत और सच्चाई का संदेश देते थे। यह दिन महान आस्था, सामूहिक भावना और प्रयास के साथ पूरे विश्व में मनाया जाता है। गुरु नानक जी का जीवन प्रेम, ज्ञान और वीरता से भरा हुआ था। इस पर्व को लेकर यह मान्यता है कि 500 साल पहले भारत में गुरु नानक देव जी नामक एक महान संत थे। गुरु नानक देव जी पंजाब के रहने वाले थे। आप भी इस साल गुरु नानक जयंती पर अपने दोस्तों, रिश्तेदारों और जानने वालों के साथ शेयर करें गुरु नानक जयंती की शुभकामनाएं (Guru Nanak Jayanti Wishes in Hindi), गुरु नानक देव जी के दोहे (Guru Nanak ji ke Dohe in Hindi) और गुरु नानक जयंती संदेश (Guru Nanak Jayanti Messages in Hindi)।

  Guru Nanak Jayanti Wishes in Hindi |  गुरु नानक जयंती पर शुभकामनाएं  (Shutter Story)

Guru Nanak Jayanti Wishes in Hindi 2022 |  गुरु नानक जयंती पर शुभकामनाएं 2022

कार्तिक मास के पुर्णिमा तिथी को मनाया जाने वाले गुरु नानक जयंती पर अपने दोस्तों को शुभकामनाएं भेजते हुए इन संदेशों को यूज करें।

1. वाहेगुरु का आशीष सदा मिले, ऐसी कामना है हमारी, गुरु की कृपा से आएगी, घर-घर में ख़ुशहाली, हैप्पी गुरु नानक जयंती।
2. खुशियां और आपका जनम-जनम का साथ हो, हर किसी की जुबान पर आपकी हंसी की बात हो, जीवन में कभी कोई मुसीबत आए भी तो, आपके सिर पर गुरु नानक का हाथ हो।
3. राज करेगा खालसा, बाके रहे ना कोए, वाहेगुरु जी दा खालसा वाहे गुरु जी दी फ़तेह, हैप्पी गुरु नानक जयंती।
4. नानक नीच कहे विचार, वेरिया ना जाव एक वार, जो टूड भावे सई भली कार, तू सदा सलामत निरंकार, गुरु पर्व दी लख-लख बधाईयां।
5. दुनिया में किसी भी व्यक्ति को भ्रम में नहीं रहना चाहिए। बिना गुरु के कोई भी दूसरे किनारे तक नहीं जा सकता है। गुरु नानक जयंती के शुभ दिन की खूब शुभकामनाएं।
6. खालसा मेरा रूप है ख़ास, खालसे में ही करूं निवास, खालसा अकाल पुरख की फ़ौज, खालसा मेरा मित्र कहाए, खालसा दे जन्मदिन दी सब को बधाई।
7. ज्यों कर सूरज निकल्या, तारे छुपे हनेर प्लोवा, मिटी ढूंढ जग चानन होवा, काल तान गुरु नानक आइया।
8. नानक नीच कहे विचार, वारेया ना जावां एक वार, जो तुध भावे साईं भली कार, तू सदा सलामत निरंकार, गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व की आपको बधाई।
9. तुमने सिखाया उंगली पकड़कर चलना, तुमने बताया कैसे गिरने पर है संभलना, तुम्हारी वजह से आज हम पहुंचे इस मुकाम पे, गुरु पूरब बीते प्रभु नाम में। हैप्पी गुरु नानक जयंती। 
10. गुरु नानक देव जी के सद्कर्म, हमें सदा राह दिखाएंगे, वाहे गुरु के ज्ञान से, सबके बिगड़े हुए कारज बन जाएंगे, गुरु नानक जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं।
11. गुरु नानक जयंती की बधाई आपको, कल्याण और आशीर्वाद मिले आपको, खुशी का जीवन से रिश्ता हो ऐसा, दीये का बाती संग रिश्ताहो जैसा।हैप्पी गुरु नानक जयंती।।
12. गुरु नानक जयंती की बधाई आपको, कल्याण और आशीर्वाद मिले आपको, खुशी का जीवन से रिश्ता हो ऐसादीये का बाती संग रिश्ता हो जैसा।हैप्पी गुरु नानक जयंती।
13. नानक नाम जहाज है, जो जपे वो तर जाए, सद्गुरु आपको प्यार, आप ही तो हैं मेरे खेवनहार…हैप्पी गुरु नानक जयंती।
14. सद्गुरु सब दे काज संवारे, आप सब को गुरु नानक देव जी के जन्म दिवस की हार्दिक बधाइयां….
15. हर ताले की चाबी है उसके हाथ में, मेरे गुरुनानक की कृपा है जिसके साथ में, गुरु पर्व की लख लख बधाइयां…
16. गुरु नानक देव जी के सद्कर्म, हमें सदा राह दिखाएंगे, वाहे गुरु के ज्ञान से सबके बिगड़े काम बन जाएंगे। हैप्पी गुरु नानक जयंती।
17. वाहे गुरू पूरी उम्र आपकी चरणों में गुजर जाए, दीया ऐसा जले कि ज्ञान की पूंजी से झोली भर जाए, संघर्षों की लहरों पर अनवरत चलते क्षुब्ध नाविक हम बांह पकड़ना ऐसे कि संसार रुपी सागर पार हो जाए। गुरुनानक जयंती की शुभकामनाएं।
18. वाहे गुरु आशीष रहे सदा, तेरी दया पर चलती जिंदगी मेरी,जब भी आए कोई मुश्किल, तू ही दिखाए मुझको मंजिल।
19. सिर पर मेरे हैं गुरु वर का हाथ, है हरपल, हरदम वो मेरे साथ, है विश्वास वही राह दिखाएंगे, मेरे सारे बिगड़े काम बन जाएंगे। हैप्पी गुरु नानक जयंती।
20. लाख कीमती धन भला, गुरु हैं मेरे अनमोल।गुरु पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामनाएं।।
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Inspirational Thoughts of Guru Nanak Dev Ji | गुरु नानक जी के अनमोल वचन

सिखों के प्रथम गुरु,  गुरु नानक जी की जयंती पर गुरु नानक जी की बोली बातें (guru nanak quotes in hindi) एक दूसरे को भेजें। ये अनमोल वचन आपको सही रास्ता दिखाते हुए मोटिवेशन देते हैं।

1. कोई उसे तर्क द्वारा नहीं समझ सकता, भले वह युगों तक तर्क करता रहे।
2. भगवान एक है, लेकिन उसके कई रूप हैं। वह सभी का निर्माण करता है और वह खुद मनुष्य का रूप लेता है।
3. यदि किसी को धन की अथवा कोई अन्य मदद चाहिए तो हमें कदापि पीछे नहीं हटना चाहिए।
4. मेरा जन्म नहीं हुआ है तो भला मेरा जन्म या मृत्यु कैसे हो सकती है।
5. बंधुओ, हम मौत को बुरा नहीं कहते, यदि हम जानते कि वास्तव में मरा कैसे जाता है।
6. प्रभु के लिए खुशियों के गीत गाओ, प्रभु के नाम की सेवा करो और उसके सेवकों के सेवक बन जाओ।
7. ना ही एक बच्चा हूं, ना एक नवयुवक, ना ही में पौराणिक हूं, ना ही किसी जाति का हूं।
8. अपने जीवन में कभी यह नहीं सोचना कि यह नामुमकिन है।
9. अपने हाथों से मेहनत कर, लोभ को त्याग कर एवं न्यायोचित साधनों से धन का अर्जन करना चाहिए।
10. स्त्री जाति का आदर करना चाहिए ।  

11.इस जग को जीतने के लिए अपनी कमियों और विकारों पर विजय पाना बहुत जरूरी है।
12. केवल वही वाणी बोले, जो आपको सम्मान दिलाये।
13. जिस व्यक्ति को खुद पर विश्वास नहीं है वो कभी भी ईश्वर पर पूर्ण-रूप से विश्वास नहीं कर सकता।
14, धन को कभी हृदय से लगाकर नहीं रखना चाहिए। उसका स्थान हमेशा जेब में ही होना चाहिए। तभी आप लालच और अहंकार से दूर रह पाएंगे।
15. मनुष्य को सबसे पहले खुद की बुराइयों और गलत आदत पर विजय पाना चाहिए।
16. अपने जीवन में कभी ये न सोचे कि ये असंभव है।

                                                                                                   गुरु गोविंद सिंह की वाणी

Guru Nanak Dev Ji ke Dohe | गुरु नानक देव जी के दोहे

1. साचा साहिबु साचु नाइ,भाखिआ भाउ अपारू,आखहि मंगहि देहि देहि दाति करे दातारू।
अर्थात– प्रभु सत्य एवं उसका नाम सत्य है, अलग-अलग विचारों और भावों तथा बोलियों में उसे भिन्न- भिन्न नाम दिए गए हैं। प्रत्येक जीव उससे दया की भीख मांगता है तथा सब जीव उसके कृपा के अधिकारी हैं और वह भी हमें कर्मों के मुताबिक अपनी दया प्रदान करता है।
2. फेरि कि अगै रखीऐ, जितु दिसै दरबारू। मुहौ कि बोलणु बोलीएै, जितु सुणि धरे पिआरू।
अर्थात– हमें यह ज्ञात नहीं है कि उसे क्या अर्पण किया जाए, जिससे वह हमें दर्शन दे, हम कैसे उसे गाएं, याद करें, गुणगान करें कि वह प्रसन्न होकर हमें, अपनी कृपा से सराबोर करे और अपना प्रेम हमें सुलभ कर दे।
3. अंम्रित वेला सचु नाउ वडिआई वीचारू।
अर्थात- नानक देव जी ने प्रातःकाल को अमृत बेला कहा है। इस समय हृदय से प्रभु का जप स्मरण करने से वह अपनी कृपा प्रदान करता है। इस समय ईश्वर में एकाग्रता सहज होती है । अतः प्रातःकाल में हमें प्रभु का ध्यान अवश्य करना चाहिए।
4. करमी आवै कपड़ा, नदरी मोखु दुआरू। नानक एवै जाणीऐ, सभु आपे सचिआरू।
अर्थात- अच्छे-बुरे कर्मों से यह शरीर बदल जाता है, मोक्ष नहीं मिलता है। मुक्ति तो केवल प्रभु कृपा से संभव है। हमें अपने समस्त भ्रमों का नाश करके ईश्वर तत्व का ज्ञान प्राप्त करना चाहिए।
5. पवणु गुरू पाणी पिता, माता धरति महतु। दिवसु राति दुइ दाई, दाइआ खेलै सगल जगतु।
अर्थात- हवा वह गुरु है, जो आदमी के जीवन को चलायमान करती है। पानी पिता और पृथ्वी मां सदृश्य है। इन्हीं दोनों के मेल से सारे घास-फूस पौधे-पत्ते जन्म लेते हैं। तब दिन और रात लोगों को पुरुषार्थ कराने वाले सेवक और सेविकाएं हैं।
6. चंगिआईआ बुरिआईआ,वाचै धरमु हदूरि। करमी आपो आपणी, के नेड़ै के दूरि।
अर्थात- धर्मराज के रूप में परमेश्वर खुद हमारी आत्मा में बैठकर, हमारे समस्त कार्यों का हिसाब-किताब रखता है। इसी कारण हम स्वयं अपने कर्मों के मुताबिक प्रभु से दूर या निकट हो जाते हैं।
7. जिनी नामु धिआइआ गए मसकति घालि। नानक ते मुख उजले केती छुटी नालि।
अर्थात- उनका जीवन सफल एवं धन्य है, जो प्रभु नाम सुमिरण करते हैं तथा उन्होंने अपने उज्ज्वल चरित्र एवं व्यवहार से संसार में अनेक लोगों का जीवन धन्य करके उन्हें मुक्ति प्रदान की है।
8. जे को कहै करै वीचारू। करते कै करणै नाही सुमारू।
अर्थात– कोई यदि उन संतों को किसी अन्य विचार की ओर ले जाता है तो वे खूब सोच-विचार कर समझ लेते हैं कि वह विचार उचित है या अनुचित। ईश्वर का काम अंतहीन है। वह स्वयं अनन्त एवं अपरिमित है।
9. धौलु धरमु दइआ का पूतु। संतोखु थापि रखिआ जिनि सूति।
अर्थात– संत कोई बल नहीं, वह साक्षात धर्म होता है। दया-करुणा उसकी मां के जैसी होती है। दया का पुत्र धर्म पर स्थिर रहता है। वह पृथ्वी एवं संतोष  रूपी धागे से हमेशा धर्म से मजबूती से बंधा हुआ है।
10. जीअ जाति रंगा के नाव। सभना लिखिआ वुड़ी कलाम। एहु लेखा लिखि जाणै कोइ। लेखा लिखिआ केता होई।
अर्थात- प्रभु के रचित संसार में अनेकानेक जातियों और रंगों के अनंत जीव हैं। सभी जीवों के कर्मों का लेखा, परमेश्वर की एक ही कलम से लिखा गया है। किसी भी प्राणी के लिए उनका लेखा या गिनती कर पाना असंभव है। यह गिनती तो अपरम्पार है।
11. अपने ही सुखसों सब लागे, क्या दारा क्या मीत।। मेरो मेरो सभी कहत हैं, हित सों बाध्यो चीत। अंतकाल संगी नहिं कोउं, यह अचरज की रीत।।
अर्थात– गुरुनानक देव जी कहते हैं कि इस संसार में हर प्रेम झूठा है क्योंकि सबको अपने-अपने सुख की पड़ी है, फिर चाहे वो पत्नी हो या फिर दोस्त। मेरा मेरा सभी कह कर हैं, लेकिन संसार से जाते हुए सबको अकेले ही जाना पड़ता है।
12. मंनै तरै तारे गुरू सिख। मंनै नानक भवहि न भिख।
अर्थात– गुरुनानक देव जी कहते हैं, प्रभु का निरंतर ध्यान करने वाला खुद तो इस संसार रूपी सागर को तर जाता है, वो साथ में अपने गुरुभाइयों को भी तार देता है।
13. मंनै सुरति होवै मनि बुधि ॥ मंनै सगल भवण की सुधि ॥ मंनै मुहि चोटा ना खाइ ॥ मंनै जम कै साथि न जाइ ॥ ऐसा नामु निरंजनु होइ ॥ जे को मंनि जाणै मनि कोइ ॥
अर्थात-  यदि मनुष्य के मन में प्रभु के नाम की लगन लग जाए, तो उसकी अक़्ल ऊँची हो जाती है, उसके मन में जागृति आ जाती है, सभी भवनों/लोकों की उसको समझ आ जाती हैवह मनुष्य चोट लगने से बच जाता है। अर्थात, सांसारिक विकार उस पर दबाव नहीं डाल सकते और यमों से उसका वास्ता नहीं पड़ता (भाव, वह जन्म-मृत्यु के चक्कर में से बच जाता है)।  गुरु का मनन करने वाला ही इसका महत्व समझ सकता है, दूसरा कोई नहीं।
14. मंनै पावहि मोखु दुआरू। मंनै परवारै साधारू।
अर्थात- प्रभु का नाम रोज स्मरण करने वाला ही मोक्ष का अधिकारी है। वह अपने संपूर्ण परिवार को भी ईश्वर की शरण में ले आता है।
15. मंनै मगु न चलै पंथु। मंनै धरम सेती सनबंधु।
अर्थात– जो व्यक्ति प्रभु की दीक्षा में रहता है, वो दूसरे लोगों के दिखाए पथ पर दिगभ्रमित नहीं होता है। वो सिर्फ अपने धर्म पर अडिग रहता है और किसी दूसरे रास्ते पर नहीं चलता है।
16. कागदि कलम न लिखणहारू। मंने काबहि करनि वीचारू।
अर्थात- ऐसी कोई कागज और कलम नहीं बनी है और कोई ऐसा लिखने वाला भी नहीं है जो प्रभु के नाम की वर्णण कर सके।
17. जे हउ जाणा आखा नाही। कहणा कथनु न जाई।
अर्थात- ईश्वर की ज्योति जान लेने पर भी उसे शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता है। वह कथन से परे है और हृदय में वास करता है।

ये भी पढे़- गुरु गोविंद सिंह जयंती से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें – गुरु गोविंद सिंह की जयंती हर वर्ष अलग-अलग तिथि पर मनाई जाती है।

Guru Nanak Jayanti Messages in Hindi 2022 | गुरु नानक जयंती संदेश

1. सांसारिक प्यार को जला दे, अपनी राख को घिसे और उसकी स्याही बनाए, अपने दिल को कलम (पेन) बनाए, अपनी बुद्धि को लेखक बनाए, और वह लिखे जिसका कोई अंत न हो और जिसकी कोई सीमा न हो। – श्री गुरु नानक देव। हैप्पी गुरु पर्व।
2. दुनिया एक नाटक है, जिसे सपनों में प्रस्तुत करना होता है। – श्री गुरु नानक देव। हैप्पी गुरु पर्व।
3. वे लोग जिनके पास प्यार है, वे उन लोगों में से हैं, जिन्होंने भगवान को ढूंढ लिया। – श्री गुरु नानक देव। Happy Gurpurab हैप्पी गुरु पर्व।
4. योगी को किस बात का डर होना चाहिए! पेड़, पौधे सभी उसी के अंदर और बाहर होते हैं। श्री गुरु नानक देव। हैप्पी गुरु पर्व।
5. माया को जेब में ही स्थान देना चाहिए, अपने हृदय में नहीं। – श्री गुरु नानक देव। हैप्पी गुरु पर्व ।
6. सिर्फ और सिर्फ वहीं बोलें, जो शब्द आपको सम्मानित करते हैं। – श्री गुरु नानक देव। हैप्पी गुरु पर्व।
7. हमेशा एक ईश्वर की उपासना करो। – श्री गुरु नानक देव, हैप्पी गुरु पर्व।
8 .दूब की तरह छोटे बनकर रहो, जब घास-पात जल जाते हैं, तब भी दूब जस की तस रहती है। – श्री गुरु नानक देव, हैप्पी गुरु पर्व।
9. शांति से अपने ही घर में खुद का विचार करें, तब आपको मृत्यु का दूत छू भी नहीं पाएगा। – श्री गुरु नानक देव, हैप्पी गुरु पर्व।
10. भोजन शरीर को जिंदा रखने के लिए ज़रूरी है, पर लोभ-लालच व संग्रहवृत्ति बुरी है। श्री गुरु नानक देव, हैप्पी गुरु पर्व।
11. सर पर मेरे है गुरुवर का हाथ, है हरपल, हरदम वो मेरे साथ। है विश्वास वही राह दिखाएंगे, मेरे सारे बिगड़े काम बन जायेंगे।।
Happy Guru Nanak Jayanti
12. इस जग की माया ने है मुझको घेरा, ऐसी कृपा करो गुरु नाम ना भूलूं तेरा। चारो ओर मेरे दुखों का है अंधेरा छाए, बिन नाम तेरे मेरा इक पल भी ना जाए।। गुरु परब की हार्दिक शुभकामनाएं।
13. गुरु नानक जी के सद्कर्म, हमे सदा सिखाएंगे राह। वाहे गुरु के ज्ञान से, सबके बिगड़े हुए कामकाज बन जाएंगे।।गुरु नानक जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं।
14. अक्षर ज्ञान ही नहीं, गुरु ने सिखाया जीवन ज्ञान, गुरुमंत्र को कर आत्मसात, हो जाओ भबसागर से पार। शुभ गुरु पूर्णिमा!
15. वो नव जीवन देता सबको, नई शक्ति का संचार करे, जो झुक जाए उसके आगे, उसका ही उद्धार करे। गुरु परब की शुभकामनाएं!
16. वो नींव की भांति दबा है, खड़ी कर देता है मिसाल नई, ले शिक्षा शिष्य बढ़े आगे, गुरु का रहता हाल वही। गुरु परब की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं।
17. गुरु आपके उपकार का, कैसे चुकाऊं मोल। लाख कीमती धन भला، गुरु मेरा अनमोल।। हैप्पी गुरु पूर्णिमा
18. सही क्या है गलत क्या है ये सबक पढ़ते है आप, झूट क्या है और सच क्या है ये समझते है आप, जब सूझता नहीं कुछ, तब राह दिखाते हैं आप। हैप्पी गुरु नानक जयंती
19. शांति का पढ़ाया पाठ, अज्ञानता को मिटाया, अंधकार कैसे दूर करें गुरु ने हमें सिखाया, नफरत पर कैसे पाई जाती है असली विजय, आपने मुश्किल बातों को प्यार से समझाया। गुरु नानक जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं।।
20. खुशियां और आपका जन्म जन्म का साथ हो, हर किसी की जुबान पर आपकी हंसी की बात हो।जीवन में कभी कोई मुसीबत आए भी, तो आपके सर पर गुरु नानक का हाथ हो।। प्रकाश पर्व की शुभकामनाएं।
21. गुरु नानक देव जी के सदकर्म, हमें सदा ही दिखाएंगे राह। वाहे गुरु के ज्ञान से, सबको मिलेगी प्यारी राह।।गुरु नानक जयंती की शुभकामनाएं।
22. इस जग की माया ने मुझको है घेरा, ऐसी कृपा करो गुरु नाम न भूलूं तेरा। चारों ओर मेरे दुखों का है अंधेरा छाया, बिन नाम तेरे इक पल भी ना गुजारा।। गुरु नानक जयंती की हार्दिक बधाई।

नाम जपो, कीरत करो, वंड छको अर्थात प्रभु का सिमरन करो, ईमानदारी से कड़ी मेहनत करो और बांट कर खाओ, ये ही गुरु नानक देव जी की मूल शिक्षा है जिनका अनुसरण सिख धर्म के अनुयायी अपने तन-मन-धन से करते हैं। लेकिन ये दिन सिर्फ सिखों के लिए खास हो, ऐसा जरूरी नहीं है। गुरु नानक जी का संदेश हर इंसान के जीवन को सरल बनाने के लिए काफी है इसलिए इस दिन अपने दोस्तों और परिवार वालों को गुरु नानक जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं (guru nanak Jyanti wishes in hindi) जरूर भेजें।

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