स्तनपान यानि ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली मां का शरीर पूरे दिन शिशु के लिए दूध तैयार करता है। इस आंतरिक प्रक्रिया को दिनभर काफी ऊर्जा की जरूरत होती है और यही वजह है कि स्तनपान कराने वाली मां को समय-समय पर भूख महसूस करती हैं। लेकिन इसका समाधान ज्यादा भोजन करना नहीं, बल्कि पौष्टिक और हेल्दी डायट लेना है। जी हां एक स्वस्थ्य स्तनपान के लिए, मां का ध्यान इस पर केंद्रित होना चाहिए कि उन्हें क्या खाना चाहिए, कितना खाना चाहिए। इसलिए, स्तनपान कराने वाली मां के लिए स्वस्थ और पोषणयुक्त फूड्स लेने की सलाह दी जाती है। हालांकि कई ऐसे फूड्स हैं जिन्हें ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली मां को नहीं लेना चाहिए। ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली मां अपने स्तन के जरिये दूध के साथ अपने शिशु को भोजन के पोषक तत्व पहुंचाती हैं और उसका स्वास्थ्य और विकास सुनिश्चित करती हैं। इसलिए, मां को अपने दूध में वृद्धि के लिए स्वस्थ खानपान विकल्पों पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए।
स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए सबसे अच्छे भोजन में से एक है डिलेवरी के बाद घर पर बनने वाला खास लड्डू, जिस पूरे भारत में ज्यादातर घरों में तैयार किया जाता है। ये लड्डू पंजीरी, गोंद, सूखे मेवों, घी, सौंठ, हल्दी आदि से बनाया जाता है। ये इंग्रिडिएंट स्तनपान कराने वाली माताओं को अपनी खोई हुई ताकत पुनः हासिल करने में मदद करते हैं। वर्ल्ड ब्रेस्टफीडिंग वीक 2021 (World Breastfeeding Week) के मौके पर फिटनेस एक्सपर्ट और डायटीशियन मनीषा चोपड़ा जी से ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली मां को क्या खाना चाहिए या क्या नहीं खाना चाहिए।
ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली मां को क्या-क्या खाना चाहिए Foods to Eat When Breastfeeding
फलियां – फलियों में प्रोटीन, मिनरल, विटामिन और फाइटोएस्ट्रोजन होते हैं। ये न सिर्फ न्यूट्रिएंट से भरपूर होती हैं बल्कि दुग्ध उत्पादन में भी मददगार होती हैं। इसी तरह, मसूर दाल और मूंग दाल को भी गैलेक्टागोगू या मिल्क सिक्रेशन एजेंट के तौर पर जाना जाता है। हालांकि किडनी बींस, चिकपीज, पीज आदि जैसी बींस भी स्वास्थ्यवर्द्धक हैं आर स्तनपान कराने वाली माताओं द्वारा इनका सेवन दुनियाभर में किया जाता है, लेकिन इनमें शिशु को पेट दर्द की समस्या को बढ़ावा मिलता है और सामान्य तौर पर भारत में चिकित्सकों द्वारा इनकी सलाह नहीं दी जाती है।
हरी सब्जियां – परवल, तोरई, लौकी जैसी हरी सब्जियां आसानी से पच जाती हैं और ये स्तनपान कराने वाली माताओं के स्वास्थ्य के लिए अच्छी हैं और इनसे बच्चे में कुछ ठोस चीजें खाने की स्थिति में अच्छी खानपान आदतों को विकसित करने में मदद मिलती है। इनमें फाइटोएस्ट्रोजन भी होता है जिससे मां के शरीर में दूध बनाने में मदद मिलती है। पत्ता गोभी और ब्रोकली जैसी सब्जियां खाने से परहेज करें, क्योंकि ये गैस की समस्या बढ़ा सकती हैं और बच्चे में पेट दर्द का खतरा पैदा हो सकता है।
सीड्स – बीजों में वे सभी पोषक तत्व शामिल होते हैं जो शिशु के विकास के लिए जरूरी हैं। सीड्स में ऐसे अन्य पोषक भोजन होते हैं जिन्हें स्तनपान कराने वाली माताओं को अपने आहार में शामिल करना चाहिए। ये प्रोटीन, जिंक, आयरन, कैल्शियम के साथ साथ कई तरह के स्वस्थ फैट्स से युक्त होते हैं। उदाहरण के लिए चिया सीड्स, हेम्प सीड और फ्लेक्सीड्स का सेवन ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली मां को जरूर करना चाहिए।
हल्दी – दुनियाभर में माताओं द्वारा हल्दी का इस्तेमाल लैक्टोजन के तौर पर किया जाता है, हालांकि इसका वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। हल्दी में ऐसे एंटी-इनफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो स्तनपान कराने वाली माताओं के विकास एवं स्वास्थ्य में मददगार हैं। इनसे स्तन वृद्धि और अनावश्यक आकार परिवर्तन को रोकने में भी मदद मिलती है और मां और उसके बच्चे, दोनों की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
अखरोट – ये आयरन, जिंक, कैल्शियम, विटामिन के और विटामिन बी जैसे पोषक तत्वों का अन्य महत्वपूर्ण स्रोत हैं। ये प्रोटीन और जरूरी फैटी एसिड से भी संपन्न होते हैं। अपने शानदार न्यूट्रीशनल प्रोफाइल के अलावा, इनका इस्तेमाल दुनियाभर में लैक्टोजन फूड्स के तौर पर किया जाता है।
ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली मां को क्या नहीं खाना चाहिए Foods to Avoid When Breastfeeding
चाय और कॉफी – स्तनपान कराने वाली माताएं अपने बच्चे को दूध पिलाते समय रात की नींद न पूरी कर पाने की वजह से सुबह एक कप गर्म कॉफी या चाय पीना पसंद करती हैं। हालांकि उन्हें कैफीन-युक्त फूड्स का सेवन करते वक्त सावधानी बरतनी चाहिए, क्योंकि इनसे उनके स्तन में दूध कम हो जाता है। इससे मां और बच्चे, दोनों के लिए आरामदायक नींद लेना चुनौतीपूर्ण हो जाता है। उनकी अविकसित प्रणाली भी कैफीन को प्रभावी तरीके से पचाने में मददगार नहीं हो सकती है।
चॉकलेट – जी हां, चाॉकलेट भी कैफीन-युक्त फूड है जो उनकी नींद में बाधा डाल सकता है। हालांकि कम मात्रा में चॉकलेट का सेवन करना महत्वपूर्ण है, लेकिन अधिक मात्रा में इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
लहसुन – मां के स्तन में बनने वाला दूध उसके द्वारा खाए जाने वाले भोजन के फ्लेवर पर आधारित हो सकता है। जहां बच्चे सामान्य तौर पर इसे पसंद करते हैं, लेकिन लहसुन के स्वाद वाला दूध कभी कभार उन्हें अच्छा नहीं लग सकता है। इसलिए, यदि स्तनपान कराने वाली मां ने हाल में भारी मात्रा में लहसुन युक्त भोजन किया है तो उसका बच्चा दूध पीने से इनकार कर सकता है, क्योंकि उसमें लहसुन का स्वाद ज्यादा होता है।
मछली – हालांकि मछली ओमेगा-3 फैटी एसिड और प्रोटीन का मुख्य स्रोत है, लेकिन यह सलाह दी जाती है कि स्तनपान कराने वाली मां को कम मात्रा में ही इसका सेवन करना चाहिए। किंग मैकरेल और सोर्डफिश जैसी कुछ किस्मों की मछलियों में मर्करी की मात्रा ज्यादा होती है जो दूध के जरिये बच्चे के शरीर में प्रवेश कर सकता है। यदि आप मछली खाने की शौकीन हैं तो कम मर्करी और बैक्टीरिया तथा परजीवियों के कम जोखिम वाली मछलियों की किस्मों को चुनें।
शराब – अपने बच्चे को सुरक्षित बचाए रखने के लिए स्तनपान कराने वाली माताओं को शराब पीने से परहेज करना चाहिए। यदि आप शराब पीने की शौकीन हैं तो बेहद कम मात्रा में इसका सेवन करें और साथ ही इसके लिए सही समय बहुत जरूरी है। अपने बच्चे को दूध पिलाने के बाद काफी कम मात्रा में इसका सेवन किया जा सकता है।
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