जिस तरह से स्वस्थ शरीर के लिए डिटॉक्स वॉटर पीने की सलाह दी जाती है। स्वस्थ त्वचा के लिए स्किन डिटॉक्स किया जाता है उसी तरह बालों को हेल्दी, साफ, चमकदार व मजबूद बनाने के लिए हेयर डिटॉक्स किया जाता है। अगर आप ड्रैंडफ, स्कैल्प में खुजली, बालों का झड़ना, ग्रोथ न होने से परेशान हैं तो समझ जाइए कि आपके बालों को भरपूर पोषण नहीं मिल रहा है। ऐसे में हेयर डिटॉक्स (hair detox) करना बहुत जरूरी है। तो आइए जानते हैं कि क्या है हेयर डिटॉक्स और क्यों है ये जरूरी ? साथ ही जानेंगे बालों को डिटॉक्स करने के घरेलू तरीकों के बारे में।
सबसे पहले तो ये जान लीजिए कि डिटॉक्सिफिकेशन (detoxification) का अर्थ है मन और तन, दोनों की शुद्धि। सिर्फ ब्लड की शुद्धि ही नहीं बल्कि शरीर के सभी जरूरी हिस्सों का जैसे गुर्दे, लीवर, स्किन, बाल और फेफड़ों से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकाल अंदरूनी शुद्धि होना भी डिटॉक्सिफिकेशन (detoxification) का पूरा प्रोसेस है। हेयर डिटॉक्स न केवल आपके बालों से जर्म और जमी हुई गंदगी को हटाने में मदद करता है बल्कि ये बालों को वो सारे जरूरी पोषण भी देता है, जिससे वो लंबे समय तक स्वस्थ और साफ बने रहे हैं।
दिन भर तरह-तरह के कैमिकल युक्त हेयर प्रोडक्ट्स के इस्तेमाल धूल-मिट्टी, डैंड्रफ होने के कारण बालों के अंदर गंदगी जमा हो जाती है, जिस वजह से बाल कमजोर हो जाते हैं और झड़ने लगते हैं। हालांकि आप इसे साफ करने के लिए हर दूसरे या तीसरे दिन शैंपू करती हैं। लेकिन शैम्पू करने के बाद भी गंदगी अच्छी तरह नहीं निकलती और उसमें मौजूद केमिकल्स भी स्कैल्प में जमा होकर पोर्स को बंद कर देते हैं। इन्हें दूर करने लिए व स्कैल्प को गंदगी रहित बनाने के लिए हफ्ते में 1 या 2 बार बालों को डिटॉक्स (Hair Detox) करना जरूरी है।
बालों को डिटॉक्स करने के लिए आपको पार्लर जाने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है। आप नैचुरल तरीके से घर बैठे ही अपने बालों को डिटॉक्स कर सकते हैं। तो आइए जानते हैं किन-किन चीजों से और कैसे करें बालों को डिटॉक्स (How to Make Hair Detox at Home) -
बालों का कभी-कभी झड़ना आम बात है लेकिन आजकल की लाइफस्टाइल और तनाव के चलते हर दिन बाल झड़ते हैं और वो भी ज्यादा मात्रा में। इस तरह की समस्या से छुटकारा पाने के लिए हफ्ते में कम से कम 2 बार आंवला, शिकाकाई और रीठा से बालों को डिटॉक्स करना चाहिए। इससे बाल तो झड़ना बंद होते ही हैं साथ ही बाल घने और चमकदार भी बनते हैं। इसके लिए शिकाकाई, रीठा, आंवला, मेथी के बीज को रातभर भिगोकर रखें। अगले दिन सभी को अच्छे से मैश कर करके बालों में लगाएं और 20 मिनट तक ऐसे ही छोड़ दें। इसके बाद बालों को पानी से अच्छी तरह से धुल लें। शैंपू इस्तेमाल करने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी और आपके बाल के रेशे-रेशे तक साफ हो जायेंगे।
जिन लोगों के स्कैल्प में एलर्जी या रैशेज की समस्या है, बालों में खुजली होती है, ड्रैंडफ से परेशान हैं तो एलोवेरा और एप्पल साइडर विनेगर यानि कि सेब के सिरके से बालों को डिटॉक्स कर सकते हैं। एलोवेरा जहां स्कैल्प को ठंडक पहंचा है और बालों को पोषण देता है वहीं एप्पल साइडर विनेगर में कैल्शियम, पोटेशियम, क्लोरीन, सोडियम और आयरन जैसे तत्व होते हैं, जो स्किन के साथ-साथ आपके बालों और स्कैल्प को क्लींज करता है। साथ ही स्कैप्ल का पीएच लेवल बैलेंस कर स्किन संबंधित परेशानियों से छुटाकार मिलता है। इसके लिए एक कटोरी में 4 टेबलस्पून एलोवेरा जेल लें और उसमें 2 टेबलस्पून एप्पल साइडर विनेगर मिलाएं। अगर आपके बाल ज्यादा ड्राई हैं तो इसमें एक चम्मच शहद भी मिलाकर एक पतला पेस्ट बना लें। इस मिक्सचर को बालों में कम से कम 30 मिनट तक लगा कर छोड़ दें और फिर बाल धो लें। ऐसा हफ्ते में कम से कम 2 बार करें।
अगर आपके बाल बहुत ज्यादा ऑयली हैं और उसमें नमी होने की वजह से बदबू भी आती है तो बालों को डिटॉक्स करने के लिए बेकिंग सोडा का इस्तेमाल करें। जी हां, बेकिंग सोडा से बालों की बहुत सी समस्या दूर हो जाती है। यही वजह है कि सोडियम बायोकार्बोनेट यानी बेकिंग सोडा का इस्तेमाल बालों से संबंधित कई हेयर प्रोडक्ट्स में किया जाता है। बालों को घना और चमकदार बनाने के लिए तीन कप पानी में एक बड़े चम्मच बेकिंग सोडा और अरंडी का तेल लेकर मिला लें। फिर इससे बालों को हल्का गीला कर लें और स्कैल्प पर मसाज करें। 5 मिनट बाद पानी से बाल धो लें।