दूल्हा और दुल्हन अपनी सुहागरात यानि शादी की पहली रात पर क्या करते हैं? क्या फिल्मी शादी की तरह ही सब कुछ होता है? या उससे बिल्कुल अलग? यह बात सभी सोचते हैं और जानना चाहते हैं। हम भी यही जानना चाहते थे, इसीलिए हमने सोशल मीडिया साइट कोरा को सर्च किया जहां हमें कई लोगों ने बताया कि उनकी शादी की पहली रात असल में क्या हुआ और उनके जवाब काफी कमाल के थे…उन्होंने हमें आश्चर्यचकित कर दिया! यदि आप भी जानना चाहते हैं कि शादी के बाद की फर्स्ट नाइट पर क्या होता है तो जरूर पढ़ें –
1. पहली बार हमने एक- दूसरे से बात की और उस रात मैंने एक दोस्त बना लिया!
नाम न बताने की शर्त पर एक दूल्हे ने अपनी सुहागरात के बारे में कुछ ऐसा बताया –
हमारी शादी परंपरागत यानि अरेंज्ड थी। सगाई से पहले मैंने उसे पहली बार देखा, फोन पर एक बार बात की, व्हाट्सअप पर भी सिर्फ एक बार चैट किया था। सगाई के बाद और शादी से पहले भी हम एक बार मिले भी थे। 2000 मेहमानों के साथ हमारी शादी भव्य तरीके से हुई थी। गवयात्रा (गांव या शहर के मुख्य मंदिरों की सैर) से शुरू होकर गोंधल (जागरण) तक हमारी शादी 6 दिनों तक चली थी। इसके बाद ही हमारी संस्कृति में शादी के बाद संबंध बनाने की इजाजत है।
स्टेज सज चुकी थी। बेडरूम फिल्मी स्टाइल में सजा- धजा था। मुझे अपने रिश्तेदारों से यह उम्मीद नहीं थी क्योंकि वे मुझे थोड़े रुढ़िवादी लगते थे। मुझे लग रहा था कि यह सब मेरे कजिन्स ने किया होगा। थोड़ी टीजिंग और ब्लशिंग के बाद हम दोनों हमारे बेडरूम में थे। चुप्पी तोड़ने में मैं अच्छा हूं लेकिन उससे क्या बोलूं, यह समझ नहीं आ रहा था। हमारे बीच 10 मिनट की अजीब सी चुप्पी थी। मुझे पता था कि वह थोड़ी परेशान है। तेज आवाज वाले एसी चलने के बावजूद वह पसीने- पसीने थी। उस समय मेरे मुंह में जो आया, मैंने बोल दिया- एसी होने के बावजूद तुम्हें गरमी क्यों लग रही है? उसने बोला- क्योंकि यह डिब्बा एसी है। बस, हम दोनों हंस पड़े। हम दोनों ने बातें करना शुरू कर दिया था।
इसी समय बातों- बातों में हमने डील कर ली कि जब हम दोनों कंफर्टेबल होंगे, तभी कुछ करेंगे। शादी के रस्मो- रिवाज के बाद हम दोनों थक चुके थे लेकिन हमें पूरी रात बातें करने में मजा आया। अपनी पत्नी को जानना, दुनिया के अच्छे अहसासों में से एक है। उसके छोटे- छोटे भाव को समझना, उसे क्या फनी लगता है, क्या नहीं, वह रिश्तेदारों के बारे में क्या सोचती है, यह सब सुनकर मुझे अच्छा लग रहा था। दरअसल वह पहली बार था, जब हम दोनों एक- दूसरे से बातें कर रहे थे। वह पहली बार ही था, जब मैंने ध्यान दिया कि वह बहुत बातूनी है।
2. उन्होंने मुझे किस करने की इच्छा जताई…उस फीलिंग को शब्दों में नहीं लिख सकती …
पिछले साल ही दुल्हन बनीं सुहासिनी ने बताया कि रस्मो- रिवाज के साथ वह रात काफी लंबी थी। जब तक कि वह सब खत्म होता, हम दोनों बुरी तरह से थक चुके थे। मुझेे जहां तक याद है, शादी की सारी रस्म खत्म होते- होते सुबह हो चुकी थी। मुझे समय तो याद नहीं है लेकिन अंधेरा था। अंतत: विदाई हुई और मैं फूलों से सजी कार में अपने पति के साथ बैठ गई। कुछ भी बात करने के लिए मैं काफी थक गई थी, इसलिए मैंने अपनी आंखें बंद कर ली और सिर्फ आराम करने का इंतजार कर रही थी। हम अपने डेस्टिनेशन पर पहुंच गए थे और नीचे उतरकर अपने कमरे में पहुंच गए।
सच कहूं तो उस समय मैं अपना भारी लहंगा फेंक, कुछ हल्का पहनकर तुरंत सो जाना चाहती थी। मेरे पति भी अपनी शेरवानी में अनकंफर्टेबल थे। मैंने अपनी जूलरी हटानी शुरू की और पहली बार मैंने उसके स्पर्श को महसूस किया। वह मेरे नजदीक आए और मेरे दुपट्टे को हटाने में मदद करने लगे, जो क्लिप से फंसा हुआ था। हम दोनों ने बड़ी मुश्किल से दुपट्टा हटाया और मैंने वॉशरूम जाकर हल्की साड़ी पहन ली।
शादी की पहली रात पर हम दोनों ही थोड़े अनकंफर्टेबल थे। शादी से पहले हमने एक- दूसरे से बातें की थी और मैसेज भी भेजे थे लेकिन फिर भी शादी के बाद हम कंफर्टेबल नहीं थे। पहली रात पर हमने यूं ही बातें करना शुरू किया। धीरे- धीरे मेरे पति ने मेरा हाथ पकड़ लिया। मैंने उसे अपना हाथ पकड़ने दिया और हम दोनों बातें करते रहे कि अचानक उन्होंने मुझे किस करने की इच्छा जताई। मैं जानती थी कि यह सब वैवाहिक जिंदगी का हिस्सा है। मैंने उसके होंठों को अपने होंठों पर महसूस किया, इस अहसास को मैं शब्दों में नहीं बयान कर सकती।
इसके बाद जो भी हुआ, काफी एक्साइटिंग था। मेरे पति को मेरी कमजोर नस का पता था, उसने मुझे कान के नीचे, गर्दन के पीछे हर जगह किस करना शुरू कर दिया। मैं उसके होंठों को अपनी बॉडी के हर हिस्से पर महसूस कर रही थी। उसने मेरी साड़ी को हटाने की कोशिश की, इसमें भी मैंने उनकी मदद की। हमने पहली बार सेक्स किया और उसके बाद कई प्यार भरी सुहागरात साथ बिताईं।
इस फीलिंग को मैं शब्दों में नहीं लिख सकती, जिनकी शादी हो चुकी होगी, उन सबने इसे महसूस किया होगा और जिनकी शादी होने वाली होगी, उनको मेरी सलाह है कि खुद को मुक्त छोड़ दो। फ्लो के साथ चलो और ध्यान रखो कि दोनों कंफर्टेबल महसूस करें। सेक्सुअल एक्ट के लिए जल्दबाजी मत करो, समय लो, धीरे – धीरे आगेे बढ़ो और आप दोनों प्यार को महसूस करेंगे।
3. और पूरी रात उन दोनों ने एक दूसरे को चिकोटी काटी…
रेणुका का कहना है यह मेरी नहीं, मेरे मम्मी- पापा की कहानी है। मेरे पापा पहली बार मेरी मम्मी से 1989 में मिले थे, जब वह उन्हें अरेंज्ड मैरिज की मीटिंग में मिलने आए थे। उस समय वह बॉम्बे में काम करते थे और मेरी मम्मी को अब तक याद है कि उस दिन उन्होंने स्काई ब्लू रंग की शर्ट पहन रखी थी। उनकी आपस में बहुत कम बात हुई क्योंकि उस समय अरेंज्ड मैरिज से पहले लड़के और लड़की बहुत कम बात करते थे और मेरे पापा को कम बोलने की आदत भी थी। पापा चूंकि काफी शर्मीले थे तो उन्होंने चिट्ठियां भी काफी कम लिखीं।
जब शादी के बाद फर्स्ट नाइट आ गई और मेरे मम्मी और पापा कमरे में अकेले थे। उन्होंने बात करना शुरू किया। जल्दी ही मम्मी को महसूस हुआ कि जैसा उन्होंने सोचा था, पापा उतने शर्मीले नहीं थे। उन दोनों ने देर रात तक बातें की। बाद में उन्हें लगा कि यदि वह इस समय सोए नहीं तो पूरे दिन उन्हें नींद आती रहेगी। और वे अगले दिन बड़ों के सामने खराब नहीं महसूस करना चाहते थे, इसलिए उन्होंने निर्णय लिया कि जो अगली बार बात करेगा, वह दूसरे को चिकोटी काटेगा। वे कुछ सेकेण्ड के लिए खुद को रोक पाते, उससे ज्यादा नहीं। इस तरह से पूरी रात वे एक- दूसरे को चिकोटी काटते रहे।
कुछ साल पहले जब मेरे पापा ने मम्मी को मेरे सामने चिकोटी काटी तो दोनों हंस पड़े। तब मेरी मम्मी ने मुझे अपनी शादी की पहली रात के बारे में यह बात बताई थी। मुझे नहीं लगता कि दोनों ने उस दिन सेक्स किया होगा, हालांकि मैंने कभी भी उनसे इस बारे में नहीं पूछा।
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