क्या आपने कभी सोचा है कि बिना जरूरी मॉइश्चराइजेशन के आपकी स्किन को क्या होता है? कोई भी ऐसा चेहरा नहीं चाहता है जिसे देखकर लोगों को थकावट और ड्रायनेस दिखाई दे। हमारी स्किन में मौजूद नैचुरल ऑयल बिल्ट-इन सिस्टम की तरह काम करते हैं जो स्किन को मॉइश्चराइज्स और नरिश रखने में मदद करते हैं लेकिन उम्र के साथ सिस्टम कमजोर हो जाता है और हमारी स्किन कम प्लंप और फर्म दिखाई देती है। कुछ स्किन टाइप्स, में बॉडी सही मात्रा में मॉइश्चर प्रोड्यूस नहीं करती है और इस वजह से हमारी स्किन हाइड्रेटिड नहीं रह पाती है और हमें एक्सर्टनल मॉइश्चराइजर की जरूरत होती है। जिस तरह से हमारे शरीर के लिए पानी जरूरी है, उसी तरह से हमारी स्किन को स्वस्थ रखने के लिए मॉइश्चराइजर भी जरूरी है। स्क्वालेन एक लिपिड प्रोड्यूस्ड नैचुरली आपकी स्किन सेल्स से उत्पन्न होता है और आपकी स्किन को मॉइश्चराइज रखता है। हालांकि, लेट 20 में इसका प्रोडक्शन घटने लग जाता है और एजिंग के लक्षण दिखाई देने लग जाते हैं। तो चलिए आपको स्क्वालेन के फायदों के बारे में बताते हैं।
स्क्वालेन क्या होता है?
स्क्वालेन कुछ नहीं बल्कि हाइड्रोजेनेटिड स्क्वालेन होता है। स्क्वालेन ना केवल मनुष्यों के शरीर में होता है, बल्कि साथ ही ये ऑलिव, रिच ब्रैन और गन्ने में भी पाया जाता है। यहां तक कि यह शार्क के लीवर में भी पाया जाता है। चूंकि स्क्वालेन काफी अनस्टेबल होता है और इस वजह से स्किनकेयर प्रोडक्ट में इसका इस्तेमाल करना थोड़ा मुश्किल होता है, इस वजह से इसे अनसैचुरेटिड से सैचुरेटिड ऑयल में बदला गया ताकि स्क्वालेन का त्वचा और बालों के फायदों के लिए इस्तेमाल किया जा सके। जानवर और पौधों से उत्पन्न स्क्वालेन इसकी स्किन फ्रेंडलीनेस और शेल्फ लाइफ को बढ़ाता है।
त्वचा के लिए स्क्वालेन क्या करता है?
स्क्वालेन कई तरह से त्वचा के लिए फायदेमंद होता है। ये आपकी स्किन के टेक्सचर को इंप्रूव करता है, स्ट्रॉन्ग मॉइश्चराइजर का काम करता है और पोर्स के साइज को मिनिमाइज करता है। स्क्वालेन का कई अलग-अलग स्किनकेयर प्रोडक्ट्स जैसे कि मॉइश्चराइजर, अंडर-आई क्रीम, फेस वॉश आदि में भी इस्तेमाल किया जाता है जो हाइड्रेशन बूस्ट करता है और स्किन को यूथफुल और एनर्जेटिक बनाने में मदद करता है। यह स्किन डैमेज और फ्री रेडिकल्स को भी कम करता है। सबसे सामान्य सवाल है जो पूछा जाता है वो ये है कि क्या स्क्वालेन क्लॉग पोर्स करता है और एक्ने का कारण बनता है?
चूंकि ये नॉन कॉमेडोजेनिक होता है और इस वजह से पोर्स को बंद नहीं करता है और ना ही ब्रेकआउट का कारण बनता है, बल्कि ये पोर्स को पेनेट्रेट करता है औऱ स्किन को बेहतर बनाता है। स्क्वालेन हर तरह की स्किन टाइप के लिए अच्छा होता है और इसमें एंटी-इंफ्लामेटरी प्रोपर्टीज होती है, जो रेडनेस को कम करती है और स्वेलिंग को भी घटाती हैं और इसे आपके स्किनकेयर रूटीन का अहम हिस्सा बनाती हैं।