ADVERTISEMENT
home / Periods
पीरियड्स को लेकर जानिए कैसी-कैसी बेकार की बातें सोचते हैं लड़के

पीरियड्स को लेकर जानिए कैसी-कैसी बेकार की बातें सोचते हैं लड़के

ज्यादातर लड़कों को पीरियड्स का कोई आईडिया नहीं होता। जब भी इस टॉपिक पर लड़कियों के बीच बातें होती हैं, या तो वो इधर-उधर देखने लगते हैं या फिर टॉपिक बदल देते हैं। हम लाए हैं उन गलतफहमियों की लिस्ट जो ये लड़के सोचते हैं पीरियड्स के बारे में-

1. पीरियड्स से लड़कों को क्या? उन्हें इसके बारे में जानने की ज़रूरत नहीं

1-periods

उफ़्फ ! अब कोई क्या कहें ऐसी बेवकूफी को ! लड़कियां किसी दूसरे ग्रह से नहीं आतीं, वो कोई एलियन नहीं हैं.. आपकी मम्मी, बहन, गर्लफ्रेंड और दोस्त हैं। तो आपको उनके बारे में जानना जरूरी है। 

2. अगर लड़की बहुत गुस्से में है, उदास है या चिड़चिड़ी है..मतलब उसके पीरियड चल रहे हैं

2

ADVERTISEMENT

ओ हेलो !! हम बिना पीरियड्स के भी गुस्सा कर सकते हैं। 

3. वो क्रेम्प्स (पीरियड के दौरान होने वाला दर्द) इतने भी दर्दनाक नहीं होते होंगे

3

अगली बार जो लड़का आपसे ये कहे उसे उसी जगह मारें जहां सबसे ज़्यादा दर्द होता है। फिर समझ में आयेगा कि दर्द क्या होता है।  

4. अगर वो टैम्पून्स या पैड छूते हैं तो वे फिर पहले जैसे नहीं रह जायेंगे

4

ADVERTISEMENT

ऐसा तो कभी मत सोचना… पैड ही हैं कोई बम थोड़ी हैं, और क्या पता आगे तुम्हें अपनी गर्लफ्रेंड या वाइफ के लिए ये पैड लाने पड़े। सोचो-सोचो!! 

5. पीरियड में हम लड़कियां उनके कार की सीट-कवर या उनकी बेडशीट्स खराब कर देंगी

5

स्टेनिंग बहुत कम होती है यार.. अगर थोड़े दाग लग भी जाएं तो वो हमारे कपड़ों तक ही रह जाते हैं। तुम्हारी सीट-कवर को गंदा करने का कोई शौक नहीं हमें..(इतने अलर्ट तो हम भी होते हैं)। और अगर तुम्हारी बेडशीट दागदार हो भी गयी तो डिटर्जेंट नाम की चीज़ है कि नहीं? 

6. पीरियड्स के दौरान लड़कियां गंदी होती हैं

6

ADVERTISEMENT

ये प्राकृतिक प्रक्रिया है दोस्त.. इसमें अच्छा या गंदा कुछ भी नहीं। 

7. पीरियड्स के वक्त आप सेक्स नहीं कर सकते

8

बिल्कुल कर सकते हैं सर.. लेकिन ये लड़कियों की बॉडी पर निर्भर करता है, वो किस दिन कम से कम दर्द महसूस करती हैं। 

8. पीरियड्स पर जोक्स वाकई मज़ेदार होते हैं

71

ADVERTISEMENT

क्या बेवकूफियाना बात है!! वो बकवास जोक्स कहीं से मज़ेदार नहीं होते।  

इन्हें भी पढ़ें –

06 May 2016

Read More

read more articles like this
good points

Read More

read more articles like this
ADVERTISEMENT