त्वचा के लिए विटामिन-सी के अनगिनत फायदे हैं। यही वजह है कई सारे ब्यूटी उत्पादों में इसका इस्तेमाल किया जाता है। विटामिन-सी बेस्ड सीरम त्वचा संबंधित कई परेशानियों के लिए रामबाण इलाज माना जाता है। परंतु क्या प्रेग्नेंसी में विटामिन-सी युक्त ब्यूटी उत्पादों का इस्तेमाल सेफ होता है?
प्रेग्नेंसी में माँ और गर्भ में पल रहे शिशु की सुरक्षा को लेकर महिलाओं को कई चीजों की मनाही होती है। ऐसे में गर्भवती माँ के मन में विटामिन-सी युक्त सीरम, लोशन, मास्क आदि के इस्तेमाल को लेकर तरह-तरह के सवाल होना लाजमी है। यही वजह है आज इस लेख में हम प्रेग्नेंसी में विटामिन-सी युक्त ब्यूटी प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल सुरक्षित है या नहीं, इसके बारे में जानेंगे।
विटामिन-सी एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है। यह आमतौर पर सिट्रस फलों, हरी पत्तेदार सब्जियों व ब्रोकली में पाया जाता है। इसके अलावा, स्ट्रॉबेरी, टमाटर और पपीते को भी इसका अच्छा स्त्रोत माना जाता है।
विटामिन-सी को एल-एस्कॉर्बिक एसिड (L-ascorbic acid) के नाम से भी जाना जाता है। यह ऊतकों या टिशु्स को ठीक करने के साथ ऑक्सीडेंशन से होने वाले नुकसान से सुरक्षित करने में मदद करता है। स्किन के लिए विटामिन-सी के फायदे कई सारे हैं। त्वचा पर इसके सुरक्षात्मक प्रभावों के कारण इसका इस्तेमाल त्वचा पर लगाने के लिए ज्यादा किया जाता है।
हां, गर्भावस्था के दौरान विटामिन-सी का इस्तेमाल सुरक्षित माना जाता है। कई शोध में इस बात की पुष्टि होती है कि यह एक सुरक्षित घटक है। सनस्क्रीन, फेसवॉश, सीरम आदि ब्यूटी उत्पादों में इसका इस्तेमाल किया जाता है।
गर्भावस्था में त्वचा के लिए विटामिन-सी के फायदों के बारे में नीचे जानकारी दे रहे हैं, जो कुछ इस प्रकार है:
गर्भवती महिलाओं में पिंपल्स की समस्या बहुत आम है। पिंपल्स के कारण त्वचा पर सूजन भी आ जाती है। एक रिसर्च के अनुसार विटामिन-सी सूजन की परेशानी के लिए उपयोगी माना गया है। ऐसे में पिंपल या चेहरे पर मुंहासों के कारण किसी प्रकार की हल्की-फुल्की सूजन से बचाव के लिए विटामिन-सी का इस्तेमाल उपयोगी हो सकता है।
कई बार लोगों को कहते सुना होगा कि धूप में बाहर जाने से पहले सनस्क्रीन लगाना चाहिए। चेहरे व हाथों को स्कार्फ और ग्लोवस से ढक लेना चाहिए। इन सबके अलावा, क्या आप जानते हैं कि विटामिन-सी त्वचा को सूरज की हानिकारक किरणों से होने वाले नुकसान से बचा सकता है।
ये बात रिसर्च में सामने आई है कि त्वचा पर विटामिन-सी अप्लाई करने से स्किन को सन डैमेज होने से बचाया जा सकता है। तो अब सिर्फ सनस्क्रीन नहीं, बल्कि विटामिन-सी युक्त सनस्क्रीन य क्रीम भी जरूर ट्राई करें।
बढ़ती उम्र का प्रभाव सबसे पहले त्वचा पर दिखने लगता है। कई बार प्रदूषण, धूप, धूम्रपान के कारण ये प्रभाव वक्त से पहले ही त्वचा पर दिखने लग जाता है। ऐसे में त्वचा पर एजिंग के प्रभाव को कम करने के लिए भी विटामिन-सी का विकल्प चुन सकते हैं।
रिसर्च के अनुसार विटामिन-सी कॉलजेन को बढ़ाकर त्वचा में कसावट ला सकता है और त्वचा की झुर्रियों को और एजिंग के प्रभाव को कम कर सकता है।
गर्भावस्था में हॉर्मोन्स में बदलाव के चलते कई महिलाओं को ड्राई स्किन की परेशानी से जूझना पड़ता है। वहीं, विटामिन-सी त्वचा को हाइड्रेट रखने में सहायक भूमिका निभाता है। गर्भवती के लिए त्वचा की नमी को लॉक करने के लिए विटामिन-सी युक्त सीरम का इस्तेमाल लाभकारी हो सकता है। साथ ही यह पूरी गर्भावस्था के दौरान त्वचा के निखार को बनाए रखने का काम करता है।
ब्रिटिश एसोसिएशन ऑफ डर्मेटोलॉजिस्ट के अनुसार, लगभग 50 प्रतिशत महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान हाइपरपिगमेंटेशन की समस्या होती है। ऐसे में इस समस्या से बचाव के लिए विटामिन-सी उपयोगी हो सकता है। दरअसल, रिसर्च की मानें तो विटामिन-सी हाइपरपिगमेंटेशन की समस्या से बचाव कर सकता है।
जैसा कि लेख में ऊपर बताया गया है कि गर्भावस्था के दौरान स्किन केयर के तौर पर विटामिन-सी का इस्तेमाल सुरक्षित होता है। हालांकि, विटामिन-सी के इस्तेमाल से शुरुआत में कुछ महिलाओं को त्वचा पर चुभन का एहसास या लाल पैच हो सकते हैं। जैसे-जैसे स्किन को विटामिन-सी की आदत होगी ये लक्षण दो से चार दिन में अपने आप ठीक हो जाएंगे।
लेख के इस भाग में हम गर्भावस्था में विटामिन-सी को अपने लाइफस्टाइल में शामिल करने के कुछ टिप्स दे रहे हैं। चलिए जानते हैं गर्भावस्था में त्वचा के लिए विटामिन-सी के उपयोग करने के तरीके:
तो हमारे इस खास लेख से आप गर्भावस्था में त्वचा के लिए विटामिन-सी के फायदे जान ही गए होंगें। उम्मीद है आपके लिए यह लेख ज्ञानवर्धक साबित होगा। अगर अभी तक आपने विटामिन-सी को अपने डाइट व लाइफस्टाइल में शामिल नहीं किया है तो अब भी देर नहीं हुई। अभी से ही शामिल करें इस उपयोगी पोषक तत्व को और फर्क देखें।
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