दशहरा यानि की विजयदशमी का पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है। भगवान राम ने इसी दिन रावण का वध किया था। दशहरा हर्ष और उल्लास तथा विजय का पर्व है। ये दिन भगवान राम की विजय के रूप में मनाया जाए अथवा दुर्गा पूजा के रूप में, दोनों ही रूपों में यह शक्ति-पूजा का पर्व है। यह एक प्रमुख हिंदू त्योहार है जो हर साल नवरात्रि के अंत में पूरे भारत में मनाया जाता है। यह हिंदू कैलेंडर के अनुसार आश्विन या कार्तिक के महीने में दसवें दिन मनाया जाता है। त्योहार को देश के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग नामों से जाना जाता है और हर जगह एक अनोखे तरीके से मनाया जाता है। हर कोई इस दिन एक-दूसरे को दशहरा की हार्दिक शुभकामनाएं देता है।
जानिए दशहरा के दिन से जुड़ी कुछ रोचक बातें Unknown And Interesting Facts About Dussehra in Hindi
दशहरा के दिन शस्त्र पूजन की तिथि भी है। दशहरा का हिन्दू धर्म में 3 सबसे शुभ तिथियों में से एक माना जाता है। हम में से बहुत से लोग दशहरा के महत्व के बारे में तो जानते हैं लेकिन इससे जुड़ी बहुत सी बातों व तथ्यों से अब भी अनजान हैं। इसीलिए यहां हम आपके लिए लाएं है दशहरा से जुड़ी कई रोचक बातें जो आपका ज्ञावर्धन भी करेंगी और साथ आपको हिंदू धर्म के इतिहास से भी रूबरू करवायेंगी। तो आइए जानते हैं –
- कहा जाता है कि दशहरा का पहला भव्य उत्सव 17 वीं शताब्दी में तत्कालीन राजा, वोडेयार के आदेश पर मैसूर पैलेस में हुआ था। उसके बाद से ही पूरे देश में दशहरा धूमधाम से मनाया जाने लगा।
- शास्त्रों के अनुसार दशमी की तिथि को शुभ और मांगलिक कार्य करने के लिए अच्छा माना गया है। इस दिन बिना मुहूर्त निकलवाये ही आप कोई शुभ कार्य कर सकत हैं।
- दशहरा वर्ष की तीन अत्यन्त शुभ तिथियों में से एक है, अन्य दो शुभ तिथयां हैं चैत्र शुक्ल की एवं कार्तिक शुक्ल की प्रतिपदा। इसी दिन लोग नया कार्य प्रारम्भ करते हैं, शस्त्र-पूजा की जाती है।
- प्राचीन काल में राजा लोग इस विजयदशमी के दिन विजय की प्रार्थना कर रण-यात्रा के लिए प्रस्थान करते थे। यही वजह है कि आज भी दशहरा के दिन किसी तीर्थ स्थल के दर्शन करना बेहद शुभ माना जाता है।
- रावण बहुत बड़ा विद्वान और वीर व्यक्ति था परन्तु उसका अंहकार ही उसके विनाश कारण बना। यह त्योहार जीवन को हर्ष और उल्लास से भर देता है, साथ यह जीवन में कभी अंहकार न करने की प्रेरणा भी देता है।
- कई जगहों पर दशहरा के दिन पान खाने का रिवाज है। क्योंकि पान सम्मान का प्रतीक होता है। इसीलिए लोग इस दिन पान खाकर असत्य पर हुई सत्य की जीत का जश्न मनाते हैं। साथ ही ये बीड़ा उठाते हैं कि वो हमेशा सत्य के मार्ग पर चलेंगे।
- दशहरा के बारे में एक बहुत रोचक बात हमें ये पता चली है कि दशहरा एक संस्कृत के शब्द दश हारा से आता है, जिसका अंग्रेजी में अनुवाद ‘सूर्य की हार’ है। हिंदू शास्त्रों के अनुसार, यदि भगवान राम ने रावण को नहीं हराया होता, तो सूर्य फिर कभी नहीं उगता।
- दशहरा केवल भारत में ही नहीं बल्कि बांग्लादेश, नेपाल और मलेशिया में भी मनाया जाता है। शायद ये बात बहुत कम लोग जानते है कि मलेशिया में तो दशहरा के दिन राष्ट्रीय अवकाश भी होता है।
- भारत के कई हिस्सों में इस दिन बहनें अपने भाई के माथे पर तिलक करती हैं और उनकी लंबी आयु की कामना करती हैं।
- दशहरा को बंगाली समुदाय के लोग बिजॉय दशमी के रूप में मनाते हैं। इस दिन दूर्गा पूजा का भी समापन होता है. इस दिन मां दूर्गा ने राक्षस महिषासुर का वध किया था, जिसे दशहरा के दिन जीत के रूप में मनाया जाता है।
ये भी पढ़ें –
क्या आप जानते हैं पराक्रमी रावण (Ravana) से जुड़ी ये गुप्त बातें
इस गांव में विजयादशमी पर नहीं होता दहन, बनाया जाता है मिट्टी का रावण
दशहरा कब है और क्यों मनाया जाता है – Dashara Kab Hai (About Dussehra in Hindi)
दशहरा की शुभकामनाएं 2022