क्या आपको पता है कि लोगों की जिंदगी में खुशियां लाने का वायदा करने वाली प्लास्टिक मनी यानि कि आपका क्रेडिट कार्ड कभी- कभी आपकी जिंदगी के सबसे बड़े दुख की भी वजह बन जाता है। वो कैसे, यही सोच रहे होंगे न आप? जी हां, हम इन 10 क्रेडिट कार्ड टिप्स से आपको यही बताने वाले हैं कि कैसे यह प्लास्टिक मनी आपको उधार के भंवर में फंसा सकती है और कैसे आप इसके भंवर में फंसने से बचे रह सकते हैं।
1. पैसा आने से पहले ही हो जाता है खर्च
क्रेडिट कार्ड एक ऐसी सुविधा है जो पैसा हाथ में न होने के बावजूद लोगों को इसे खर्च करने के लिए प्रेरित करती है। आज अगर आपके बैंक में बहुत कम पैसा हो, तो भी अगर आपके पास क्रेडिट कार्ड है तो आप खुलकर खर्च कर सकते हैं। कोई भी चीज लेनी हो, तो यह सोचने के बजाय कि पैसा तो है नहीं, सोच लेते हैं कि क्रेडिट कार्ड जिंदाबाद और कर लेते हैं शॉपिंग। फिर जब सेलरी आती है या फिर घर से पॉकेट मनी आती है तो क्रेडिट कार्ड का बिल देने में ही खर्च हो जाती है। इस तरह से क्रेडिट कार्ड का सबसे बड़ा नुकसान यह होता है कि हाथ में आने से पहले ही पैसा खर्च हो जाता है।
2. पेनल्टी चुकाने को रहें तैयार
क्रेडिट कार्ड लिया है या ले रहे हैं तो ध्यान रखें कि इसके बिल का पेमेंट समय पर करें। अगर कहीं आप अपने क्रेडिट कार्ड बिल का पेमेंट समय पर करना भूल गए तो तो आपको आपको आने वाले समय में भारी- भरकम पेनल्टी चुकानी पड़ेगी। इसके अलावा आपके क्रेडिट स्कोर पर भी इसका नेगेटिव असर पड़ेगा। क्रेडिट स्कोर तब देखा जाता है जब आपको कार लोन या हाउस लोन लेना हो। ऐसे में खराब क्रेडिट स्कोर वाले लोगों को लोन मिलने में काफी समस्या आती है। अगर आप अपने काम में बहुत बिजी रहते हैं और समय पर बिल पेमेंट का ध्यान नहीं रख सकते तो आप बैंक से डायरेक्ट डेबिट सुविधा ले सकते हैं या फिर अपने फोन में बिल का एलर्ट सेट कर सकते हैं।
3. कभी न करें मिनिमम पेमेंट
क्रेडिट कार्ड के बिल पर हमेशा लिखा होता है कि या तो आप पूरा पेमेंट करें या फिर आपके पास मिनिमम पेमेंट (जो सिर्फ 100- 200 रुपये होता है) करें। ऐसे में जो व्यक्ति अपना पैसा कहीं और खर्च करना चाहता है या अक्सर फिजूलखर्ची करने वाले लोग मिनिमम एमाउंट ही पे कर देते हैं। यह एक बहुत बड़ी गलती होती है क्योंकि बाकी की राशि पर बैंक खासा बड़ा इंटरेस्ट लगाकर आपके अगले बिल में पैसा जोड़ देते हैं और धीरे- धीरे यह राशि बढ़ती ही चली जाती है। आप एक ऐसे कुएं में डूबते जाते हैं, जहां से आसानी से निकलना संभव नहीं होता। बेहतर यही होता है कि आप पूरी राशि का भुगतान समय पर ही कर दें।
4. न रखें बहुत से क्रेडिट कार्ड
अक्सर देखा जाता है कि कुछ लोग कार्ड्स पर मिलने वाले ऑफर और एक कार्ड के बिल का पेमेंट दूसरे कार्ड के करने के चक्कर में अपने पास बहुत से बैंकों के क्रेडिट कार्ड रखते हैं। ऐसा करना बैंक्स के लिए तो काफी फायदेमंद होता है, लेकिन हमारे लिए यह फायदे की जगह नुकसान की वजह बन सकता है, क्योंकि जितने ज्यादा आप कार्ड्स रखेंगे, उतना ही ज्यादा खर्च होगा और कार्ड खोने या फिर ऑनलाइन फोर्जरी के चांस भी उतने ही बढ़ेंगे। इसलिए बेहतर होगा कि आप अच्छा सा एक ही क्रेडिट कार्ड अपने पास रखें। ध्यान रखें कि बैंक जो भी ऑफर आपको देते हैं, उसका फायदा आपको नहीं, बल्कि उन्हें ही होता है। वो जितना आपसे कमाते हैं, उसका छोटा सा हिस्सा आपको ऑफर के रूप में देते हैं।
5. क्रेडिट कार्ड का करेंं सही उपयोग
क्रेडिट कार्ड है तो उसका सही उपयोग करना सीखें। इसका उपयोग आपकी रोजमर्रा की चीजों पर किया जा सकता है, लेकिन सिर्फ उन्हीं चीजों पर इसका इस्तेमाल करें, जो बहुत ज्यादा जरूरी हों और आपके पास बैंक में उतना पैसा हो जिसे आप खर्च कर रहे हैं। इसके बाद बिल आने के बाद समय पर इसका भुगतान करना बहुत जरूरी है। हां, क्रेडिट कार्ड के चक्कर में यह कभी न भूलें कि जो चीज आप खरीद रहे हैं, उसकी सही कीमत का ही भुगतान कर रहे हैं ना। कहीं ऐसा न हो कि क्रेडिट कार्ड से पे करने की वजह से आप अपने सामान को दोगुनी कीमत पर खरीद रहे हों।
6. कभी न करें नियमों की अनदेखी
आप जिस कंपनी का क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करते हैं, उसके इस्तेमाल से पहले उसके नियम कायदों और शर्तों के बारे में पूरी जानकारी जरूर ले लें। अगर आपको क्रेडिट कार्ड के इस्तेमाल संबंधी नियमों की जानकारी नहीं है तो यह आपकी बहुत बड़ी गलती है और आपको इसका नुकसान कभी भी उठाना पड़ सकता है।
7. क्रेडिट लिमिट बढ़ाना हो सकता है खतरनाक
जब आप कोई भी क्रेडिट कार्ड लेते हैं, उस समय अक्सर आपको आपकी आय के अनुसार लिमिटेड क्रेडिट लिमिट तय की जाती है। फिर अगर आपने कुछ समय तक सही तरीके से कार्ड का इस्तेमाल किया तो आपके पास क्रेडिट लिमिट बढ़ाने के बैंक के मैसेज आने लगते हैं। बढ़ाने वाली लिमिट अक्सर काफी ज्यादा यानि लाखों में होती है। हमारी सलाह है कि अपने क्रेडिट कार्ड की लिमिट तब तक न बढ़वाएं, जब तक कि आपको इसकी जरूरत बहुत ज्यादा न हो। इसकी वजह यह है कि बैंक आपको जितनी क्रेडिट लिमिट देते हैं, उस पर उतना ही ज्यादा इंट्रेस्ट रेट भी होता है और फिर आजकल तरह- तरह के ऑनलाइन फ्रॉड होते रहते हैं। ज्यादा क्रेडिट लिमिट होने पर फ्रॉड भी ज्यादा बड़ा हो सकता है ना। इससे बचने के लिए कम क्रेडिट लिमिट ही बेहतर है।
8. स्टेटमेंट को ध्यान से देखना जरूरी
अपने मंथली स्टेटमेंट को हर बार ध्यान से देखें। इससे आपको यह भी पता लगता है कि आपने किस गैरजरूरी चीज पर अपना पैसा खर्च किया है। साथ ही इससे आपको यह भी पता लगेगा कि कहीं आपका पैसा किसी गलत चीज के लिए तो नहीं काटा गया है। यह ज्यादा इंटरेस्ट हो सकता है और कोई ऐसी चीज भी जो आपने खरीदी ही नहीं है।
9. क्रेडिट कार्ड से कैश- कभी नहीं
कुछ लोग अपने क्रेडिट कार्ड को डेबिट कार्ड की तरह एटीएम से कैश निकालने के लिए भी इस्तेमाल करते हैं। यह बात सबसे ज्यादा ध्यान रखनी जरूरी है कि यह पैसा एक लोन की तरह होता है, जो आप काफी आसानी से ले लेते हैं। और इसपर काफी ज्यादा इंटरेस्ट लगता है। हो सकता है कि जो रकम आपने क्रेडिट कार्ड के माध्यम से एटीएम से निकाली है, उसके बदले आपको इसकी दोगुनी रकम चुकानी पड़े। बेहतर होगा कि क्रेडिट कार्ड से आप कैश कभी न निकालें।
10. क्रेडिट कार्ड में प्वाइंट्स का ध्यान रखें
अक्सर कई अच्छे बैंकों के कार्ड्स आपकी खरीदारी के बदले आपको कुछ प्वाइंट्स देते हैं, जिन्हें आप बाद में कुछ खरीदने के लिए खर्च कर सकते हैं। हर कार्ड को लेते वक्त ऐसे ऑफर्स के बारे में जरूर पूछें और अगर आपके कार्ड पर ऐसा कोई ऑफर है तो हमेशा ध्यान रखें कि आपके क्रेडिट कार्ड पर कितने प्वाइंट हो गए हैंं और उनका फायदा आप किस तरह से उठा सकते हैं। न समझ आए तो कस्टमर केयर पर फोन करके इसके बारे में जानकारी हासिल करें।
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