डिलीवरी के बाद महिलाओं में हेयर फॉल की समस्या बहुत कॉमन है। वैसे तो इसके पीछे हार्मोनल के स्तर में बदलाव व पोषक तत्वों की कमी को मुख्य कारण माना जाता है। लेकिन शिशु के जन्म के बाद बालों की एक्सट्रा केयर की जरूरत होती है। ऐसे में बालों की सही देखभाल न करने की वजह से भी पोस्टपार्टम हेयरलॉस की दिक्कत हो सकती है।
डिलीवरी के बाद महिला के शरीर में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन्स के स्तर में बदलाव होता है। इस वजह से हार्मोनल का असंतुलन होता है और बालों के झड़ने की समस्या होती है। इसके अलावा, बच्चे को जन्म देने के बाद महिला के शरीर में होने वाली पोषक तत्वों की कमी भी इसके मुख्य कारणों में से एक है।
शिशु के जन्म के बाद महिला को बालों की खास देखभाल करने की जरूरत होती है। ऐसे में न्यू मॉम्स द्वारा बालों के प्रति जरा भी लापरवाही हेयर फॉल की समस्या को बढ़ा सकती है। नीचे बालों की देखभाल से जुड़ी कुछ ऐसी छोटी-छोटी गलतियों के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें ज्यादातर न्यू मॉम अनदेखा कर देती हैं।
डिलीवरी के बाद जब आपके बाल पहले ही बहुत नाजुक हालत में हैं, तो केमिकल युक्त शैंपू का इस्तेमाल करने से बचें। इसकी बजाय किसी नेचुरल और माइल्ड शैंपू का इस्तेमाल करें। डॉक्टर न्यू मॉम्स को वॉल्यूमाइजिंग शैंपू या एंटी हेयरफॉल शैंपू लगाने की सलाह देते हैं। ऐसे में अपने बालों के टाइप के अनुसार बेहतर शैंपू का चयन करें। चाहें तो इसके लिए किसी हेयर स्पेशलिस्ट से भी सलाह ले सकती हैं।
जैसा कि लेख में ऊपर आपने जाना कि डिलीवरी के बाद महिला के शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो जाती है। ऐसे में उन्हें हेल्दी औऱ बैलेंस डाइट लेने की जरूरत होती है। एक्सपर्ट्स की मानें तो अच्छे बालों के लिए न्यू मॉम को प्रोटीन और आयरन से भरपूर चीजों को अपने आहार में शामिल करना चाहिए।
प्रोटीन के तौर पर क्विनोआ, लेंटिल्स, नट्स, काबूली चना आदि को शामिल किया जा सकता है। आयरन के लिए पालक, बादाम, अखरोट और चुकंदर का सेवन करें।
पोस्टपार्टम हेयरलॉस से परेशान होकर कई महिलाएं हेयर वॉश करने से बचती हैं। उन्हें लगता है कि इससे उनके बाल ज्यादा टूटते हैं। अगर आपका भी यही मानना है, तो आप गलत हैं। स्कैल्प को समय पर साफ नहीं करने से यह समस्या ओर गंभीर रूप ले सकती है। इसले स्कैल्प को हमेशा साफ रखें। साथ ही 15 दिन में एक बार हेयर मास्क लगाएं।
डिलीवरी के बाद डॉक्टर महिला को पोषक तत्वों की पूर्ति के लिए विटामिन और मिनरल सप्लीमेंट लिखकर देते हैं। कुछ महिलाएं इन्हें समय पर नहीं लेती हैं। ऐसी गलती न करें। बालों को हेल्दी रखने में पोषक तत्वों का अहम रोल होता है। इसलिए, हमेशा समय पर अपने सप्लीमेंट्स लें और इसके कोर्स को पूरा करें। कभी भी अपनी मर्जी से सप्लीमेंट्स का सेवन बीच में खुद से बंद न करें।
कई महिलाओं को बालों को टाइट बांधने की आदत होती है। परंतु, आपको समझना होगा फिलहाल आपके बाल कमजोर अवस्था में है। अभी इन्हें खास देखभाल की जरूरत है। इसलिए बालों के लिए टाइट रबर का इस्तेमाल व हेयरस्टाइल बनाने से बचें।
डिलीवरी के बाद आपके बाल अभी बहुत कमजोर हैं। इसलिए बालों को बनाने के लिए हार्ड कंघी से दूरी बनाकर रखें। इससे हेयर फॉल अधिक हो सकता है। बालों की अच्छी देखभाल के लिए बेहतर होगा कि इन्हें बनाने के लिए अच्छी क्वालिटी के सॉफ्ट ब्रश या बड़े दांतों वाली कंघी का हल्के हाथों से इस्तेमाल करें।
हर दिन झड़ते बालों को देखकर कुछ महिलाएं तनाव में आ जाती हैं। इससे आपकी परेशानी बढ़ेगी, न की कम होगी। ऐसे में स्ट्रेस लेने की बजाय बालों का अच्छे से ध्यान रखें। हेल्दी डाइट लें व सही शैंपू का इस्तेमाल करें। इसके अलावा, खुद को तनावमुक्त रखने के लिए मेडिटेशन का सहारा लें।
डिलीवरी के बाद पहले 6 महीने बालों को खास देखभाल की जरूरत होती है। इस समय में हेयर स्टाइल बनाने के लिए हीटिंग उपकरणों का इस्तेमाल करने से बचें। यह भी आपकी परेशानी को बढ़ा सकता है। कुछ महीनों तक बालों को जितना सिंपल रखें, उतना बेहतर होगा।
तो ये थी कुछ छोटी-छोटी बातें, जिनका ध्यान रखने से पोस्टपार्टम हेयरलॉस की समस्या को कुछ हद तक कंट्रोल किया जा सकता है। अगर आपके आस-पास कोई इस समस्या से जूझ रहा है, तो उनके साथ इस आर्टिकल को जरूर साझा करें।
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