गर्मी में सबसे ज्यादा चिंता होती है शिशु की नाजुक त्वचा की। तेज धूप में खेलने व बाहर जाने भर से बच्चों को सनबर्न होना (Sunburn in children in hindi) आम है। यह बच्चे के लिए काफी तकलीफदेह स्थिति हो सकती है। इस लेख में हम पेरेंट्स की इस परेशानी का हल लेकर आए हैं। लेख में विस्तार से शिशु को सनबर्न से बचाव से जुड़ी जानकारी लेकर आए हैं। साथ ही बच्चों के सनबर्न को दूर करने के लिए कुछ घरेलू उपाय साझा करेंगे।
बच्चों को सनबर्न से बचाव के तरीके (Tips for Preventing Sunburn in Babies in Hindi)
गर्मी के मौसम में शिशु को बाहर खेलने के लिए भेजने से पेरेंट्स को काफी डर लगता है। तेज धूप उनकी नाजुक सी त्वचा को इस तरह झुलसा देती है जिसकी वजह से सनबर्न की समस्या होती है। ऐसे में नीचे बच्चों को सनबर्न से बचाव के तरीके बता रहे हैं:
- बच्चे को बाहर जाने से 15 से 20 मिनट पहले किड्स सेफ सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें। ध्यान रखें छह महीने से कम उम्र के बच्चों में सनस्क्रीन लगाना सुरक्षित नहीं होता है।
- शिशु को हैट लगाकर बाहर लेकर जाएं। इससे शिशु के चेहरे पर सीधी धूप पड़ने से बचाया जा सकता है।
- बच्चे को पूरे कपड़े पहनाकर बाहर निकलें।
- बच्चे को यूवी प्रोटेक्टेड चश्मा पहनाकर बाहर निकालें।
- छोटे बच्चे के कमरे में सीधे धूप न आए इसके लिए रिमूवेबल विंडो शिल्ड लगवाएं।
- कोशिश करें शिशु को सुबह दस बजे से पहले या शाम को चार बजे के बाद खेलने के लिए बाहर भेजें।
बच्चों में सनबर्न के घरेलू उपाय (Home Remedies for Sunburn in Kids in Hindi)
जैसा कि आप जानते हैं कि बच्चों को सनबर्न होना बहुत कॉमन है। इसके होने पर उनकी त्वचा पर लालिमा उभर सकती है। साथ ही उन्हें इरिटेशन के साथ दर्द की शिकायत हो सकती है। नीचे बच्चों में सनबर्न (Sunburn in children) के लक्षणों से राहत दिलाने के कुछ घरेलू उपाय बता रहे हैं:
1. गीला कपड़ा
एक बर्तन में ठंडा पानी लें। इसमें कॉटन के साफ कपड़े को सोक करें। इसके बाद कपड़े को निचोड़कर प्रभावित जगह पर दिन में दो बार 5 से 10 मिनट के लिए रखें। ऐसा करने से बच्चे की त्वचा की गर्मी बाहर निकलती है।
2. खीरा
सनबर्न होने पर शिशु के लिए खीरे का इस्तेमाल भी प्रभावी हो सकता है। यह भी शरीर से गर्मी निकालने में मदद करता है। इसके लिए खीरे को कद्दूकस कर प्रभावित जगह पर लगाने की सलाह दी जाती है। दिन में दो बार इसे लगाने के बेहतर परिणाम मिल सकते हैं।
3. बेबी पाउडर
शिशु को नहलाने के बाद त्वचा को अच्छी तरह सुखाएं। इसके बाद प्रभावित जगह पर बेबी पाउडर लगाएं। इससे भी शिशु को काफी राहत मिलेगी। ध्यान रखें शिशु के लिए हमेशा नैचुरल इंग्रीडिएंट्स से तैयार बेबी पाउडर का चुनाव करें।
कई मांओं द्वारा शेयर किए गए रिव्यू की मानें तो शिशु के सनबर्न के लक्षणों में बेबी चक्रा का नेचुरल बेबी पाउडर का इस्तेमाल करने से सकारात्मक प्रभाव नजर आए हैं।
4. एलोवेरा जेल
शिशु को सनबर्न के लक्षणों से राहत प्रदान करने में एलोवेरा जेल का इस्तेमाल भी लाभकारी माना जाता है। यह शरीर को ठंडक प्रदान करने के साथ ड्राइनेस को दूर करता है। शिशु को दिन में दो दफा फ्रेश एलोवेरा का जेल निकालकर लगाएं।
5. इस बात का रखें ध्यान
कुछ मांएं शिशु को सनबर्न से आराम मिलेगा, इसके लिए प्रभावित जगह पर घी या पेट्रोलियम जेली का इस्तेमाल करती हैं। इससे शिशु को उस समय के लिए राहत मिल सकती है। लेकिन, ये शिशु के शरीर से हीट बाहर नहीं निकल पाती है। इसलिए, एक्सपर्ट्स सनबर्न के लिए घी और पेट्रोलियम जेली का इस्तेमाल न करने की सलहा देते हैं।
शिशु को सनबर्न होने पर पेरेंट्स न करें ये गलतियां
शिशु के सनबर्न के लक्षणों को कम करने के लिए घरेलू उपाय तो आप जान ही चुके हैं। अब इनके साथ बरते जाने वाली सावधानियों के बारे में जानेंगे, जो कुछ इस प्रकार हैं:
- शिशु को सनबर्न होने पर सॉफ्ट और ढ़ीले ढाले कॉटन के कपड़े पहनाएं।
- नहलाने के बाद उनके शरीर को रगड़े नहीं। थपथपाकर आराम से पोंछें।
- शिशु को धूप से दूर रखें।
- त्वचा की ड्राइनेस को दूर करने के लिए बेबी फ्रेंडली मॉइश्चराइजर लगाएं।
- धूप में लेकर जाने से बचें।
- शिशु को हाइड्रेट रखें। उन्हें नारियल पानी, नींबू पानी, खीरा आदि भी दें।
- नैपी का इस्तेमाल कम करें।
अब तो आप जान ही गए होंगे कि बच्चों को सनबर्न से कैसे बचाया जा सकता है। साथ ही सनबर्न की समस्या हो भी गई है तो इसे कैसे दूर किया जा सकता है। लेख में दिए गए उपायों को करें फॉलो और बच्चों को बिना किसी डर के खेलने के लिए बाहर भेजें।
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