आज हम आपको कुछ ऐसी खास चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनके बारे में पता होना ऐसी महिलाओं के लिए बहुत जरूरी है जो पहली बार मां बन रही हैं। क्योंकि मां बनने के बाद सिर्फ शारीरिक ही नहीं मानसिक बदलाव भी आते हैं। ऐसे में आपके पार्टनर के लिए आपके मनोभावों को समझना और आपकी मदद करना जरूरी हो जाता है। क्या आपने कभी सोचा है कि शादी के कुछ साल बाद अपने पति के साथ बच्चों का पालन-पोषण पर चर्चा करने का सही समय क्या है? यदि हां, तो यह महत्वपूर्ण है कि आप कंसीव करने का प्रयास करने से पहले ही अपने पति के साथ इस बारे पर विस्तार से चर्चा करें।
बेबी प्लानिंग करने से पहले पार्टनर से करें ये बातें things to talk with your Partner Before Having Kids in hindi
पेरेंटिंग एक ऐसी जिम्मेदारी है जो माता और पिता दोनों के लिए समान होती है। इसीलिए बच्चे को इस दुनिया में लाने से पहले ही इस बारे में अपने पति से भी चर्चा करें कि क्या वो इस जिम्मेदारी को उठाने के लिए तैयार है या अभी नहीं? साथ ही कुछ जरूरी बातें भी उनसे डिस्कस करें, ताकि अगर आप कंसीव करने की सोच रही हैं तो इससे पहले खुद को और साथ ही अपने पार्टनर को भी मेंटली फिट कर सकती हैं। तो आइए जानते हैं कि कौन सी हैं वो 5 जरूरी बातें जो आपके बेबी कंसीव करने से पहले ही अपने पार्टनर से कर लेनी चाहिए।
घर की जिम्मेदारी पर
मां बनने के बाद कुछ समय तक शरीर पहले जैसा एक्टिव नहीं रहता है। तो जायज है कि घर के वो सारे काम जो आपके जिम्मे हैं उसे कौन करेगा? घर की जिम्मेदारी का बोझ अपने ऊपर न लें, क्योंकि मां बनने के बाद आपका शरीर आपको खुद इसकी इजाजत नहीं देगा। इसीलिए पहले ही अपने पति से इस बारे में बात कर लें। इसका सल्यूशन निकालें कि घर के कुछ काम आप और कुछ को वो करेंगे, ताकि आप अपने शरीर पर भी ध्यान दे सकें।
पालन-पोषण के तरीके बारे में
पेरेंटिंग के पहले से ही कई तरीके हैं। इसके लिए ठीक से योजना बनाएं कि आप अपने बच्चों की देखभाल कैसे करेंगे। अगर आप दोनों के बीच किसी बात को लेकर मतभेद है या फिर लड़ाई-झगड़े होते हैं तो परेशानी हो सकती है। बच्चे के अच्छे पालन पोषण के लिए यह जरूरी होता है कि माता-पिता अनुशासित रहें। हो सकता है आप दोनों के जीवनशैली में अंतर हो, इसलिए आप दोनों को इस पर बातचीत करनी चाहिए और एक रास्ता चुनना चाहिए।
बच्चे की देखरेख की जिम्मेदारी पर
एक बच्चे को दुनिया में लाने का मतलब है कि उसकी जिम्मेदारी उठाना, जोकि माता-पिता दोनों का ही कर्तव्य है। लेकिन इसके बावजूद भी एक मां के लिए एक पिता से जिम्मेदारियां और काम ज्यादा ही हो जाता है। इसीलिए बच्चे के आने से पहले ही इस बारे में पति से बात कर लें। इसलिए माता-पिता बनने से पहले अपने पार्टनर से यह जरूर पूछ लें कि आप दोनों अपने बच्चे का देखरेख किस तरह से करेंगे।
मैरिड लाइफ पर इम्पैक्ट के बारे में
अभी तक सिर्फ आप दोनों ही अपने कमरे में रहते थे। लेकिन बेबी के आने के बाद उस कमरे में तीन लोग हो जायेंगे। ऐसे में आपकी मैरिड लाइफ या फिर सीधे तौर पर कहें तो सेक्स लाइफ पर इसका क्या असर पड़ेगा, इस बारे में भी बात कर लें।
अपने करियर के बारे में
जब बच्चा घर में आता है तब उसकी देखभाल करना बहुत जरूरी होता है। लेकिन इसी के साथ आपको घर की आर्थिक स्थिति बेहतर बनाने के बारे में भी बात करनी होगी। आप दोनों को पहले से ही यह तय कर लेना चाहिए कि कौन घर पर रहकर बच्चे की देखभाल करेगा और कौन बाहर जाकर पैसे कमाएगा। अगर आप दोनों अपना काम करना चाहते हैं तो इसकी भी प्लानिंग कर लीजिए और अगर सिर्फ एक ही काम पर जाना चाहता है तो आप दोनों को अपने आर्थिक स्थिति और बजट को लेकर बातचीत करनी चाहिए।
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