आजकल देश में चल रहे बहस के बड़े मुद्दे सबरीमाला मंदिर में प्रवेश को लेकर केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने इतनी अजीब सी गंदी बात कही है कि जिसे सुनकर भी अच्छा नहीं लग रहा। गौरतलब है कि केरल के सबरीमाला मंदिर में उस उम्र की सभी महिलाओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया हुआ है, जिन्हें माहवारी होती है और इस मुद्दे पर काफी दिनों से काफी जोरदार बहस चल रही है। अब इस मुद्दे पर केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने भी अपने विचार व्यक्त किये हैं। मुंबई में एक कार्यक्रम में कपड़ा मंत्री ने कहा कि प्रार्थना करने का अधिकार तो सबको है लेकिन किसी चीज को अपवित्र करने का अधिकार किसी को नहीं है। स्मृति ईरानी ने लोगों से सवाल किया, ‘क्या आप पीरियड्स के खून से भीगा सैनिटरी पैड अपने दोस्त के घर में ले जाएंगे? अगर वहां नहीं, तो फिर ईश्वर के घर ऐसा क्यों करें?’
I have right to pray,but not right to desecrate.I am nobody to speak on SC verdict as I’m a serving cabinet minster. Would you take sanitary napkins soaked in menstrual blood into a friend’s home? So why would you take them into the house of God: Smriti Irani on #SabarimalaTemple pic.twitter.com/lueaHNCITF
— ANI (@ANI) October 23, 2018
स्मृति ईरानी ने कहा कि हालांकि धार्मिक आस्था एक निजी मामला है। इसी के साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि उनकी शादी एक पारसी व्यक्ति से हुई है और जब भी वो मुंबई में पारसियों के फायर टेंपल जाती हैं तो उन्हें वहां खड़े होने से मना कर दिया जाता है। स्मृति ईरानी ने बताया कि ऐसे में वो सड़क पर या गाड़ी में बैठकर अपने पति और बच्चों का इंतजार करती हैं।
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स्मृति ईरानी की इस बात से जाहिर है कि वो मंदिर के प्रबंधकों के समर्थन में हैं, मंदिर में प्रवेश के लिए लड़ाई कर रही महिलाओं के नहीं। हालांकि इससे पहले केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने महिलाओं के मुद्दे #MeToo पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा था कि एक मंत्री होते हुए वह महिलाओं के इस आंदोलन के समर्थन में जो कुछ कर सकती हैं, करेंगी। एक अन्य कार्यक्रम वीमेन ऑफ स्टील में उन्होंने कहा कि महिलाएं सिर्फ स्टील की नहीं बल्कि सोने की बनी होती हैं, जो तप कर बाहर निकलती हैं।
अब स्मृति ईरानी महिलाओं के समर्थन में हैं या नहीं… इसका निर्णय आप खुद ही करें।
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