ऑयली, एक्ने-प्रोन स्किन होने की वजह से बढ़े होते समय अपने स्किन को स्वस्थ रखने में मुझे काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था। उस समय लोग कहा करते थे कि इस उम्र में पिंपल होना बहुत ही आम बात है लेकिन वह कभी खत्म ही नहीं हुआ करते थे। पहले केवल एक पिंपल कभी-कभी हुआ करता था लेकिन बाद में पूरे चेहरे पर ही पिंपल्स फैल गए थे। इस वजह से स्कूल जाने में भी बहुत अजीब लगता था और मैं उस समय बहुत ही छोटी थी तो मुझे अपने अपीयरेंस को लेकर ऑकवर्ड महसूस हुआ करता था।
हालांकि, जैसे ही मेरी मां ने मेरी इस समस्या को देखा तो वह तुरंत ही मुझे डर्माटोलॉजिस्ट पर ले गईं और मुझे अच्छे स्किनकेयर प्रोडक्ट्स इस्तेमाल करने के लिए दिए। अब जब मैं उस समय को देखती हूं तो मुझे महसूस होता है कि कुछ चीजें हैं जो मैं अलग कर सकती थी। तो अगर आप भी इसी तरह की समस्याओं का सामना कर रहे हैं तो ये टिप्स आपके काम आ सकती हैं।
मैं अपने Younger Self को स्किनकेयर के बारे में ये चीजें बताना चाहती हूं
पिंपल आना बहुत ही सामान्य है
जी हां, यह एक दम सच है। आपकी स्किन टाइप के लिए आप जिम्मेदार नहीं होते हैं और एक स्किनटाइप के लोगों के चेहरे पर पिंपल आते रहते हैं। ऑयली स्किन वाले लोगों को पिंपल होने के चांस ज्यादा होते हैं। इसके अलावा हार्मोनल बदलाव होने की वजह से भी चेहरे पर पिंपल होते हैं। ऐसे में आपको खुद को ज्यादा परेशान नहीं करना चाहिए।
जेंटल स्किनकेयर करता है मदद
उस समय मैंने कई क्लींजर और मॉइश्चराइज ट्राई किए थे। मेरा क्लींजर और मॉइश्चराइजर बहुत ही जेंटल थे और थोड़े वक्त में दोनों का असर भी दिखाई देने लग गया था। इसके बाद से मेरे चेहरे पर हर थोड़े समय में मेरे चेहरे पर पिंपल हो जाया करते थे। इस वजह से मैंने हार्ड क्लींजर का इस्तेमाल करना शुरू किया जो मेरी स्किन के सीबम को पूरी तरह से खत्म कर दिया करता था और मॉइश्चराइजर को स्किप करने का फैसला कर लिया था। इस फैसले की वजह से मेरी स्किन तो ऑयल फ्री रहने लग गई थी लेकिन इसके बाद जो पिंपल आते थे उनमें और भी अधिक दर्द होता था। इसके बाद कई सारे प्रोडक्ट्स के साथ एक्सपेरिमेंट करने के बाद मुझे एहसास हुआ कि जेंटल प्रोडक्ट ही बेस्ट होते हैं और इस वजह से अब मॉइश्चराइजिंग जेल मेरा बेस्ट फ्रेंड है।
डैंड्रफ की वजह से पिंपल ज्यादा होते हैं
किसे पता था कि डैंड्रफ भी पिंपल होने का कारण हो सकता है? मैं हमेशा हफ्ते में 2 बार अपने बाल धोया करती थी लेकिन एक एक्टिव किड होने की वजह से जो स्पोर्ट्स में था और रोजाना ट्रेनिंग होती थी, मेरे सिर में भी डैंड्रफ था, जो मेरे फॉरहेड पर भी आ जाता था। अपनी ऑयली स्किन को ध्यान में रखते हुए मुझे इसके बारे में जानकारी होनी चाहिए थी कि डैंड्रफ के कारण भी पिंपल होते हैं। इस वजह से वर्कआउट के बाद अपने बाल धोना और हर बार घर आने पर अपने चेहरे को फेसवॉश से साफ करना ये दो चीजें हैं जो मैं उस समय कर सकती थी।
ऑयली स्किन के लिए भी मॉइश्चराइजर है जरूरी
काफी समय तक मुझे ऐसा लगता था कि ऑयली स्किन पर मॉइश्चराइजर सूट नहीं करता है। वैसे ये सच है कि पहले के समय में ऑयली स्किन के लिए सही प्रोडक्ट्स नहीं थे लेकिन अब इंडस्ट्री बदल गई है और ऑयली स्किन के लिए भी लाइटवेट मॉइश्चराइजर मौजूद हैं, जो एक्सेस ऑयल प्रोडक्शन को कम करते हैं और साथ ही स्किन को हाइड्रेट भी करते हैं।
अल्कोहल वाले टोनर आपकी स्किन के लिए अच्छे नहीं होते हैं
टोनर एक ऐसी चीज है, जो मार्केट में आए थे तो इनका दावा था कि यह स्किन को पिंपल फ्री रखने में मदद करते हैं और इस वजह से मुझे ये अपने लिए चाहिए ही था। हालांकि, पहले जो टोनर्स मार्केट में मौजूद थे उनमें अल्कोहल होता था, जो स्किन के लिए बहुत अच्छा नहीं है। साथ ही पिंपल के लिए ये कुछ समय के लिए ही काम किया और लंबे समय में अल्कोहल वाले इस टोनर की वजह से मेरी स्किन को काफी नुकसान पहुंचा था। इस वजह से बेस्ट ऑप्शन है कि आप अल्कोहल फ्री टोनर का ही इस्तेमाल करें।
सनस्क्रीन की मदद से पिंपल के निशान कम हो सकते हैं
ऑयली स्किन होना और अक्सर पिंपल का सामना करना तो फिर भी हैंडल हो जाता था लेकिन पिंपल की वजह से चेहरे पर रह जाने वाले निशान आज भी कई बार परेशान कर देते हैं। चूंकि मैं मॉइश्चराइजर नहीं लगाती थी और इस वजह से मैं ध्यान रखती कि मैं सनस्क्रीन कभी स्किप नहीं करती थी और सनस्क्रीन लगाने से ही मेरे पिंपल के निशान कम हुए हैं। हालांकि, उस समय मुझे कोई भी अच्छा सनस्क्रीन नहीं मिल पाया था लेकिन आज मार्केट में बहुत सारी सनस्क्रीन मौजूद हैं। एक सनस्क्रीन जिसमें जिंक ऑक्सिडाइज होता है वो ऑयली स्किन के लिए बेस्ट ऑप्शन है और ये आपकी स्किन को आराम भी पहुंचाता है।