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इस एक्ट्रेस ने बॉलीवुड के ‘टॉक्सिक ब्यूटी स्टैंडर्ड’ पर की बात, कहा – ”मुझे लिप और नोज जॉब…”

इस एक्ट्रेस ने बॉलीवुड के ‘टॉक्सिक ब्यूटी स्टैंडर्ड’ पर की बात, कहा – ”मुझे लिप और नोज जॉब…”

सैयामी खेर जल्द ही अपनी नई फिल्म घूमर के साथ फैंस को एंटरटेन करने आने वाली हैं। इस फिल्म में उनके साथ अभिषेक बच्चन लीड रोल में नजर आएंगे और फिल्म को आर बाल्की द्वारा डायरेक्ट किया गया है। यह एक हाइली-एंटीसिपेटिड स्पोर्ट्स ड्रामा मूवी है और फिल्म में सैयामी पैराप्लेजिक स्पोर्ट्सवुमन की भूमिका में नजर आएंगी जो अपनी जिंदगी की हर परेशानी से उभर कर क्रिकेट ग्राउंड पर आती है और इस जर्नी में उनकी मदद अभिषेक बच्चन करते हैं जो फिल्म में कोच की भूमिका निभा रहे हैं।

एक ओर जहां फैंस सैयामी और अभिषेक की फिल्म के रिलीज होने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं तो वहीं इसी बीच एक्ट्रेस इंडस्ट्री में टॉक्सिक ब्यूटी स्टैंडर्ड्स के बारे में खुलकर बात करते हुए नजर आईं। उन्होंने हाल ही में दिए गए एक इंटरव्यू में बताया कि किस तरह से एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री सो-कोल्ड ब्यूटी स्टैंडर्ड्स को फॉलो करती है और उन्होंने भी बॉलीवुड में इस तरह की चुनौतियों का सामना किया है।

टॉक्सिक ब्यूटी स्टैंडर्ड पर सैयामी खेर

एक लीडिंग डेली से बात करते हुए सैयामी खेर ने कहा कि उन्हें एक बार लिप और नोज जॉब करने के लिए कहा गया था। इस बारे में बात करते हुए सैयामी ने कहा,” जब मैंने इंडस्ट्री में अपने करियर की शुरुआत की थी तो मुझे एक बहुत ही गलत सलाह दी गई थी। उस वक्त मैं 18 वर्ष की थी। मुझे ऐसा लगा कि आप एक को-ऑपरेटिंग सोसाइटी में रह रहे हैं और आप जैसे हैं वैसे ही आपको एक्सेप्ट किया जाता है लेकिन इंडस्ट्री में आप इसके नोर्म्स में फिट नहीं होते हैं।”

अपनी पहचान और क्रिटिसिज्म पर सैयामी

अपने करियर की शुरुआत में सैयामी को उनकी अपीयरेंस के लिए काफी जज किया गया था और उन्होंने कहा कि उनका मानना है कि हमें अपनी इंडीविजुएलिटी को एंब्रेस करना चाहिए और ब्यूटी नोर्म्स को फॉलो नहीं करना चाहिए। ”ये नोर्म्स मुझे सही में परेशान नहीं करते हैं लेकिन मैं उम्मीद करती हूं कि ये इंडस्ट्री से जल्द ही खत्म हो जाएं क्योंकि शोबिज में हमें डायवर्सिटी को एक्सेप्ट करने की जरूरत है।” खुद को मिलने वाले क्रिटिसिज्म के बारे में बात करते हुए सैयामी ने कहा, ”मेरे दोस्त और मुझे चाहने वालों की ओपीनियन मेरे लिए मायने रखती है और सकारात्मक क्रिटिसिज्म जरूरी है क्योंकि ये हमारे काम को सुधारने में मदद करता है लेकिन मैं सही में खुशकिस्मत हूं कि मेरे आसपास ऐशे लोग हैं जो मुझे एंब्रेस करते हैं और मुझे सपोर्ट करते हैं।”

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03 Aug 2023

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