हमें वैसे तो जेन जी एक्टर्स काफी पसंद है लेकिन साथ ही हमें कई बार पुराने वक्त की भी याद आती है जब रानी मुखर्जी, प्रिटी जिंटा, काजोल और एश्वर्या राय सिनेमा वर्ल्ड पर अपना जादू चलाते थे। ऐसे में जैसे ही ‘Mrs Chatterjee Vs Norway’ का ट्रेलर आया, वैसे ही हमारा दिल काफी खुश हो गया क्योंकि इस फिल्म से रानी मुखर्जी कमबैक कर रही हैं और उन्हें फिल्म में देखने के लिए हम काफी एक्साइटिड हैं।
रानी मुखर्जी कर रही हैं कमबैक
रानी मुखर्जी को बड़े पर्दों पर देखे हुए जमाना हो गया है और ऐसे में हम उनके कमबैक का इंतजार नहीं कर सकते हैं। इस फिल्म में रानी एक बंगाली मां का किरदार निभा रही हैं जो वैसे तो कोलकाता से हैं लेकिन वह अपने पति और दो बच्चों के साथ नोवरे चली जाती हैं और वहां अपनी जिंदगी बसाती हैं। हालांकि, चीजें तक यू टर्न ले लेती हैं जब उनके बच्चों को उनसे दूर कर दिया जाता है और ऐसे में अपने बच्चों को वापस पाने के लिए वह पूरे देश से लड़ने के लिए तैयार हो जाती हैं।
यहां देखें ट्रेलर
सच्ची घटना पर आधारित है फिल्म
वैसे तो फिल्म के ट्रेलर ने हमें अभी से ही रुला दिया है लेकिन जब हमें पता चला कि यह कहानी ट्रू स्टोरी पर आधारित है तो हम हैरान रह गए। दरअसल, फिल्म की कहानी भारतीय कपल सागरिका और अनुरुप भट्टाचार्य पर आधारित है। यह बंगाली कपल अपने दो बच्चों के साथ नोरवे चला गया था।
हालांकि, चीजें अचानक से 2011 में बदल गईं जब सागरिका ने अपने बच्चे को पब्लिक में इसलिए थप्पड़ मारा था क्योंकि वह सही से पेश नहीं आ रहा था। इसके बाद नोरवे के चाइल वेलफेयर सर्विस को किसी से टिप मिली और परिवार के खिलाफ वॉर्निंग जारी की गई और इसके बाद कुछ लोग आए और उनके बच्चों को अपने साथ ले गए।

नोरवे के चाइल्ड प्रोटेक्शन रूल्स
नोरवे में काफी कड़े चाइल्ड प्रोटेक्शन रूल्स हैं। भारत में अपने बच्चे को थप्पड़ मारना काफी सामान्य है लेकिन नोरवे में इसे इल्लीगल माना जाता है। वॉर्निंग के बाद में CWS भट्टाचार्य के घर पर नियमित रूप से सागरिका के व्यवहार को देखने के लिए जाते थे और उस वक्त अनुरूप काम पर होते थे। उन विजिट्स के दौरान ऑफिशियल्स को पता चला कि सागरिका के बच्चे उनके साथ एक ही बेड पर सोते हैं और वह अपने हाथों से उन्हें खाना खिलाती हैं, जिसे वहां जबरदस्ती खाना खिलाना माना जाता है और ऐसे में इसे बच्चों के लिए सही नहीं माना गया। इसके बाद CWS उनके बच्चों को अपने साथ ले जाती हैं और फोस्टर केयर में दे देती है।
पूरे देश से एक मां की जंग
इतना ही नहीं सागरिका और उनके पति को अपने बच्चों से मिलने से भी रोक दिया गया। इसके बाद एक मां और पूदे देश के बीच एक जंग छिड़ गई। कई हफ्तों तक कोर्ट में अपने बच्चों की कस्टडी वापस पाने के लिए लड़ाई करने के बाद उन्हें इसमें जीत हासिल हुई और बच्चों की कस्टडी भी वापस मिली।

हालांकि, उनके लिए यह लड़ाई बिल्कुल आसान नहीं थी क्योंकि इसकी वजह से उन्हें काफी कुछ खोना पड़ा। इसकी वजह से सागरिका और अनुरूप की शादी पर भी असर हुआ और इस वजह से दोनों का तलाक हो गया। इसके बाद 2013 में उन्हें एक अन्य कस्टडी बैटल लड़ना पड़ा और इस बार अपने पति के साथ। जनवरी 2013 में कोलकाता हाई कोर्ट ने सागरिका को उनके बच्चों की कस्टडी सौंप दी थी।
रानी मुखर्जी को बड़ी स्क्रीन पर देखना हमेशा ही काफी एक्साइटिंग लगता है और अब हम उनकी इस फिल्म को देखने का इंतजार नहीं कर सकते हैं।