रागस्थान : मन-आत्मा को रिचार्ज करने के लिए जैसलमेर में हुआ संगीत महोत्सव
हर रोज की भागदौड़ से परेशान होने के बाद हम तलाश करते हैं आनंद और मानसिक शांति की। इसके लिए अब राजस्थान के जैसलमेर में आयोजित हुआ तीन दिवसीय रागस्थान संगीत महोत्सव। इस महोत्सव का आयोजन 23 से 25 फरवरी,2018 को किया गया। रागस्थान संगीत महोत्सव में लोगों ने एकसाथ संगीत, सिनेमा, साहस, कला और संस्कृति का आनंद सितारों से भरे नभोमण्डल के बीच अच्छी तरह से उठाया। संगीत महोत्सव का वीडियो देखें –
उत्तम प्रकृति दर्शन
इस महोत्सव के लिये पहल की है केथ मेनन, सुप्रिया सोबती, अंशुमन जेस्वाल और सन्मित सिंह ने। महोत्सव का उद्देश्य था कि आगंतुकों को उत्तम से उत्तम प्रकृति का दर्शन हो, कला – संगीत की वैश्विक भाषा का साथ हो। साथ ही साथ नई प्रतिभा को अवसर मिले। इसके अलावा कला, संगीत, संस्कृति, प्रकृति के साथ रिश्ता जोड़ने का भी यह एक अनोखा प्रयास था। जहां आपकी बातें सितारों से हो, रेगिस्तान की ठंडक और गरमी का एहसास हो, हाथ में गर्म चाय की प्याली हो और अलग अलग क्षेत्र से जुड़े लोगों से बातों का सिलसिला हो तो आपकी सारी थकान चुटकी में मिट जाए!
प्रमुख संगीत उत्सव
इस फेस्टिवल में तीन प्रमुख संगीत उत्सवों का आयोजन था – मोरियो (जिसे स्थानीय भाषा में मोर शब्द से जाना जाता हैं) यह एक नाटयानुभव था, जिसमें रॉक, पॉप, हिप-हॉप, वर्ल्ड म्युजिक और अन्य संगीत शामिल था। बिरखा (स्थानीय भाषा में बरसात) इसमें प्रयोगशील नये कलाकारों को नये गीत-संगीत को मध्यान्ह और सांध्य माहौल में अपनी कला को पेश करने का और रसिकों को उसके आस्वादन का मौका मिला। अम्मरा (स्थानीय अर्थ हैं चमकते सितारे) रात्रि के समय में सचेत नृत्य संगीत में शामिल होने का यह अलग अंदाज। इसमें 40 कलाविष्कार को अंतर्भूत किया गया था।
पर्यावरण संरक्षण
रागस्थान महोत्सव का अभिन्न अंग हैं- कैम्प लाइफ-जहां बोनफायर्स,ओपन एअर मूवी स्क्रीनिंग, हॉट एअर बलून राइड्स, 40 फुट सी-सॉ, चमकते सितारों का विहंगम दर्शन…जैसी मनमोहक एक्टिविटीज़ थीं। इस फेस्टिवल में भाग लेनेवाले लोगों के लिए मुफ़्त पानी और चाय का प्रबंध किया गया था। फेस्टिवल में किसी भी तरह का कूड़ा न हो और पर्यावरण का संतुलन ना बिगड़े, इसका भी विशेष इंतजाम किया गया था। पर्यावरण के संरक्षण के दृष्टिकोण से जीरो प्लास्टिक इस्तेमाल की नीति अपनायी गयी तथा बिजली और पानी का उपयोग सोच समझ कर करने का निश्चय किया गया था। इस महोत्सव के लिए अस्थायी नगर का निर्माण किया गया था। रेगिस्तान के मध्य में बिजली और पानी उपलब्ध किया गया था। रेगिस्तान का यह अनुभव निश्चित रूप से अविस्मरणीय था। यहां के प्राकृतिक नज़ारों ने पर्यटकों को उत्साह और आनंद से परिपूर्ण कर दिया।
रागस्थान म्युजिक फेस्टिवल के बारे में
वर्ष 2012 में शुरू हुए इस महोत्सव का दूसरा उत्सव 2014 में संपन्न हुआ था। तीसरा उत्सव 23 से 25 फरवरी, 2018 को हुआ। इस तीन दिवसीय महोत्सव में 37 देशों से लगभग 2000 दर्शक शामिल होने के लिए जैसलमेर के रेगिस्तान में पहुंचे।
आईआईटी गुवाहाटी
आईआईटी गुवाहाटी इस बार अपने रॉक फेस्टिवल -अल्केरिंगा के साथ फेस्टिवल से जुड़ा। फेस्टिवल के विजेता को रागस्थान 2018 में अपनी पेशकश करने का मौक़ा मिला।
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