रक्षाबंधन का पर्व भाई-बहन के रिश्ते पर आधारित होता है। त्योहार रिश्तों की खूबसूरती को बनाए रखने का बहाना होते हैं। यूं तो हर रिश्ते की अपनी एक महकती पहचान होती है। भाई-बहन का रिश्ता एक भावभीना अहसास जगाता है। रक्षाबंधन (raksha bandhan wishes in hindi) और भाई दूज दो ऐसे पर्व हैं जो भाई-बहन के रिश्ते की पवित्रता का प्रतीक है। लेकिन कई लोग इस बात को लेकर हर साल काफी उलझन में रहते हैं कि वे अपनी बहन को इस साल राखी पर क्या उपहार दें? तो आपको बता दें कि रक्षाबंधन पर एक बहन को महंगे गिफ्ट देने भर से आप उन्हें ऊपरी खुशी तो दे सकते हैं लेकिन अगर इस दिन एक भाई अपनी बहन से कुछ वादें कर जिंदगी भर के लिए सुकून और खुशी दे सकता है। जी हां, किसी भी रिश्ते में प्यार बनाए रखने के लिए आपसी भरोसा और दूसरे की भावनाओं की इज्जत करना बेहद जरूरी है। राखी पर बहन को उपहार देने के अलावा भाई अपनी बहन से कुछ वादें कर सकते हैं।
हर इंसान को जीवन में कुछ बेहतर करने के लिए हमेशा मोटीवेशन की जरूरत होती है। लेकिन ज्यादातर परिवारों में लड़कों की तुलना में लड़कियों पढ़ाई पूरी करते ही शादी के लिए फोर्स किया जाने लगता है। ऐसे में एक बहन को अपने भाई से वादा लेना चाहिए कि वो निजी जीवन हो या परिवार, रिश्तों को समझने और उन्हें महत्व देने के लिए आपकी सलाह और आपका मार्गदर्शन करें।
कई बार ऐसी परिस्थितियां आ जाती है कि आप सोचने लगती हैं कि काश आपके पास कोई ऐसा होता है जिसे आप हर तरह की बात शेयर कर सको और वो आपको मुसीबत से निकाल सके। लेकिन भाई होने की वजह बहनें कभी उनसे अपनी प्रॉब्लम खुलकर शेयर नहीं कर पाती हैं। इसीलिए इस राखी अपने भाई से ये वादा लें कि वो आपके दोस्त बनेंगे और हर सिचुएशन में साथ देंगे।
भाई के कलाई पर राखी बांधते समय आप उससे वादा लें कि वो आपको हर परिस्थिति में सपोर्ट करेंगा। किसी भी लड़की के लिए जरूरी होता है कि उसका भाई उसे सपोर्ट करे। क्योंकि एक बहन ये नहीं चाहती है कि उसका भाई हमेशा उसका गारजियन ना बनें, बल्कि अपनी बहन को हर प्रतिकूल स्थिति से लड़ने के लिए सपोर्ट करें।
अपनी बहन-बहन होती है और दूसरों की बहन फब्तियां कसने के लिए, छेड़ने-परेशान करने के लिए होती है। क्योंकि इस तरह के मामलों में किसी न किसी बहन का भाई ही शामिल होता है। ऐसे में हर एक बहन को अपने भाई से राखी के दिन ये वादा लेना चाहिए कि वो हर महिला का सम्मान करेगा।
आज भी कई घरों में कुछ फैसले घर के पुरूष सदस्य ही लेते हैं। क्योंकि ऐसा माना जाता है कि लड़कियां फैसले लेने में कमजोर होती है और उन्हें हर चीज की समझ नहीं होती है। लेकिन शायद वो लोग ये बात भूल जाते हैं कि उन्हें इस दुनिया में लाने का फैसला उनकी मां का ही होता है और जिस काबिल भी वो एक औरत की वजह से हैं। ऐसे में हर भाई को अपनी बहन को परिवार के हर छोटे-बड़े फैसलों में शामिल करना चाहिए ताकि धीरे-धीरे समाज की इस सोच को बदला जा सके।
हम हमें सुनते आये हैं कि रक्षाबंधन के त्योहार में एक भाई अपनी बहन से ये वादा करता है कि वो हमेशा उसकी सुरक्षा करेगा। लेकिन वहीं दूसरी महिलाओं को वो असुरक्षित महसूस कराता है। लेकिन एक भाई को चाहिए कि वो अपनी बहन को खुद इतना मजबूत और मानसिक और शारीरिक दोनों ही रूप में ताकतवर बनाये जो वो खुद अपनी रक्षा कर सके।
ज्यादातर भारतीय घरों में लड़के-लड़कियों में कुछ चीजों को लेकर भेदभाव देखने को मिलता है। लेकिन अपनी बहन को घर में और समाज में बराबरी का मौका देने के लिए एक भाई पहल करे तो ये बुरी सोच बदली जा सकती है। एक भाई अपनी बहन को पढ़ाई-लिखाई और करियर बनाने से लेकर अपने लाइफ पार्टनर को खुद चुनने का हक दिला सकता है। इससे बढ़कर एक लड़की के कोई उपहार नहीं हो सकता है।