प्रेग्नेंसी और मां बनने के बाद महिला के शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं। साथ ही मां बनने से उनमें पहले वाली ताकत भी नहीं रहती है। इस दौरान बच्चे की देखभाल में वह इतना बिजी हो जाती हैं कि उनके लिए अपने लिए समय निकालना मुनासिब नहीं होता है। डिलीवरी के बाद रिकवरी के लिए महिला को अपना भी खास ख्याल रखना चाहिए। यही वजह है इस लेख में हम पोस्टपार्टम रिकवरी के लिए एक महिला को अपने पास क्या-क्या एसेंशियल गुड्स रखने चाहिए, इसके बारे में जानेंगे।
पोस्टपार्टम रिकवरी के लिए न्यू मॉम के लिए एसेंशियल गुड्स की लिस्ट
डिलीवरी के बाद महिला की त्वचा में कई तरह के बदलाव होते हैं। जैसे स्ट्रेच मार्क्स, डार्क स्पॉट्स, पिगमेंटेशन, एक्ने आदि। ऐसे समय में उन्हें बच्चे के साथ अपना भी ध्यान रखना चाहिए। न्यू मॉम्स को केमिकल युक्त ब्यूटी प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करने की मनाही होती है। नीचे हम उन टॉक्सिन फ्री प्रोडटक्स के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनका इस्तेमाल न्यू मॉम को पोस्टपार्टम रिकवरी में मदद करेगा।
1. स्ट्रेच मार्क्स के लिए ऑयल

डिलीवरी के बाद महिला के शरीर में स्ट्रेच मार्क्स उभरकर नजर आने लगते हैं। नियमित रूप से प्रभावित जगह पर तेल की मसाज करने से इन्हें हल्का किया जा सकता है। क्योंकि तेल से त्वचा को पोषण मिलता है। साथ ही मालिश त्वचा में कसाव लाने का काम करती है। यही वजह है पोस्टपार्टम रिकवरी के लिए महिला अपने पास स्ट्रेच ऑयल डरूर रखें और कम से कम दिन में दो बार इससे मसाज जरूर करें।
2. बॉडी बटर
प्रेग्नेंसी के दौरान महिला के साइज बढ़ने से स्किन में खिंचाव होता है। इसकी वजह से त्वचा की प्राकृतिक नमी खो जाती है व त्वचा ड्राई हो जाती है। इस वजह से पेट पर खुजली और स्ट्रेच मार्क्स हो जाते हैं। यही वजह है न्यू मॉम को त्वचा को मॉइश्चराइज करने के लिए नैचुरल इंग्रीडिएंट्स से तैयार एक बॉडी बटर अपने पास जरूर रखना चाहिए।
न्यू मॉम्स के लिए ‘द मॉम्स को’ का प्रोडक्ट नेचुरल बॉडी बटर एक बेहतर चॉइस हो सकता है। इसे खास कोकोआ और शिया बटर से तैयार किया गया है। कंपनी का दावा है कि यह त्वचा को 24 घंटे तक नमी प्रदान करता है। नियमित रूप से इसा इस्तेमाल करने से त्वचा की लोच में सुधार होने के साथ पेट, हिप्स व ब्रेस्ट के आस-पास होने वाले स्ट्रेच मार्क्स कम हो सकते हैं।
3. निप्पल बटर
ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली महिलाओं के अक्सर निप्पल ड्राई हो जाते हैं। इस वजह से शरीर के दूसरे हिस्सों की तरह उन्हें निप्पल को भी हाइड्रेट करने की जरूरत होती है। इसलिए पोस्टपार्टम रिकवरी के जरूरी सामानों की लिस्ट में एक नाम निप्पल बटर का भी एड करें। निप्पल बटर या क्रीम खरीदते समय उसके इंग्रीडिएंट्स पर ध्यान देना न भूलें। हमेशा फ्रेगरेंस फ्री निप्पल क्रीम का चयन करें।
द मॉम्स को का नेचुरल निप्पल बटर में किसी तरह की फ्रेगरेंस व लैनोलिन का इस्तेमाल नहीं किया गया है। इसे खास कैलेंड्यूला ऑयल, कोकम बटर, व्हीटजर्म ऑयल और विटामिन-ई से तैयार किया गया है। यह यह निप्पल को नमी प्रदान कर ड्राईनेस को दूर करता है। इसे लगाने के बाद माँ अपने शिशु को आसानी से ब्रेस्टफीडिंग करा सकती है।
4. दर्द को दूर करने के लिए ऑयल

बच्चे को जन्म देने के बाद 50 प्रतिशत महिलाएं कमर दर्द की समस्या से जूझती हैं। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं जैसे हार्मोनल बदलाव, गर्भाशय के बढ़ने की वजह से मांसपेशियों में पड़ने वाली खिंचाव आदि। वहीं, कुछ महिलाओं को टांगों व घुटनों में दर्द होता है। ऐसे में महिला को तेल की मालिश से आराम मिल सकता है।
डिलीवरी के बाद दर्द के लिए ‘द मॉम्स को’ का नेचुरल पेन रिलीफ ऑयल का इस्तेमाल राहत प्रदान कर सकता है। इसे खासतौर से डिलीवरी के बाद होने वाले मांसपेशियों को आराम व जोड़ों में दर्द की रिकवरी के लिए बनाया है। पोस्टपार्टम पेन को दूर करने के लिए इसे कैल्शियम, आयरन, विटामिन-ए, सी, बी आदि मिनरल और विटामिन से उत्कृष्ट 15 तरह के नैचुरल ऑयल मिलाकर तैयार किया गया है।
5. फुट क्रीम
डिलीवरी के बाद एड़ियों को मॉइश्चराइज करने व सूजी हुई एडियों के लिए एक अच्छी फुट क्रीम को भी इस लिस्ट में शामिल करें। ‘द मॉम्स को’ की नेचुरल फुट क्रीम एड़ियों को गहराई से हाइड्रेट व नरिश करने के साथ स्वोलन फीट की समस्या को दूर करती है।
इसे शीया बटर, स्वीट आलमंड, आर्गन, पेपरमिंट ऑयल से तैयार किया गया है। इसे बनाने के लिए किसी भी टॉक्सिन्स का इस्तेमाल नहीं किया गया है। न्यू मॉम्स के लिए डर्मेटोलॉजिस्ट टेस्टेड यह प्रोडक्ट बिल्कुल सुरक्षित हैं।
तो ये थी न्यू मॉम्स के लिए एसेंशियल गुड्स की लिस्ट। हर महिला पोस्टपार्टम रिकवरी के लिए डिलीवरी से पहले इन सामानों को इकट्ठा करके रख ले। जिससे बच्चे को जन्म देने के बाद जब आप घर लौटे तो आपके पास अपना ध्यान रखने के लिए ये सारे प्रोडक्ट्स पहले से उपलब्ध हों।
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