पीरियड शुरू होने पर एक लड़की की सबसे बड़ी चिंता यही होती है कि कहीं उसके कपड़े पर ब्लड के दाग न लग जाएं। जिन यंग गर्ल्स को पहली बार पीरियड होता है उन्हें कई बार सेनेटरी पैड (pad kya hota hai) को लेकर बहुत सी बातें मालूम नहीं होती हैं जैसे सेनेटरी पैड कैसे लगाते हैं (pad kaise lagate hain) या पैड कौन सा अच्छा होता है आदि।
पीरियड से निपटने के लिए आज मार्केट में कई तरह के विकल्प हैं, लेकिन फिर भी जब किसी लड़की की लाइफ में पीरियड शुरू होता है तो पहले उसे इससे निपटने के लिए सैनिटरी पैड दिया जाता है। कुछ वर्षों पहले तक एक ऐसा भी समय था जब मां बेटी को पीरियड क्रैंप के लिए घरेलू नुस्खों के साथ घर पर बने कपड़े के पैड्स लेने की सलाह देती थी। खैर, समय बीतने के साथ आज मार्केट में ऐसे कई प्रोडक्ट्स उपलब्ध हैं महिलाओं के लिए पीरियड के अनुभव को आसान और आरामदायक बना देते हैं।
प्यूबर्टी में कदम रखने के बाद ही लड़कियों को पहली बार पीरियड के बारे में या पैड क्या होता है ये समझने की जरूरत पड़ती है। सेनेटरी पैट या सेनेटरी नैपकिन एक तरह का ऐसा पैड होता है जो कि सोखने के लिए बनाया जाता है। सेनेटरी पैड को पैंटी में ऐसे लगाया जाता है कि वो वेजाइना से निकलने वाले ब्लड, म्यूकस व अन्य वेस्ट को सोख ले।
हर उम्र में महिलाएं अपनी जरूरतों को देखते हुए ये तय करती हैं कि उन्हें पीरियड में कौन सा पैड यूज करना चाहिए (period me kon sa pad use karna chahiye )। ये समझने के लिए पैड कौन सा अच्छा है ये समझना जरूरी है कि पैड से हमारी जरूरत क्या है। ऐसा पैड जो लीक हो जाए, जिसे यूज करने से रैशेज हो जाएं या जो बहुत मोटा हो इस्तेमाल में परेशानी पैदा करता है।
हालांकि अच्छी बात ये है कि पीरियड केयर के क्षेत्र में कंपनियों ने बहुत शोध किया गया है। आज हमें पीरियड पेन रिलीफ टिप्स के नाम पर सिर्फ पीरियड के दौरान पेट में दर्द के घरेलू उपाय ही नहीं बल्की और बहुत कुछ पता है जैसे पीरियड जल्दी लाने के उपाय आदि।
सिरोना के पीरियड केयर किट में पैंटी लाइनर, डिस्पोजेबल सेनेटरी पैड आदि शामिल हैं।
हालांकि सेनेटरी पैड्स ज्यादातर व्हाइट कलर के बने होते हैं, लेकिन सिरोना अल्ट्रा थिन नेचुरल ब्लैक सेनेटरी पैड्स ये दर्शाते हैं कि पीरियड में पैड के रंग को अलग किया जा सकता है। नैचुरल चीजों से बने इन पैड्स में किसी भी तरह के टॉक्सिन का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। सिरोना के ब्लैक पैड अल्ट्रा थिन और सॉफ्ट होने के साथ बायोडिग्रेडेबल हैं। अब्जॉर्ब करने वाले नेचुरल फाइबर के लेयर की वजह से ये पैड पतले होने के बावजूद हेवी फ्लो को भी लीक नहीं होने देते हैं।
सिरोना के ये सॉफ्ट कॉटन पैंटी लाइनर उन दिनों के लिए परफेक्ट हैं जब पीरियड का फ्लो बहुत कम हो जैसे पीरियड के आखिरी दो दिन। जिन लोगों का पीरियड अनियमित होता है उनके लिए भी ये प्रोडक्ट काफी यूजफुल है। इसे पीरियड आने वाला हो तो ब्लड स्पॉट सीधे पैंटी पर न लगे, इसके लिए भी यूज किया जाता है। पैंटी लाइनर्स उन लोगों के लिए भी यूजफुल होते हैं जो पहली बार मेंस्ट्रुअल कप या टैम्पोन यूज करते हैं।
मार्केट में मिलने वाले सिंथेटिक पैड्स के मुकाबले बायोडिग्रेडेबल मटेरियल से बने रीयूजेबल पैड्स कहीं ज्यादा कंफर्टेबल और स्किन फ्रेंडली होते हैं। ये पॉकेट फ्रेंडली भी होते हैं और इनसे सिंथेटिक पैड्स की तरह डिस्पोज करने के बाद पर्यावरण को होने वाला नुकसान का खतरा भी नहीं होता है।
सिरोना का रियूजेबल सेनेटरी पैड्स सॉफ्ट, रैश फ्री फैब्रिक से बना होता है और इसे 1 साल तक आराम से यूज किया जा सकता है। इसके एक पैक में 3 रेगुलर और 1 रातभर चलने वाला लंबा पैड शामिल होता है।
जिन लोगों ने कभी पैड यूज नहीं किया उनके मन में ये जरूर आता है कि पैड कैसे लगाया जाता है ( pad kaise lagaya jata hai)। अगर आपके मन में भी ये सवाल है तो स्टेप्स में पैड लगाने का तरीका-
1. सबसे पहले पैड के नीचे की तरफ लगे कागज को हटाएं और इसे पैंटी पर रखें।
2. अब इसके विंग्स पर लगे पेपर को हटाएं और इसे पैंटी के नीचे की ओर मोड़कर जोर से दबाएं। विंग्स पैंटी को जगह से हटने नहीं देते हैं और साइड से ब्लड लीक भी होने नहीं देते हैं।
3. पैंटी पहन लें। अब आप अपनी दिनचर्या को पूरी करने के लिए तैयार हैं।
4. पैड बदलने के लिए पहले इस पैड के विंग्स को पैंटी से हटाएं और फिर पैड को निकालकर पेपर में लपेट कर कूड़ेदान में रखें।
5. पैड को कभी भी फ्लश नहीं करना चाहिए, ये पाइप को ब्लॉक कर देता है।
ज्यादातर विशेषज्ञ सामान्य प्लो में 3 से 4 घंटे में पैड बदलने की सलाह देते हैं। जिन लोगों का फ्लो बहुत अधिक हो, वो इससे जल्दी भी पैड बदल सकती हैं। पैड को लंबे समय तक लगाए रखने से संक्रमण और बदबू की समस्या होने लगती है। पैड कौन सा अच्छा होता है
बेशक आजकल पीरियड केयर में टेम्पोन या मेस्ट्रुअल कप का इस्तेमाल करना महिलाएं ज्यादा पसंद करती है, पैड पीरियड केयर में हर लड़की, महिला की मूल जरूरत है। जाहिर है, पैड का इस्तेमाल, पैड कैसे लगाते हैं, पैड कौन सा अच्छा होता है, ये बातें आना इसलिए भी जरूरी है कि हमारे देश में अभी भी बहुत सी महिलाएं सैनेटरी नैपकिन यूज करती हैं।