गर्मियां आते ही आपको अपने चेहरे की अतिरिक्त देखभाल करनी होती है, खासतौर पर अगर आपकी स्किन ऑयली हो तो। ऐसा इसलिए है क्योंकि चिपचिपाहट और पसीने से भरे गर्मी के दिनों में ऑयली स्किन खराब हो सकती है। इससे तैलीय त्वचा पर ब्लैकहेड्स, पिंपल्स और त्वचा की अन्य समस्याएं हो सकती हैं। इसके अलावा, मेकअप भी इस तरह की स्किन से चिपकता नहीं है। ब्यूटी एक्सपर्ट की मानें तो तैलीय त्वचा अधिक सीबम का उत्पादन शुरू कर देती है और इससे स्किन पर एक्सट्रा ऑयली जमा होने लगता है। खासतौर पर अगर आपकी त्वचा आनुवांशिक या हार्मोन संबंधी तैलीय है, तो ऐसी समस्याएं तुरंत दूर नहीं होती हैं। तैलीय त्वचा से मुक्ति के लिए आपको अपनी स्किन टाइप के अनुसार ही ब्यूटी प्रोडक्ट्स इस्तेमाल करने होगे और साथ स्किन का भी ख्याल (oily skin treatment at home) रखना होगा। आज यहां हम आपको ऑयली स्किन से जुड़ी हर वो बात व जानकारी देंगे जो आपके लिए जरूरी हो सकती है। तो फिर आइए जानते हैं कि तैलीय त्वचा की देखभाल कैसे करें साथ ही कुछ घरेलू उपचार (natural remedies for oily skin) भी। ऑयली स्किन के लिए बेस्ट फाउंडेशन
वास्तव में हमारी ऑयल ग्लैंड्स स्किन को मुलायम और नमीयुक्त रखने के लिए सीबम का उत्पादन करती हैं। लेकिन जब अधिक सीबम का उत्पादन होता है, तो हमारी स्किन ऑयली हो जाती है और उस पर पिंपल्स दिखाई देते हैं। तैलीय त्वचा के दो मुख्य कारण हार्मोन और आनुवंशिकता हैं। हार्मोन में उतार-चढ़ाव से एंड्रोजन में वृद्धि होती है। इससे सीबम की मात्रा बढ़ जाती है और यदि शरीर में बहुत अधिक एंड्रोजन है, तो इसे सीबम छिद्रों के माध्यम से बाहर निकाल दिया जाता है। यह सीबम हमारी बाहरी स्किन को ऑयली बनाता है। तैलीय त्वचा से मुक्ति के लिए उचित देखभाल जरूरी है। ऑयली स्किन के लिए बेस्ट फेसिअल किट
तैलीय त्वचा कई लोगों के लिए परेशानी का सबब बन जाती है। इससे सौंदर्य संबंधी समस्याएं होती हैं। लेकिन त्वचा की तैलीयता आनुवांशिकी पर निर्भर करती है। हालांकि, कुछ अन्य कारक त्वचा से तेल का उत्पादन बढ़ाते हैं। क्या आपको अपना चेहरा अचानक ऑयली नजर आता है? तो इसके पीछे ये कारण हो सकते हैं –
हार्मोन में उतार-चढ़ाव से एंड्रोजन में वृद्धि होती है। इससे सीबम की मात्रा बढ़ जाती है और यदि शरीर में बहुत अधिक एंड्रोजन है, तो इसे सीबम छिद्रों के माध्यम से बाहर निकाल दिया जाता है। यह सीबम बाहरी त्वचा को तैलीय बनाता है।
तैलीय त्वचा आनुवांशिक भी हो सकती है और इसलिए बस लगातार चेहरा धोने से समस्या खत्म नहीं होती है। जब अतिरिक्त तेल छिद्रों में जाता है और मृत त्वचा कोशिकाओं और बैक्टीरिया को इसमें जोड़ा जाता है, तो पिंपल्स और ब्लैकहेड्स बन जाते हैं।
हर महीने पीरियड्स के दौरान जब शरीर एक नियमित हार्मोनल चक्र से गुजरता है, तो हार्मोन में उतार-चढ़ाव तेल ग्रंथियों को उत्तेजित करते हैं और त्वचा को तैलीय बनाते हैं।
शारीरिक और मानसिक तनाव ग्रंथियों से तेल का उत्पादन बढ़ाता है। तनाव को दूर करने के लिए योग या ध्यान करना फायदेमंद होगा। नतीजतन, त्वचा तैलीय हो जाएगी।
हालांकि पसीने की ग्रंथियों की गतिविधि पर्यावरण के साथ नहीं बदलती है, त्वचा गर्म और नम जलवायु में तैलीय हो जाती है। इसी वजह से ठंडी जगहों की तुलना में गर्म जलवायु वाले देशों में लोगों की स्किन ज्यादा ऑयली होती है।
जी हां, ज्यादा मेकअप करने वालों की स्किन भी ऑयली होने लगती है। मेकअप तैलीय त्वचा और ब्रेकआउट को कवर करने का काम करता है। लेकिन, अतिरिक्त मेकअप त्वचा को तैलीय बना देता है। इसलिए मेकअप प्रोडक्ट्स लेते समय ऑयल फ्री और गैर-कॉमेडोजेनिक प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करना चाहिए।
प्यूबर्टी यानि कि यौवनावस्था के दौरान एस्ट्रोजन हार्मोन के स्तर में उतार-चढ़ाव और तैलीय त्वचा का कारण होता है। एंड्रोजन स्तर में वृद्धि एक संकेत है कि त्वचा की वसामय ग्रंथियां परिपक्व हो गई हैं। जब ये ग्रंथियां परिपक्व हो जाती हैं, तो त्वचा तैलीय हो जाती है।
गर्मी के मौसम में फेस पर काफी ऑयली हो जाता है। इसी के साथ चिपचिपाहट, पसीना, चिलचालाती धूप और स्किन रैशेज जैसी समस्याएं भी होने लगती है। वहीं ऑयली स्किन वालों के लिए ये समस्या और भी ज्यादा परेशान कर देने वाली हो जाती है। क्योंकि स्किन पर जमा एक्सट्रा ऑयल चेहरे की सुंदरता को खराब कर सकता है। हर किसी की त्वचा अलग प्रकार की होती है। यदि आपकी त्वचा तैलीय (home remedy for oily face) है, तो आपको इसकी अतिरिक्त देखभाल करने की आवश्यकता है।
भारत एक ऐसा देश है जहां औसत तापमान 35 डिग्री सेल्सियस जितना है और इससे भी अधिक हो जाता है। गर्म वातावरण होने के कारण यहां के लोगों की त्वचा ऑयली है हर कोई छोटे बड़े स्तर पर अपने ऑयली त्वचा से तंग जरूर होता है क्योंकि तैलीय त्वचा होने पर चेहरे पर मुंहासे (remedies for pimples for oily skin) और अन्य दिक्कतें होने लगती हैं। तैलीय त्वचा से मुक्ति चाहिए तो हमें स्किन की सही देखभाल करनी चाहिए। तैलीय त्वचा की देखभाल करना बहुत जरूरी है। ऐसा इसलिए है क्योंकि उचित देखभाल के बिना, इस प्रकार की त्वचा की बहुत सी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। तो आइए जानते हैं कि ऑयली स्किन की देखभाल कैसे करें –
जिन लोगों की ऑयली स्किन है, उन्हें शायद दिन के दौरान लगातार अपना चेहरा नहीं धोना चाहिए और अगर आप ऐसा करते हैं, तो यह बहुत खतरनाक है। यदि आप अपने चेहरे पर होने वाले तैलीयपन से छुटकारा पाने के लिए बार-बार चेहरा धोते हैं, तो इसे और न करें। अपनी त्वचा की देखभाल करना सीखें। क्योंकि यह आपकी त्वचा को नुकसान पहुंचाता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि चेहरे को बार-बार धोने से त्वचा बहुत अधिक तेल पैदा करती है। इसलिए एक ऐसे क्लीन्ज़र का प्रयोग करें जो तैलीय त्वचा के लिए उपयुक्त हो और दिन में केवल दो बार इससे अपना चेहरा धोएँ। लेकिन याद रखें, यह क्लींजर ऑयल फ्री होना चाहिए।
कुछ लोगों को लगता है कि उनकी त्वचा तैलीय है, इसलिए उन्हें मॉइस्चराइज़र की ज़रूरत नहीं है। अगर आप ऐसा सोचते हैं, तो आप गलत हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि मॉइस्चराइज़र लगाने से समस्या कम होने के बजाय और बढ़ जाएगी। मॉइस्चराइज़र आपकी त्वचा की चिपचिपाहट को कम करने में मदद करता है इसलिए भले ही आपकी तैलीय त्वचा हो, मॉइस्चराइज़र का उपयोग किया जाना चाहिए।
यदि आपकी त्वचा तैलीय है, तो यह अन्य मौसमों की तुलना में गर्मी के दिनों में ज्यादा ही चिपचिपी और तैलीय हो जाती है। इसलिए सही प्रकार का सनस्क्रीन चुनना महत्वपूर्ण है। इसलिए ऐसा सनस्क्रीन चुनें जो ज्यादा गाढ़ा और स्टिकी न हो। सनस्क्रीन आपकी त्वचा को 97 प्रतिशत यूवी किरणों से बचाता है, जिससे आपकी त्वचा पर सनबर्न नहीं होता है। इसके अलावा, इस वजह से, आपका चेहरे का एक्स्ट्रा ऑयल भी दिखाई नहीं देता है। ऑयली स्किन के लिए वॉटर बेस्ड सनस्क्रीन का इस्तेमाल हमेशा करना चाहिए। तैलीय त्वचा के लिए एक विशेष सनस्क्रीन का उपयोग करें।
ब्लॉटिंग शीट आपकी त्वचा पर मौजूद अतिरिक्त तेल को सोख लेता है। तो आप तैलीय त्वचा से मुक्ति के लिए ब्लॉटिंग शीट का उपयोग कर सकते हैं, विशेष रूप से गर्मी के दिनों में। आप चाहें तो बाहर जाने पर अपने साथ ब्लॉटिंग शीट ले जा सकते हैं।
याद रखें, पसीना और तेल आपकी तैलीय त्वचा के लिए अधिक हानिकारक हैं। इसके अलावा, गर्मी के दिनों में पसीने से त्वचा की छिद्रों में अधिक धूल जम जाती है। इस कारण से, कम से कम गर्मी के दिनों में तैलीय त्वचा को एक्सफोलिएट करना आवश्यक है। आपको बस एक स्क्रब का उपयोग करना है। जो आपकी स्किन टोन से भी छुटकारा दिलाएगा। स्क्रब का उपयोग आपकी त्वचा पर छिद्रों में फंसी हुई धूल को हटाने में मदद करता है। हफ्ते में कम से कम 2 से 3 बार स्किन को एक्सफॉलिएट अवश्य करें।
ऑयली स्किन के लिए टोनर सबसे जरूरी ब्यूटी प्रोडक्ट्स में से एक है। क्योंकि ये स्किन पर जमा एक्सट्रा ऑयल को कंट्रोल करने में बेहद कारगर है। इससे चेहरे में कसावट भी आती है और ये नेचुरल तरीके से चेहरे पर ग्लो लाने का काम करता है। साथ ही टोनर स्किन पोर्स को छोटा करने में भी मदद करता है और सीबम प्रोडक्शन को कंट्रोल करता है। टोनर का इस्तेमाल करने से आपको अपनी स्किन में चिपचिपाहट महसूस नहीं होगी। टोनर के उपयोग से स्किन का pH लेवल बैलेंस रहता है और आपकी स्किन खराब नहीं होती।
गर्मियों की बजाए हमें सर्दियों में प्यार कम लगती है लेकिन कम पानी शरीर और हमारी स्किन दोनों के लिए ही हानिकारक है। क्योंकि सर्दियों में भी, जब हवा शुष्क होती है, तो शरीर को अधिक पानी की आवश्यकता होती है। शुष्क मौसम के कारण डीहाईड्रेशन होता है। ऐसे मामलों में, यह महत्वपूर्ण है कि आप शरीर में नमी बनाए रखने के लिए जितना संभव हो उतना पानी पीएं। इन दिनों आपको हर घंटे एक गिलास पानी पीना चाहिए। वहीं गर्मियों के मौसम में कम से कम आठ ग्लास पानी रोज पिएं जिससे त्वचा सेहतमंद रहेगी और शरीर डीटॉक्सिफाई होगा और तैलीय त्वचा से मुक्ति (home remedy for oily face) मिलेगी।
गर्मियों के मौसम में तैलीय त्वचा की दिक्कतें और भी ज्यादा बढ़ जाती है। वैसे भई त्वचा पर ज्यादा तेल की परत होने के कारण त्वचा पर धूल मिट्टी ज्यादा बढ़ती है। इसकी वजह से आपका चेहरा और त्वचा खराब होने लगती है। ऐसे कई सारे घरेलू नुस्खे हैं, जिन्हें आजमाकर आप अपने तैलीय त्वचा से मुक्ति पा सकते हो या उससे जुड़ी समस्या कम हो जाएगी। तैलीय त्वचा की देखभाल के लिए यहां हम आपको ऐसे ही कुछ ऐसे घरेलू उपाय (natural remedies for oily skin) बता रहे हैं, जिनका इस्तेमाल से आपको मिली स्मूद, फ्रैश और हाइड्रेडट स्किन। तो आइए जानते हैं तैलीय त्वचा से मुक्ति के घरेलू उपाय –
मसूर की दाल से तैलीय त्वचा से छुटकारा मिलता है। संतरे के छिलके और लाल मसूर दाल को पीसकर पाउडर बना लें। अब इसमें नींबू का रस और गुलाब जल मिलाए। जब यह पेस्ट बनकर तैयार हो जाए तो चेहरे पर लगाएं और हल्के हाथों से इसे चेहरे पर रगड़ें और पानी से धो लें।
दही भी आपके चेहरे से अतिरिक्त तेल को हटाने में मदद करेगा। अगर आपकी त्वचा संवेदनशील है, तो इसे बेसन के साथ मिलाकर लगाएं। इसके अलावा आप दही को सीधे भी सीधे पर 5 मिनट के लिये लगाकर धो सकते हैं।
त्वचा की कंडीशनिंग के लिए एलोवेरा एक बहुत अच्छा घरेलू उपाय है। आप बिस्तर पर जाने से पहले अपने चेहरे पर एलोवेरा जेल या एलोवेरा जेल लगा सकते हैं। इसे रात भर छोड़ दें और सुबह ठंडे पानी से अपना चेहरा धो लें। अगर आपने पहले कभी एलोवेरा का इस्तेमाल नहीं किया है, तो हाथ पर थोड़ा सा एलोवेरा लगाकर पैच ट्राई करें। यदि आपको अपने चेहरे पर कोई साइडइफेक्ट दिखाई नहीं देता है, तो आपको इसका उपयोग जरूर करना चाहिए।
टमाटर में मौजूद एसिड त्वचा को अतिरिक्त तेल सोखने में मदद करता है और चेहरे पर छिद्रों को खोलता है। टमाटर का मास्क बनाने के लिए, 1 टमाटर के पेस्ट में 1 चम्मच चीनी मिलाएं और त्वचा पर लगाएं। चेहरे पर लगाएं और सूखने पर गुनगुने पानी से चेहरा धो लें। आप अपनी त्वचा पर टमाटर का पेस्ट या टमाटर के स्लाइस भी लगा सकते हैं।
आलू के इस्तेमाल से तैलीय त्वचा से मुक्ति मिली है। इसीलिए आलू का मिक्सर में पेस्ट बनाकर इसे अपने चेहरे पर मसाज करके लगा लीजिए, और 20 मिनट बाद अपना चेहरा ठंडे पानी से धो लीजिए। इसकी मदद से पिंपल्स से हुए दाग धब्बे दूर हो जाएंगे और पिंपल्स (home remedies for pimples for oily skin) आना बंद हो जाएगा।
मुल्तानी मिट्टी से बने मास्क त्वचा से तेल और गंदगी निकलने के लिए सबसे अच्छा उपाय हैं। इसके अलावा यह स्किन की ज्यादातर प्रॉब्लम्स जैसे मुहांसे और एक्ने को दूर करने में भी प्रभावी है। दो चम्मच मुल्तानी मिट्टी के साथ एक- एक चम्मच नींबू का रस और गुलाब जल को मिलाएं और इसे चेहरे पर लगा लें। अगर चेहरे पर पिंपल्स यानि मुहांसे अब भी हैं तो इसमें नीम का पाउडर भी मिलाएं। चेहरे पर लगे पैक के सूख जाने पर या आधे घंटे के बाद इसे ठंडे पानी से धो लें। यह फेस पैक आपकी स्किन को बेदाग बनाकर इसे बैक्टीरिया मुक्त करता है।
शहद आपकी तैलीय त्वचा के लिए सबसे अच्छा घरेलू उपाय है। इसके एंटीबैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक गुण तैलीय त्वचा के लिए फायदेमंद होते हैं। शहद त्वचा में नमी बरकरार रखता है। अपने चेहरे पर पिंपल्स और तेल के लिए अपने चेहरे पर शहद की हल्की परत लगाएं। इसे कम से कम 10 मिनट के लिए छोड़ दें और सूखने दें। फिर, गर्म पानी से धो लें। आप चाहें तो तैलीय त्वचा के लिए हर दिन शहद का इस्तेमाल कर सकते हैं।
तैलीय त्वचा से मुक्ति पाने के लिए आप गुलाब जल का इस्तेमाल अपने चेहरे रोज रात को सोने से पहले एक कॉटन से आपको अपने चेहरे पर गुलाब जल का पानी लगा लेना है। जिससे आपकी त्वचा की तेल की परत कम होने में आपकी सहायता करेगी और साथ आपकी स्किन नैचुरल ग्लो करने लगेगी।
खासतौर पर गर्मियों के मौसम में ऑयली स्किन के लिए जैल बेस्ड क्रीम अच्छी साबित होती हैं। ये त्वचा की नमी को भी बरकरार रखता है और स्किन से एक्सट्रा ऑयली को भी सोख लेता है।
त्वचा में तेल ग्रंथि सीबम के अधिक सक्रिय होने से चेहरे पर एक्सट्रा ऑयल आने लगता है, जिसके कारण स्किन ऑयली नजर आती है। वैसे तैलीय त्वचा होने की ज्यादा संभावना हार्मोनल बदलाव की वजह से होती है।
ऑयली स्किन वाले लोग भी फेस पर एशेंसियल ऑयल का इस्तेमाल कर सकते हैं। बशर्ते ऑयल लाइटवेटेड होना चाहिए। इसे आप अपनी मॉइश्चराइजर क्रीम में भी मिला कर अपने फेस पर लगा सकते हैं।
ऑयली स्किन वाले लोगों के स्किन पोर्स काफी बड़े होते हैं। इस वजह से गंदगी व बैक्टीरिया आसानी से स्किन पर जमा होने लगते हैं और कील-मुहांसे जैसी समस्याएं बढ़ जाती है।
अगर आपकी त्वचा तैलीय है और आप सही फेस वाश की तलाश कर रहे हैं तो आपके लिए ब्लॉसम कोच्चर अरोमा मैजिक नीम एंड टी ट्री फेसवाश, हिमालया ऑयल क्लियर लेमन फेस वाश और क्लीन एंड क्लियर फोमिंग फेस वाश अच्छा रहेगा।
POPxo की सलाह: MyGlamm ग्लो स्किनकेयर रेंज के साथ रखें अपनी त्वचा का खास ख्याल।