मां का दूध बच्चे के लिए अमृत माना जाता है जो उसे कई तरह की बीमारियों से बचाने में सहायक है। नवजात शिशु को ब्रेस्ट फीडिंग यानि कि स्तनपान कराने से न केवल बच्चे को बल्कि मां को भी कई फायदे होते हैं। ब्रेस्टफीडिंग से बच्चे के विकास के लिए उचित पोषण मिलता है, वहीं मां को प्रेग्नेंसी फैट से भी छुटकारा मिलता है। इसके अलावा बच्चे के नर्वस सिस्टम में सुधार कर मां को ब्रेस्ट कैंसर का खतरा भी कम होता है। लेकिन रात के समय में अपने बेबी को ब्रेस्ट फीड कराना बहुत सी महिलाओं के लिए सरदर्दी बन जाता है, क्योंकि इससे उनकी नींद में खलन पड़ता और जिसकी वजह से स्वभाव चिड़चिड़ा हो जाता है। लेकिन क्या आपको पता है कि रात में बेबी को ब्रेस्ट फीड कराने के बहुत से फायदे हैं।
रात के समय में स्तनपान कराने के फायदे
स्तनपान कराना कोई आसान काम नहीं है, लेकिन इसके लिए आधी रात में उठना और भी कठिन है! लेकिन रात में दूध पिलाने से मां और बच्चे दोनों के लिए बहुत सारे फायदे हैं। इस बारे में 99% महिलाएं तो जानती ही नहीं हैं। तो आइए जानते हैं उन्ही फायदों के बारे में –
- 1 से 7 अगस्त को विश्व स्तनपान सप्ताह के रूप में मनाया जाता है। इस दौरान एक्सपर्ट्स ने बताया कि दिन के निश्चित समय पर बच्चे को स्तनपान कराना फायदेमंद होता है। लेकिन अगर आप इस तरह से देखें, तो एक मां पूरे दिन अपने बच्चे को स्तनपान करा सकती है। लेकिन, रात में बच्चे को दूध पिलाना ज्यादा फायदेमंद होता है। क्योंकि जब आप रात में स्तनपान कराती हैं तो आपका शरीर अधिक प्रोलैक्टिन (दूध उत्पादन को बढ़ावा देने वाला हार्मोन) का उत्पादन करता है, इसलिए रात में स्तनपान कराने से दूध उत्पादन को बनाए रखने में मदद मिलती है। इसी के साथ बच्चे के भूख भी मिट जाती है।
- खाली स्तन अधिक दूध बनाता है। रात में स्तनपान कराना महत्वपूर्ण है क्योंकि यह दूध की आपूर्ति को नियंत्रित करता है। यदि आप रात में अपने बच्चे को दूध पिलाती हैं, तो आपके शरीर को अधिक दूध बनाने का संदेश मिलता है। वहीं, अगर आपका बच्चा रात में केवल बोतल से ही दूध पीता है, तो आपके ब्रेस्ट मिल्क के प्रोडक्शन पर काफी निगेटिव असर पड़ेगा।
- रात के समय, प्रोलैक्टिन का स्तर, एक प्रकार का हार्मोन जो आपके शरीर में दूध बनाने में मदद करता है, हाई होता है। नतीजतन, रात में ब्रेस्टफीड कराने से मां के शरीर को ब्रेस्टफीडिंग पीरियड में स्ट्रॉन्ग मिल्क सप्लाई को रेगुलेट करने में मदद मिलती है।
- रात में स्तनपान कराने से बच्चों को सोने में मदद मिलती है। इस पर विश्वास करना कठिन हो सकता है, लेकिन यह सच है। हालांकि इसे हैबिट में कई महीने लग सकते हैं।
- रात में बच्चे दिन भर में जितना दूध पीते हैं उसकी तुलना में केवल 20% दूध ही पीते हैं। यह 20% दूध पिलाना न केवल माँ के दूध की डिमांड को रेगुलेट करने के लिए बल्कि शिशु के समुचित विकास के लिए भी महत्वपूर्ण है।
- जैसे-जैसे आपका बच्चा बड़ा होता है, वह दिन में कम दूध पीएगा क्योंकि वह खेलने और अन्य गतिविधियों में व्यस्त हो जाता है। इसलिए, वह रात में सही से फीड लेगा। यह थोड़ा थकाऊ लग सकता है क्योंकि हो सकता है कि आप उसके सॉलिड का शेड्यूल बनाना चाहें और उसे रात भर सोने के लिए ट्रेन करना चाहें। इस मामले में, आपको इस बीच अंतर करना सीखना होगा कि आपका बच्चा वास्तव में कब भूखा है और कब आपका बच्चा आदतन जाग रहा है।