वैसे देखा जाए तो हर व्यक्ति के लिए नये साल के रिज़ोल्यूशंस अपनी- अपनी प्राथमिकताओं के साथ बिलकुल अलग-अलग होते हैं। इसलिए यह कहना कि सभी को इन्हीं रिज़ोल्यूशंस को फॉलो करना चाहिए, गलत होगा, लेकिन हां, हम आपको आपके नये साल के रिज़ोल्यूशंस लेने में मदद जरूर कर सकते हैं, क्योंकि हो सकता है कि आपने पूरे साल में जो गलतियां की हैं, वे आपको याद न हों या फिर आपने गौर ही न किया हो। ऐसे में जब आप हमारा यह आर्टिकल पढ़ेंगे तो हो सकता है कि आपको वे बातें याद आ जाएं और आप यह तय कर पाएं कि आपको आनेवाले साल में क्या करना है और क्या नहीं करना है। कम से कम आप हमारे दिये गए इन टिप्स से कुछ प्रेरणा तो ले ही सकते हैं।
यह रिज़ोल्यूशन उन लोगों के लिए है जो चाहते हैं कि अपनी पुरानी और सही शेप में आना तो चाहते हैं लेकिन इसके लिए कुछ कर नहीं पाते, क्योंकि उनमें दृढ़विश्वास की कुछ कमी है। नहीं, ऐसा न करें, अगर आप ठान लें तो कुछ भी हो सकता है। बस जरूरत है तो रोजमर्रा में कुछ बातें नियम से अपनाने की। थोड़ी सी एक्सरसाइज़ या वॉक करें और फिट और हैल्दी बने रहें।
बहुत से लोग अपने काम और रोजमर्रा में इतने मशगूल हो जाते हैं कि उन्हें नये तो क्या पुराने दोस्तों से मिलने की भी फुर्सत नहीं होती। और कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो घर बैठे रहते हैं लेकिन नये लोगों से मिलना, बात करना उन्हें पसंद ही नहीं होता। ऐसे लोगों के लिए हमारी सलाह है कि वे अपना कुछ समय मेल- मिलाप के लिए भी निकालें। यकीन मानिये, इससे आनेवाले नये साल में आपका कुछ न कुछ भला जरूर ही होगा।
अपनी लाइफ में कुछ करना है या नहीं ? अगर आप वाकई लाइफ में खुश रहना चाहते हैं तो इसके लिए आपको एक्टिव और क्रिएटिव बनना होगा। इसके लिए कुछ खास नहीं करना है, बस कोई हॉबी डेवलप करें और बोर बनने के बजाय कुछ रचनात्मक आइडियाज़ के साथ कुछ नया-नया करते रहें। ईश्वर जाने, आपका भविष्य इसी हॉबी में लिखा हो तो….। अगर हॉबी समझ नहीं आ रही है तो आसपास के बच्चों को इकट्ठा करके उनके साथ कुछ एक्टिविटीज़ ही प्लान करें… सच, आपको बहुत मज़ा आएगा।
देश में, दुनिया में इतना कुछ है पढ़ने के लिए कि कितना भी पढ़ें, कभी खत्म नहीं होगा और कहा भी जाता है कि जितना ज्यादा पढ़ो, इतनी ही ज्यादा आप अच्छे और जागरूक इंसान बनते हैं। इसके अलावा नॉलेज तो बढ़ती ही है। किताबें खरीदना मुश्किल है तो बैठ जाएं इंटरनेट पर अपनी पसंद का टॉपिक सर्च करने।
अपना खाली समय यूं ही खाली बैठे या सोते हुए न गुज़ारें, इसे कुछ काम का सीखने में लगाएं। अगर आप इस खाली समय में कुछ खास सीख जाते हैं तो वह भविष्य में आपके काफी काम भी आ सकता है।
अगर आपके पास इस साल यानि 2017 में ऐसा कुछ हुआ है, जिसे आप भुला नहीं पा रहे हैं तो आनेवाले साल 2018 में उसे पूरी तरह से भुला दें। पुरानी यादें संजोकर रखने का कोई फायदा नहीं है। जो लोग चले जाते हैं, वे वापस नहीं आते, यही दुनिया का दस्तूर है। जिंदगी जीने का फलसफा यही है कि आप पुरानी यादों को पीछे ही छोड़ दें और नये साल में एक नई शुरूआत करें।
पढ़ने- लिखने का फायदा यही है कि जो महसूस कर रहे हैं उसे पन्नों पर उतार दें। अगर कोई दुख है तो उसे भी और खुशी है तो उसे भी। एक डायरी बनाएं और गुज़र रहे हर दिन की कोई एक खास बात इस डायरी पर लिखें। बाद में इस डायरी को पढ़ने में आपको ही बहुत मज़ा आएगा।
सबसे खास बात यह कि आपको मालूम ही होगा कि आपकी कौन सी आदतें अच्छी हैं और कौन सी आदतें बुरी। ऐसे में नये साल में अपनी बुरी आदतों पर काबू पाने की कोशिश करें और अच्छी आदतों की संख्या में और भी बढ़ोतरी करें। इससे आने वाले साल में आपकी जिंदगी पूरी तरह से बदल सकती है।
अपने बारे में सोचना बहुत जरूरी है। अगर आपको अपनी ही कीमत नहीं पता है तो अपने घर के लोगों या फिर कोई ऐसा जो आपको अच्छी तरह से जानता हो, उससे पूछें और अपनी अच्छाइयों के लिए खुद से प्यार करें। जिंदगी में अपनी कीमत जानना और खुद से प्यार करना बहुत ही जरूरी है।
अगर आप भी उन लोगों में से हैं जो छोटी- छोटी बातों पर बहुत परेशान हो जाते हैं तो अपनी यह आदत छोड़ दें। कोशिश करें कि कोई भी परेशानी सामने आए तो उसका कोई और रास्ता, कोई और निदान तलाश करें और यह सोचकर खुश रहें कि समय के साथ सब सुलझ जाएगा। खुश रहना स्वस्थ रहने के लिए बहुत जरूरी है, चाहे कोई भी परिस्थिति हो।
इसके अलावा छोटी छोटी 10 और बातें हैं, जो आप आने वाले साल में कर सकते हैं जैसे –
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