हमारी रिलेशनशिप को तीन महीने को चुके थे और मैंने और उसने फैसला किया कि अब टाइम आ गया है जब हम एक स्टेप और आगे बढ़ सकते हैं। हमारा make out सेशन दिन-ब-दिन hot होता जा रहा था इसलिए हमें लगा कि अब हम आगे बढ़ सकते हैं। खुशकिस्मती से हमारे लिए वो दिन भी जल्दी ही आ गया। मेरे मम्मी पापा शहर से बाहर गए थे और उन्होंने घर के नौकर को भी छुट्टी दे दी थी। यानी हमारे लिए इससे अच्छा मौका हो ही नहीं सकता था। मेरी बेस्ट फ्रेंड का पहली बार कार में हुआ था…उसने बताया था कि वो बहुत uncomfortable था…इसलिए हम दोनों के लिए घर के बेडरुम में, बिस्तर पर ये मौका मिलना सच में lucky ही था। मेरे boyfriend को एक रात के लिए मेरे घर रुकना था, यानी हमें कोई जल्दी भी नहीं थी। शनिवार की रात करीब दस बजे वो मेरे घर पहुंच गया। साथ में सलाद वगैरह लेकर। हमने पढ़ा था कि कुछ भारी खाने के बाद सेक्स करना ठीक नहीं होता और हम अपने first time के लिए कोई रिस्क नहीं लेना चाहते थे। हम दोनों ने टीवी देखते हुए salad खाया। हम दोनों ही नर्वस भी थे और excited भी। डिनर के बाद सब कुछ जल्दी जल्दी आगे बढ़ा। Kissing और touching के सेशन के बाद हम दोनों बेडरुम में उस स्पेशल moment के लिए तैयार थे। जब वो मेरी ब्रा का हुक खोल रहा था मैंने उससे पूछा, “condoms कहां हैं?” “Oh shit!” वो चौंका, “मैं तो बिल्कुल भूल ही गया!” क्या?! मैं चिल्लाई। “तुम ये कैसे भूल सकते हो?” “I’m so sorry!” उसने कहा। “Subway पर उस लड़की ने मेरा दिमाग खराब कर दिया…कौन सी ब्रेड चाहिए, multigrain bread या oregano, कौन सी dressing लगाऊं…बस इन्हीं सब में मेरे दिमाग से एकदम निकल ही गया कि मुझे कंडोम भी खरीदने हैं!” “तुम….एकदम बेवकूफ हो यार!” मुझे गुस्सा आ गया। “Um. तुम्हारे पास नहीं है क्या?” उसने पूछा। “मेरे पास condoms क्यों होंगे यार?” मैं फिर चिल्लाई। “ये तुम्हारी जिम्मेदारी थी..तुम्हें याद रखना चाहिए था!” “हां ठीक है, सब मेरी ही गलती है,” उसने जवाब दिया। “लेकिन अब हम क्या करेंगे?” मैंने बहुत सोचा लेकिन मुझे कुछ भी समझ नहीं रहा था। “मैं बाहर जाकर ले आऊं?” उसने सुझाव दिया। लेकिन ये possible नहीं था। रात के साढ़े ग्यारह बज रहे थे, सोसायटी का मेन गेट अब तक बंद हो चुका होगा। अगर वो बाहर जाता तो बाहर जाते हुए और फिर वापस आते हुए उसे विज़िटर रजिस्टर में अपनी डिटेल लिखनी पड़ी, तभी गार्ड उसे अंदर आने देता…मतलब..सबको पता चल जाता कि मिसेज वर्मा की बेटी से मिलने कोई लड़का आधी रात को आया था!! “हम ऑनलाइन आर्डर दे दें?” “हां जरूर!” मैंने गुस्से में कहा। “और आधी रात को ऑनलाइ पर ही तुरंत डिलीवरी का ऑप्शन भी होता है न?” “Okay, तुम्हारे पास कोई better idea है तो बताओ?” “Hmm,” मैंने कुछ देर सोचा। “कई मेडिकल स्टोर भी तो इतनी रात को घर पर डिलीवरी करते हैं?” “हां, बिल्कुल,” उसने कहा। “लेकिन डिलीवरी लेने के लिए तुम्हें नीचे उतरकर गेट तक जाना पड़ेगा” Good point. और फिर गार्ड को पता चल जाएगा कि मेरे लिए आधी रात को मेडिकल स्टोर से कुछ सामान आया है…ज़ाहिर है ये बात जल्दी ही मम्मी पापा तक भी पहुंच जाएगी क्योंकि वो हर बार की तरह वापस आने पर गार्ड से पूछेंगे कि सब ठीक है न और गार्ड बताएगा, “छोटी दीदी के लिए आधी रात को मेडिकल स्टोर से दवाइयां आई थी” और फिर मम्मी पापा के क्या सवाल होंगे, इसका अंदाज़ा लगा सकते हैं!! “मेरे पास एक और आइडिया है…” उसने कहा। “What?” अब तक मैं सब कुछ सोचकर देख चुकी थी और मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था। “तुम अपने मम्मी पापा के रूम में देखो न?” Ewwwwww. “नहीं!” मुझे एकदम से अजीब लगा। मैं कैसे अपने मम्मी पापा के रूम में….NO WAY!!! “अरे पक्का उनके रूम में कुछ मिल जाएगा…” उसने ज़ोर दिया। “तुम पागल हो गए हो क्या? हम वहां नहीं जाएंगे!” “लेकिन…” “तुम बस चुप रहो” हम कुछ देर तक ऐसे ही बैठे रहे। फिर मैं सोचा कि क्यों न अपनी बेस्ट फ्रेंड को फोन करुं। “Seriously?” मैंने जब अपना इरादा उसके सामने रखा तो वो घबरा गया। उसे लगा कि किसी तीसरे को इसके बारे में बताना… इस बारे में कुछ देर तक हमारी बहस हुई। लेकिन मैंने उसे मना लिया। हमारे पास वैसे भी कोई option नहीं बचा था। मैंने अपनी फ्रेंड को फोन मिलाया। “Hey, !” जब मैंने उसे सब कुछ बताया तो पहले तो वो खूब हंसी- जब उसका हंसना बंद हुआ तो वो कंडोम का पैकेट लेकर आने को तैयार हो गई। “Oh thank God!” मैंने खुशी से कहा। अगर ये आइडिया मुझे पहले आ जाता तो हमारे 45 मिनट खराब न होते। 40 मिनट बाद मेरी दोस्त आई, उसे गार्ड ने फौरन अंदर आने दिया..एक तो मेरे मम्मी पापा उसे जानते थे और फिर वो एक लड़की है..यानि शक की कोई गुंजाइश ही नहीं!! लेकिन जैसे ही मैंने दरवाजा खोला..मैं उसे देखकर चौंक गई। उसकी आंखों से आंसू टपक रहे थे, और वो बुरी तरह से हड़बड़ाई हुई थी! “ये लो तुम्हारे condoms!” उसने कहा, मेरे हाथों में Durex का पैकेट पकड़ाते हुए एकदम से उसका फोन बजने लगा। “तुम ठीक हो न?” मैंने धीरे से पूछा…वो फोन पर अपने boyfriend से लड़ रही थी। उसने मेरा सवाल नहीं सुना और फोन पर ज़ोर-ज़ोर से लड़ना जारी रखा। प्लान ये था कि वो बस मुझे कंडोम पकड़ाएगी और तुरंत वापस चली जाएगी और अंदर नहीं आएगी। इसलिए शायद वो बाहर ही खड़ी रही। लेकिन अब मुझे चिंता हो रही थी क्योंकि वो फोन पर इतनी ज़ोर से लड़ रही थी कि लग रहा था थोड़ी देर में पड़ोसी ही आकर पूछने लगेंगे। “मैं तुम लोगों को परेशान नहीं करना चाहती,” मेरी फ्रेंड ने फोन रखते हुए कहा और अपने आंसू पोंछे। “लेकिन उस bastard ने मुझसे अभी अभी ब्रेकअप कर दिया!” Oh crap. मेरा boyfriend मेरे पीछे से उसे देख रहा था। उसने इशारे से कहा कि मैं उसे अंदर आने के लिए कहूं..तो मैंने अपनी फ्रेंड को अंदर बुलाया। हां, हम दोनों अपने स्पेशल moment के लिए बहुत ज्यादा उतावले थे लेकिन हम इतने भी बुरे नहीं थे कि इस मुश्किल समय में मेरी सबसे प्यारी दोस्त को अकेला छोड़ देते। बाकी की सारी रात हम दोनों उसे ही चुप कराते रहे, console करते रहे कि वो लड़का तुम्हारे लायक ही नहीं था, वो तुम्हें deserve ही नहीं करता था। वो मेरे पापा की whisky पी रही थी। जब तक वो चुप होकर सोने के लिए गई सुबह के 4:30 बज चुके थे। हम दोनों भी इतने ज्यादा थक चुके थे कि अब और कुछ करने की हिम्मत नहीं बची थी। इसलिए हम दोनों भी सोने चले गए। लेकिन इस वाकये के बाद एक सीख ज़रूर मिली- हमेशा अपने पास condoms का पैकेट रखो..वर्ना चीजें वैसी नहीं होती जैसा हम प्लान करते हैं। images: shutterstock यह भी पढ़ें : #MyStory: हमारा रिश्ता Perfect था लेकिन समय नहीं… यह भी पढ़ें : #MyStory: मेरा वो One Night Stand कुछ इस तरह था…
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05 May 2016
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