हम बहुत अच्छे वक्त में जी रहे हैं। आज की लड़कियां पहले से कहीं ज्यादा आज़ाद हैं। वो हर तरह से आज़ाद हैं…सामाजिक तौर पर, प्रोफेशनल तौर पर..और शारीरिक तौर पर भी। हम बच्चे पाने के लिए सेक्स करते हैं, खुशी के लिए सेक्स करते हैं और प्यार के लिए सेक्स करते हैं। हम अपनी choices और अपने फैसलों पर शर्म नहीं करते। ये सब बहुत अच्छा है। लेकिन एक चीज पर है जिस पर हमें बहुत ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है..खासतौर से तब जब हम एक ऐसे partner के साथ intercourse कर रहे हों जो ‘सिर्फ’ हमारा न हो! क्योंकि ऐसे में ख्याल होना चाहिए – sexually transmitted diseases (STDs) का। मैं उस वक्त 23 साल की थी और उसको डेट कर रही थी। हम दोनों एक दूसरे के साथ बहुत खुश थे। हम दोनों एक दूसरे की कंपनी enjoy करते थे। हमारा रिश्ता हर दिन के साथ और गहरा हो रहा था…और जैसा कि अक्सर होता है..प्यार की यह गहराई जल्दी ही physical level पर भी दिखने लगी। जब हमारे बीच physical relations शुरू हुए तो मैंने pills लेनी शुरू कर दी क्योंकि उसने बताया कि कंडोम से उसे एलर्जी होती है.. (इस पर मुझे कभी यकीन नहीं हुआ)। लेकिन मैं किसी भी हाल में pregnant होने का risk नहीं ले सकती थी इसलिए सावधानी भी मैंने ही बरती। हमारी रिलेशनशिप के पांच महीने बाद ही उसने कहा कि वो मुझसे शादी करना चाहता है। रिलेशनशिप के 6 महीने बाद ही उसने मुझे cheat किया..एक ऐसी लड़की के साथ जिससे उसकी मुलाकात एक bar में हुई थी। उस लड़की के साथ उसने intercourse किया वो भी बिना किसी protection के। मुझे अपनी रिलेशनशिप में मिले इस धोखे ने बहुत दुख पहुंचाया लेकिन उससे ज्यादा गुस्सा इस बात पर आया कि किस तरह वो अपनी जिंदगी को खतरे में डाल रहा है….और मेरी भी! इस incident के कुछ समय बाद ही मुझे STD हो गई..हालांकि ये बहुत mild था लेकिन मुझे यकीन था कि इसकी वजह वही है (या शादी वो लड़की?)। ये problem तो डाक्टर की एक visit और दवाई से ठीक हो गई लेकिन मुझे ये सोचकर ही टेंशन हो रही थी कि अगर ये बढ़ जाती तो क्या हो सकता था! दवा ने जितनी आसानी से वो बीमारी मेरे शरीर से निकाली, उतनी ही आसानी से मैंने उसे अपनी जिंदगी से निकाल दिया। अगर आपको भी लगता है कि STD दूसरों को ही होती है तो एक बार फिर से सोचें। भारत में STIs (sexually transmitted infections) और STDs के मामलों में जबरदस्त इजाफा हुआ है। 2010 में ये जहां सिर्फ 1% थे वहीं 2014 में 4.5% हो गए। ये बात ज्यादा important है कि इसका ज्यादातर नुकसान लड़कियों को ही होता है। हमारी सोसायटी में आज भी अगर लड़की की शादी नहीं हुई है तो उनका सेक्स में involve होना किसी पाप से कम नहीं समझा जाता। यही वजह है कि लड़कियां ये बात छुपाती हैं और कोई problem होने पर डाक्टर के पास जाने से भी डरती हैं। ये बात हमेशा याद रखना कि herpes जैसी कुछ STDs ऐसी भी होती हैं जिनके symptoms तब तक नज़र नहीं आते जब तक आपको ये जकड़ न ले या आप इसका टेस्ट न कराएं। मैं इस बारे में पूरी तरह aware थी इसलिए हर साल अपने बाकी चेकअप के साथ इसका चेकअप भी करवाती थी। मेरी गलती सिर्फ ये थी कि मैंने एक ऐसे इंसान पर भरोसा किया जो न अपने शरीर की इज्जत करता था और न मेरे शरीर की इज्जत कर पाया। इसलिए अगर आप भी अपने boyfriend के साथ sexually involve हैं तो उसे condom use करने को जरूर कहें। ये सिर्फ उसके लिए नहीं बल्कि आपके लिए भी बहुत जरूरी है। ये आपकी body है और इसकी देखभाल की जिम्मेदारी आपकी है!! Images: Shutterstock यह भी पढ़ें- #MyStory: हमारा रिश्ता Perfect था लेकिन समय नहीं… #MyStory: डॉक्टर की वो Visit और मेरे Boyfriend का सच
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05 May 2016
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