आज के मटीरियलिस्टिक जमाने में पैसा बचाना भी एक आर्ट है जो हर किसी को नहींं आती। पैसा बचाने की सबसे ज्यादा जरूरत खासतौर पर स्टूडेंट लाइफ में होती है। यही वह समय होता है जब जब खर्च भी सबसे ज्यादा करने का मन करता है। यहां हम आपको स्टूडेंट लाइफ के लिए कुछ मनी सेविंग टिप्स दे रहे हैं, जिन्हें फॉलो करके आप भी काफी सारा पैसा बचा सकते हैं।
क्या आपको पता है कि लोगों की जिंदगी में खुशियां लाने का वायदा करने वाला क्रेडिट कार्ड जिंदगी में सबसे बड़े दुख की भी वजह बन जाता है। वो कैसे, यही सोच रहे होंगे न आप? जीहां, हम यही बताने वाले हैं। क्रेडिट कार्ड एक ऐसी सुविधा है जो पैसा हाथ में न होने के बावजूद लोगों को इसे खर्च करने के लिए प्रेरित करती है। आज अगर आपके बैंक में बहुत कम पैसा हो, तो भी अगर आपके पास क्रेडिट कार्ड है तो आप खुलकर खर्च कर सकते हैं। कोई भी चीज लेनी हो, तो यह सोचने के बजाय कि पैसा तो है नहीं, सोच लेते हैं कि क्रेडिट कार्ड जिंदाबाद और कर लेते हैं शॉपिंग। फिर जब सेलरी आती है या फिर घर से पॉकेट मनी आती है तो क्रेडिट कार्ड का बिल देने में ही खर्च हो जाती है। इस तरह से क्रेडिट कार्ड का नुकसान यह होता है कि हाथ में आने से पहले ही पैसा खर्च हो जाता है।
याद रखें कि आपके रोजमर्रा के खर्च का बहुत बड़ा हिस्सा आपकी स्मोकिंग और ड्रिंक्स पर खर्च होता है। अगर आपके लिए स्मोकिंग और ड्रिंक्स को छोड़ना मुश्किल है तो कम से कम यह तय कर लें कि अपने खर्च पर नहीं पियेंगे। इससे आपका मनी तो सेव होगा ही, आपकी हर वक्त की बुरी आदत भी धीरे- धीरे कम होकर खत्म हो जाएगी। अपनी पॉकेट मनी से बचने वाले इस पैसे को आप अपनी दूसरी रीडिंग, म्यूजिक या ट्रैवलिंग पर खर्च कर सकते हैं।
आज के जमाने में यह बहुत जरूरी है कि रोजमर्रा में आप जितना खर्च करते हैं, उसे एक डायरी में जरूर लिखें। इससे होगा यह कि जब महीना खत्म होने के बाद आप अपनी डायरी को देखेंगे तो पाएंगे कि इस खर्च में से काफी सारा खर्च फिजूल में किया गया था, जो आपके उतने काम नहीं आया, जितना उस पर खर्च किया गया था। ऐसे में आप आगे आने वाले समय में सोच- समझकर खर्च करने लगेंगे।
कई बार हम अपनी पुरानी इच्छाओं की वजह से या भावनाओं में बहकर मनी मैटर्स में गलत निर्णय ले लेते हैं, जो आगे के लिए अक्सर नुकसानदेह साबित होते हैं। याद रखें कि पैसे से संबंधित निर्णय बहुत सोच- समझ कर करने चाहिए।
आजकल का जमाना कितना भी ऑनलाइन हो गया हो, लेकिन ऑनलाइन शॉपिंग हमेशा ही महंगी पड़ती है। यह ह्यूमन मैंटलिटी है कि अपने हाथ से खर्च करना थोड़ा मुश्किल होता है और वर्चुअल मनी हम यूं ही खर्च कर देते हैं। जहां मार्केट में जाकर शॉपिंग करते वक्त जब हमें अपने हाथ से पैसे देने होते हैं तो हम खर्च करते वक्त दस बार सोचते हैं, वहीं ऑनलाइन शॉपिंग करते वक्त वर्चअल मनी खर्च करने में हम बिलकुल नहीं सोचते और यूं ही कितना सारा पैसा खर्च हो जाता है। ऑनलाइन सामान खरीदते वक्त 400- 500 रुपये बहुत कम लगते हैं और इतने ही पैसे जब हमको जेब से देने पड़ते हैं और जेब में रखे पैसे खर्च होकर कम होने लगते हैं तो हम खुद को आगे खर्च करने से रोक देते हैं। इसलिए कोशिश करें कि जब तक बहुत जरूरी न हो, ऑनलाइन शॉपिंग नहीं करें।
हो सके तो छोटी- छोटी दूरियों पर ऑटो या रिक्शा करने के बजाय पैदल चलें। इससे जहां आपकी हेल्थ को फायदा होगा, वहीं आपका पैसा भी बचेगा। हैं न एक तीर से दो शिकार वाली बात।
इसके अलावा बहुत सी छोटी- छोटी बातें होती हैं, जिन्हें आप अपनी रोजमर्रा में शामिल करके काफी सारा पैसा आप अपने लिए बचा सकते हैं, जैसे….
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