दिल्ली केवल देश की राजधानी होने के नाते ही मशहूर नहीं है, बल्कि इसकी एक बड़ी खासियत यह भी है कि यहां एक से बढ़कर एक म्यूजियम्स हैं, जो आपको भारत के किसी दूसरे शहर में मिलने बेहद मुश्किल हैं। यहां आपको घूमने के साथ कई नई जानकारियां व काफी कुछ नया सीखने को भी मिलेगा। अगर आप दिल्ली घूमने आये हैं या फिर यहीं रहते हैं तो अपने बच्चों को एक बार राजधानी के इन अनोखे म्यूजियम्स की सैर जरूर कराएं और भरपूर मस्ती करें।
म्यूजियम को बनाने के पीछे से हमेशा यही उद्देश्य रहा है कि आने वाली कई पीढ़ियां देश की विकास गाथा से रूबरू हो सकें। आइए जानते हैं दिल्ली के उन खास और अनोखे म्यूजियम्स के बारे में, जहां आपको भारत की कला, विज्ञान और संस्कृति की झलकियां देखने को मिलती हैं।
अगर आपको ट्रेन से सफर करना पसंद है तो दिल्ली का रेल म्यूजियम आपको जरूर पसंद आयेगा। चाणक्यपुरी स्थित नेशनल रेल म्यूजियम में भारत के रेल इतिहास के बारे में जानने और देखने के लिए बहुत कुछ है। इस म्यूजियम में भारतीय रेल के 140 साल के इतिहास की झलक दिखाई गई है। यह लगभग 10 एकड़ के क्षेत्र में फैला हुआ है। यहां पर रेल इंजनों के अनेक मॉडल और कोच हैं, जिसमें भारत की पहली रेल का मॉडल और इंजन भी शामिल हैं। आप यहां टॉय ट्रेन पर सवार होकर पूरे रेल म्यूजियम की सैर कर सकते हैं। करीना कपूर और अर्जुन कपूर की फिल्म ‘की एंड का’ की शूटिंग भी इस रेल म्यूजियम में हुई थी। फोटोग्राफी के लिए भी ये लोकेशन काफी जबर्दस्त है।
ये भी पढ़ें – ट्रेन के सफर में इन 11 तरह के लोगों से होती है हर किसी की मुलाकात
अगर आपको टॉयलेट के विकास की कहानी के बारे में जानना है तो दिल्ली के पालम में स्थित सुलभ इंटरनेशनल टॉयलेट म्यूज़ियम जाना बिल्कुल भी मत भूलिएगा। ये दुनिया का अनोखा टॉयलेट म्यूजिम है, जहां आपको पांच हजार साल पुरानी टॉयलेट सीट देखने को मिलेंगी। इनके कलेक्शन में सिंधु घाटी की सभ्यता से लेकर आज मॉडर्न जमाने के डिफरेंट टॉयलेट्स तक सभी शामिल हैं। यहां आप दुनियाभर की अलग- अलग तरह की टॉयलेट सीट देखकर वाकई हैरान रह जायेंगे। टाइम मैगज़ीन के सर्वे में ये म्यूजियम दुनिया के 10 सबसे अनोखे म्यूजियम में से एक है।
दिल्ली के पालम एयरफोर्स स्टेशन के अंदर ही स्थित भारतीय वायुसेना संग्रहालय भारत में अपनी तरह का इकलौता म्यूजियम है। इस जगह भारतीय वायुसेना की यादों को बड़े ही सलीके से संजोकर रखा गया है। इस म्यूजियम की चार गैलरियों में एयरफोर्स की स्थापना के दिन 8 अक्टूबर 1932 से लेकर अब तक के सफर को तस्वीरों, मॉडल्स और असली एयरक्राफ्ट्स के जरिए दिखाया गया है। इसके अलावा, एयरफोर्स के चमत्कारिक इतिहास को भी दिखाया गया है, जो उन बहादुर लोगों के लिए श्रद्धांजलि है, जिन्होंने देश के लिए अपने जीवन का बलिदान दे दिया। यहां आपको वॉर में इस्तेमाल हुए विमान भी देखने को मिलेंगे।
दिल्ली हाईकोर्ट के नजदीक स्थित नेशनल गैलरी ऑफ मॉडर्न आर्ट अपनी अलग तरह की प्रदर्शनियों और कला के लिए देशभर में मशहूर है। जी हां, ये अपने आप में एक ऐसा अनोखा संग्रहालय है, जिसमें सोलह हजार से भी ज्यादा कलाकृतियों का कलेक्शन है। साल 1954 में स्थापित यह गैलरी भारतीय पारंपरिक कला देखने वालों के लिए बेहतरीन जगह है। इस संग्रहालय का शाही भवन जयपुर के महाराजाओं का शाही आवास हुआ करता था। मॉडर्न आर्ट का नमूना देखने में रुचि रखने वालों के लिए ये म्यूजियम किसी वंडरवर्ल्ड से कम नहीं है।
दिल्ली के प्रगति मैदान के पास स्थित नेशनल हैंडीक्राफ्ट्स एंड हैंडलूम म्यूजियम अपने आप में अनोखा है। ये सिर्फ दिल्ली का ही नहीं बल्कि इंडिया के भी सबसे बड़े म्यूजियम्स में से एक है। यहां के बेहतरीन आर्ट पीसेज पर एक नजर डालना ही उनकी खूबसूरती बयां कर देता है। पेंटिंग, एम्ब्रॉयडरी, क्ले से लेकर पत्थर और लकड़ी तक की नायाब चीजें आपको यहां देखने को मिलेंगी। यहां की ट्राइबल और रूरल क्राफ्ट गैलरी के साथ ही विलेज कॉम्प्लेक्स भी बेहद खास हैं। इसके अलावा मिथिला की दीवार पेंटिंग, खादी वस्त्र करघे, अलंकृत मंदिर नक्काशी और गुजराती हवेली देखकर आपका मन खुशी से खिल उठेगा। यहां का कलेक्शन बहुत ही एक्सक्लूसिव है। यहां से बिना शॉपिंग किए वापस जाना बहुत मुश्किल है।
ये भी पढ़ें – इन 10 जगहों की सैर के बिना अधूरा है आपका ‘दिल्ली दर्शन’
नई दिल्ली के कनॉट प्लेस इलाके में स्थित रीगल थिएटर में बने मैडम तुसाद म्यूजियम की स्थापना दिसंबर साल 2017 को हुई थी। इस म्यूजियम को लंदन वाले मैडम तुसाद म्यूजियम की ही तर्ज पर बनाया गया है। इसमें बॉलीवुड, राजनीति, इतिहास और खेल जगत की चर्चित हस्तियों के मोम के पुतले शामिल हैं। लोग यहां आकर इन सेलेब्रिटीज़ के पुतलों यानि वैक्स स्टैच्यू के साथ फोटो ले सकते हैं।
नई दिल्ली केंद्रीय सचिवालय के पास स्थित नेशनल म्यूजियम विविध भारतीय कलाओं को दर्शाता है। इनमें से कुछ चीजें प्रागेतिहासिक काल की भी हैं। खासतौर पर जिन लोगों की दिलचस्पी भारतीय सभ्यता को करीब से जानने में है, उन्हें एक बार दिल्ली के इस म्यूजियम की सैर जरूर करनी चाहिए। नेशनल म्यूजियम भारत की विविध कलाओं को दर्शाता है। खासकर, जिन लोगों की दिलचस्पी भारतीय सभ्यता के बारे में जानने में है, उन्हें यहां एक बार जरूर आना चाहिए। यहां देखने लायक एक- दो नहीं बल्कि बहुत- सी चीजें हैं। यहां आप ऐतिहासिक और आधुनिक युग की कलाकृतियों से रूबरू हो सकते हैं। सिंधु घाटी सभ्यता से लेकर गुप्तकालीन, मौर्यकालीन और मुगलकालीन तक की कलात्मक और रोचक वस्तुएं, वस्त्र और हथियार यहां प्रदर्शित हैं।
नई दिल्ली, बहादुर शाह जफर मार्ग पर स्थित शंकर अन्तर्राष्ट्रीय गुड़िया संग्रहालय बच्चों की पसंदीदा जगह है। मशहूर कार्टूनिस्ट शंकर पिल्लई ने इस अनोखी जगह को विश्व के सबसे बड़े डॉल म्यूजियम्स में पहचान दिलाई है। यहां रखी हर गुड़िया अपने देश- प्रदेश की खासियत बताती है। कोई अपने पहनावे से तो कोई बनावट से, किसी के कपड़ों की कारीगरी तो किसी के काम करने का अंदाज बताता है कि उसके देश में क्या अनोखा है। कार्टून कैरेक्टर्स से लेकर देशी- विदेशी डॉल्स तक, यहां सब अनोखे अंदाज में रखी गई हैं। इस गुड़िया घर में प्रवेश करते ही बच्चे उनमें खो जाते हैं। अपने चारों तरफ ढेर सारी डॉल्स देखकर बच्चों के चेहरे की मुस्कराहट भी देखने वाली होती है।
नई दिल्ली के बाराखंभा मार्ग पर स्थित नैचुरल हिस्ट्री म्यूजियम साल 1972 में स्थापित किया गया था, जोकि प्राकृतिक इतिहास पर केन्द्रित है। यह भारत सरकार के पर्यावरण और वन मंत्रालय के अधीन आता है। यहां आकर आप खुद को प्रकृति के करीब पायेंगे। यहां देश के प्राकृतिक इतिहास, पेड़- पौधों और जीव- जंतुओं के बारे में जानकारी सहज व सरल अंदाज में दर्शाई गई है। 1972 में इसकी स्थापना के वक्त महसूस किया गया कि देश में प्राकृतिक इतिहास पर आधारित संग्रहालय की आवश्यकता है, जिससे जनता को देश में उपलब्ध पेड़- पौधे, जीव- जंतु और खनिज की समृद्ध संपदा की जानकारी मिल सके। बच्चों, बड़ों और बूढ़ों सभी के लिए यह जगह बेहद ज्ञानवर्धक है।
प्रगति मैदान स्थित यह म्यूजियम बच्चों से लेकर बड़ों तक के आकर्षण का केंद्र है। इसे नेशनल साइंस सेंटर या साइंस म्यूजियम भी कहा जाता है। यहां आपको विज्ञान के अनोखे चमत्कारों को देखने और समझने का मौका मिलेगा। इसके अंदर आपको एक नहीं दो नहीं बल्कि कई संग्रहालय देखने को मिलेंगे।
ये भी पढ़ें – घूमने के लिए बेस्ट हैं लखनऊ की ये बेमिसाल जगहें, जहां दिखता है नवाबी शानोशौकत का नजारा
(आपके लिए खुशखबरी! POPxo शॉप आपके लिए लेकर आए हैं आकर्षक लैपटॉप कवर, कॉफी मग, बैग्स और होम डेकोर प्रोडक्ट्स और वो भी आपके बजट में! तो फिर देर किस बात की, शुरू कीजिए शॉपिंग हमारे साथ।) .. अब आयेगा अपना वाला खास फील क्योंकि Popxo आ गया है 6 भाषाओं में … तो फिर देर किस बात की! चुनें अपनी भाषा – अंग्रेजी, हिन्दी, तमिल, तेलुगू, बांग्ला और मराठी.. क्योंकि अपनी भाषा की बात अलग ही होती है।